कर्नाटक चुनाव का फैसला कल, बढ़ी हलचल

  • मतगणना से पहले सियासी दलों की धडक़ने तेज
  • कांग्रेस-भाजपा ने किए अपनी-अपनी जीत के दावे
  • एक्जिट पोल के हिसाब से बन रही कांग्रेस सरकार
  • दोनों प्रमुख पार्टियां रणनीति बनाने में जुटीं

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कल 1& मई है। कर्नाटक के चुनाव परिणामों के आने का दिन। सभी सियासी दलों की धडक़ने बढ़ी हुई हैं। सभी आपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। दोपहर 12 बजे तक ट्रेंड आने शुरू हो जाएंगे की वहां पर भाजपा सरकार रहेगी या जाएगी। वहीं कर्नाटक में मतगणना से पहले ही सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच दोनों ही पार्टियों के बीच जेडीएस के बयान से खलबली मच गई है, जिसमें कुमारस्वामी की पार्टी ने समर्थन के लिए एक शर्त रखी है। मतगणना से पहले भाजपा और कांग्रेस रणनीति बनाने में जुट गई है। एक तरफ डीके शिवकुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की तो वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और अन्य भाजपा नेताओं ने बेंगलुरु में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के आवास पर एक महत्वपूर्ण बैठक की।

हम 120 सीटें जीत रहे हैं : प्रियांक

कांग्रेस विधायक प्रियांक खरगे ने कहा कि हम 120 सीटें जीतने जा रहे हैं। त्रिशंकु सरकार का कोई सवाल ही नहीं है। हमें पूरा विश्वास है कि हम अपने दम पर सरकार बनाएंगे।

मेरे पास बैकअप योजना नहीं : डीके शिवकुमार

कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार डीके शिवकुमार का भी जेडीएस के बयान पर रिएक्शन आया है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल की अपनी थ्योरी होती है, मेरा नमूना आकार बहुत अधिक है और जिसके तहत हमारे पास सहज बहुमत होगा। शिवकुमार ने आगे कहा कि जेडीएस के बारे में वे नहीं सोच रहे हैं, कुमारस्वामी अपना फैसला लेने को आजाद हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि मेरे पास कोई बैकअप योजना नहीं है, मेरी एकमात्र योजना है कि कांग्रेस पार्टी सत्ता में आएगी।

त्रिशंकु विधानसभा के चांस नहीं : बोम्मई

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि त्रिशंकु विधानसभा की कोई संभावना नहीं है, हम आराम से सरकार बनाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि डीके शिवकुमार केवल कल तक एग्जिट पोल वाली अपनी 141 सीटों से खुश हो सकते हैं।

जो सीएम बनाएगा उसको समर्थन : कुमारस्वामी

जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी ने पहले ही तय कर लिया है कि वो चुनाव के बाद किसे समर्थन देने जा रही है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी राष्ट्रीय पार्टी के साथ गठबंधन करने को तैयार है, लेकिन एक शर्त होगी। शर्त यह होगी कि कुमारस्वामी को रा’य का सीएम बनाया जाए और उनकी पार्टी के नेताओं को मंत्री बनाया जाए। उनकी पार्टी के नेताओं को जल संसाधन, बिजली और सार्वजनिक कार्यों सहित प्रमुख पद दिए जाएं।

उचित समय आने पर करेंगे खुलासा : जेडीएस प्रवक्ता

जद(एस) ने दोनों पार्टियों को दे चुका है समर्थन
जद (एस) का कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों को समर्थन देने का इतिहास रहा है। उसने 2006 में बीजेपी के साथ समझौता किया, जिसके बाद कुमारस्वामी पहली बार मुख्यमंत्री बने। इसके बाद पार्टी ने 2018 में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, जिसके बाद कुमारस्वामी दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। जद (एस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता तनवीर अहमद का कहना है कि हमने पहले ही तय कर लिया है कि हम किसके साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। जनता के लिए उचित समय आने पर हम इसकी घोषणा करेंगे।

केंद्र की शिकायत लेकर फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे केजरीवाल

  • केंद्र पर लगाया आरोप-तबादले को लागू नहीं होने दे रहा
  • अगले सप्ताह पीठ का गठन करेंगे सीजेआई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सामने अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग का मुद्दा उठाया है। केजरीवाल सरकार ने आरोप लगाया कि केंद्र उसके सेवा सचिव के तबादले को लागू नहीं कर रहा है। मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि वह अगले सप्ताह मामले की सुनवाई के लिए एक पीठ का गठन करेंगे। केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सामने अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग का मुद्दा उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक काम नहीं कर रही है। दिल्ली सरकार ने आरोप लगाया है कि केंद्र सचिव का ट्रांसफर नहीं कर रहा है। बता दें कि कल सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को स्थानांतरण-पदस्थापना पर नियंत्रण प्रदान किया था। कल केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच राष्टï्रीय राजधानी में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण को लेकर लंबे समय चल रहे विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में पांच जजों की पीठ ने अपना फैसला सुना दिया है। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा कि यह सर्वसम्मति का फैसला है। बता दें, इस पीठ के अन्य सदस्य जस्टिस एमआर शाह, जस्टिस कृष्ण मुरारी, जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस पीएस नरसिम्हा है।

बृजभूषण शरण सिंह से पुलिस ने की पूछताछ

  • दर्ज कराया बयान, आरोपों को नकारा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह दिल्ली पुलिस के सामने पेश हुए। दिल्ली पुलिस ने बृज भूषण का बयान दर्ज किया है। इसके साथ ही उनसे कुछ दस्तावेज भी मांगे हैं। दिल्ली पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने उन पर लगे सभी आरोपों को नकारा है। पुलिस के साथ ही एसआईटी भी बृजभूषण से पूछताछ करेगी।
बृजभूषण शरण ने अपनी सफाई मे कुछ वीडियो एविडेंस और मोबाइल डाटा जमा कराने की बात कही है, जो वो जल्द दिल्ली पुलिस को सौंपेंगे।

जांच के लिए एसआईटी टीम बनाई

इस मामले की जांच के लिए छह पुलिसवालों की एसआईटी टीम बनाई है जिसमें चार महिलाएं हैं। इसके साथ ही महिला डीसीपी के अधीन 10 पुलिसवालों की भी एक टीम बनाई गई है।

सहायक सचिव के भी दर्ज हुए बयान

बृजभूषण शरण सिंह के साथ ही कुश्ती संघ के सहायक सचिव विनोद तोमर के भी बयान दर्ज किए गए हैं। दिल्ली पुलिस की एफआईआर में विनोद तोमर भी आरोपी हैं।

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