गुप्त नवरात्रि के 9 दिन जलाएं ये 9 तरह के दीपक, ग्रह दोषों से मिलेगी मुक्ति!
सनातन धर्म के अनुसार, साल में कुल चार नवरात्रि की मान्यता है, जिनमें से दो चैत्र और शारदीय बड़े पर्व के रूप में मनाए जाते हैं...
4PM न्यूज़ नेटवर्क: सनातन धर्म के अनुसार, साल में कुल चार नवरात्रि की मान्यता है, जिनमें से दो चैत्र और शारदीय बड़े पर्व के रूप में मनाए जाते हैं। वहीं दो गुप्त नवरात्र हैं, जो माघ और आषाढ़ मास में आते हैं। आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का पर्व मां आदिशक्ति दुर्गा को समर्पित होता है। इस बार आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की आज से शुरुआत हो गई है। गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की विशेष पूजा करने का विधान है।
आपको बता दें कि चैत्र और शारदीय नवरात्रि की तरह ही अष्टमी और नवमी के दिन कन्याओं के पूजन के साथ व्रत का उद्यापन किया जाता है। इन दिनों में मां दुर्गा की स्थापना नहीं होती, बल्कि इसे तंत्र-मंत्र और साधकों के लिए विशेष रूप से माना जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार, इन दिनों में आम लोग लौंग के कुछ उपाय करके कुंडली में ग्रहों की दशा को ठीक कर सकते हैं।
9 दिनों तक लौंग से करें खास उपाय
वहीं इस बार बताया जा रहा है कि माता रानी घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं। हिंदू धर्म के अनुसार, सालभर में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इसके अलावा किसी काम में सिद्धि पाने के लिए गुप्त नवरात्रि के पर्व बेहद महत्वपूर्ण है। गुप्त नवरात्रि के 9 दिन विभिन्न तरह के दीपक जलाने का भी विशेष महत्व बताया गया है।
इस अवधि में आप दुर्गा सप्तशती के 11 पाठ करें। ध्यान रहे यह एक ही दिन में करना होगा। इसके अलावा गुप्त नवरात्रि में आपको 9 दिनों तक रोजाना 11 लौंग के दाने लेना है, जिन्हें एक पाठ होने के बाद एक-एक लौंग के दाने को कटोरी में जलाना है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से हर तरह के ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- इस गुप्त नवरात्रि में आपको 7 लौंग मां दुर्गा को चढ़ाना होंगे।
- इसके बाद उन लौंग के दानों को एक लाल कपड़े में लपेट दें, इस कपड़े को तिजोरी में रखें।
- आपको 7 लौंग लेना है और इनको 9 दिनों तक पुराने लौंग के दानों से बदलना है।
- इसके बाद 7 पुरानी लौंग को कपूर के साथ पीपल के पेड़ के पास जाकर जलाएं।
- ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति ठीक होगी।