नफरत फैला रहे मीडिया घरानों का होना चाहिए बहिष्कार : संजय शर्मा
- मुख्य अतिथि संजय शर्मा ने विस्तार से डाला प्रकाश
- सेमिनार में 4पीएम के एडिटर इन चीफ को सर्वश्रेष्ठ पत्रकारिता पुरस्कार से नवाजा गया
लखनऊ। सांप्रदायिकता फैलाने में मीडिया की भूमिका विषय बहुत ही संजीदा विषय है। आजकल मुख्यधारा के मीडिया की भूमिका निराशाजनक है। क्योंकि आज का मीडिया सरकार के प्रभाव में उसके एजेंट के रूप में काम कर रहा है और सांप्रदायिकता फैला रहा है। नुपुर शर्मा का बयान इसका ताजा उदाहरण है। नुपुर शर्मा के बयान ने देशभर ही नहीं, विश्वभर में तहलका मचा दिया, जबकि ऐसा बयानों से बचना चाहिए। कहा, कोई भी बयान देशहित में होना चाहिए सांप्रदायिकता के नाम पर नहीं। ये बातें 4पीएम ग्रुप के एडिटर इन चीफ व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संजय शर्मा ने राजधानी लखनऊ के होटल क्लॉर्क्स अवध में कहीं। उन्होंने रेक्ट ऑफ लीगल सेल की ओर से सांप्रदायिकता फैलाने में मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित सेमिनार में कहा कि मीडिया युवाओं को हिंसक होने के लिए उकसा रहा है। कानपुर और प्रयागराज में पथराव का उदाहरण भी दिया। शर्मा ने सरकार और नागरिकों के बीच संबंधों को समझाया और कहा कि मीडिया सरकार में जनता का विश्वास बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने बताया कि कैसे वे पिछली अखिलेश सरकार और अब योगी सरकार की नीतियों की आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने सलाह दी कि हमें उन मीडिया घरानों (अंबानी और अडानी) का आर्थिक रूप से बहिष्कार करना चाहिए जो नफरत फैला रहे हैं।
सेमिनार में अधिवक्ता उजमा अफसर (हाईकोर्ट लखनऊ) ने धार्मिक स्वतंत्रता और लोकतंत्र के बारे में बात की और समाज में युवाओं की भूमिका के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की कार्यशैली को अपनाने की सीख दीं। उन्होंने कहा कि मीडिया को लोगों को सरकार से जोड़ने का काम करना चाहिए और लोगों के वास्तविक मुद्दों को उठाना चाहिए। सेमिनार के संयोजक मोहम्मद साद सिद्दीकी (अधिवक्ता उच्च न्यायालय, लखनऊ) ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने रेक्ट ऑफ लीगल सेल के उद्देश्यों के बारे में बताया जो समाज के पीड़ित और वंचित वर्गों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करना है, युवाओं के बीच कानूनी शिक्षा और उनके समग्र विकास को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा मीडिया समाज का आईना है, इसलिए अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करें। सेमिनार में भारत में सांप्रदायिकता के प्रचार में मीडिया की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि संजय शर्मा (एडिटर इन चीफ 4पीएम न्यूज नेटवर्क) को रशीदी द्वारा सर्वश्रेष्ठ पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा कई अन्य का भी सम्मान हुआ। इस मौके पर वकील, छात्र, सामाजिक कार्यकर्ता, उद्यमी, और पत्रकार सेमिनार का हिस्सा थे।
रशीदी ने की सच्ची पत्रकारिता के प्रयासों की सराहना
सेमिनार में रेक्ट ऑफ लीगल सेल के अध्यक्ष मौलाना सैयद काब रशीदी (इस्लामिक स्कॉलर) ने 4पीएम ग्रुप के एडिटर इन चीफ संजय शर्मा की दुस्साहसिक और सच्ची पत्रकारिता के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सांप्रदायिकता फैलाने में इसकी भूमिका के लिए कुछ मीडिया घरानों की आलोचना की और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में मीडिया के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने दुनिया के कई देशों के उदाहरण साझा किए और कहा कि इस ग्रह पर रहने के लिए भारत से बेहतर कोई जगह नहीं है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों का उदाहरण देते हुए सांप्रदायिक सद्ïभाव पर जोर दिया और कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 1893 शिकागो धर्म संसद मे कहा था कि जो कोई भी धार्मिक उत्पीड़न का शिकार है, उसका भारत में स्वागत है। रशीदी ने आगे सुझाव दिया कि आज के युवा भारत का भविष्य हैं और उनका उत्पीड़न और डिमोटिवेट करने के बजाय उन्हें प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
लोगों ने दिए अपने सुझाव
वक्ताओं ने कहा कि मास मीडिया समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे भारत में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। मीडिया आम लोगों को सरकार से जोड़ता है, यह लोगों को सरकार की योजनाओं के लाभों की व्याख्या करता है, यह न्यायालयों के निर्णयों को समझने में मदद करता है। अंत में सेमिनार में उपस्थित लोगों ने अपने बहुमूल्य सुझाव भी आमंत्रित किए। सेमिनार का समापन राष्टï्रगान के साथ हुआ।
मांगों को लेकर अभ्यर्थियों ने लखनऊ में शिक्षा मंत्री को घेरा
लखनऊ। सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की चयनित प्रतीक्षा सूची में शामिल अभ्यर्थियों ने माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी के आवास का घेराव किया। काउंसलिंग और नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थी पहले डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से मिलने पहुंचे। फिर वहां से माध्यमिक शिक्षा मंत्री के आवास पहुंच कर नियुक्ति की मांग उठाई। उनका कहना है कि 2016 और 2021 की प्रतीक्षा सूची में शामिल सफल अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के माध्यम से अब तक नियुक्ति नहीं दी गई है, जबकि 1400 से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। अभ्यर्थी श्याम प्रकाश ने बताया कि वर्ष 2016 और वर्ष 2021 में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से प्रदेश के सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में भर्ती की प्रक्रिया पूरी की गई थी। चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी करने के साथ ही प्रतीक्षा सूची भी जारी की गई, लेकिन अब तक प्रतीक्षारत वालों की काउंसलिंग नहीं कराई गई।
राष्टï्रपति कोविंद ने किए बांके बिहारी के दर्शन
लखनऊ। राष्टï्रपति रामनाथ कोविंद आज मथुरा के दौरे के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। यहां पत्नी सविता कोविंद के साथ उन्होंने बांके बिहारी मंदिर से दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने देहरी पूजन किया और पांच दीपक जलाए। मंदिर में आचार्य अवधेश बादल ने पूजन कराया। इसके बाद उन्होंने पंडितों को दक्षिणा दी। उन्होंने कहा कृष्णा कुटीर की माताएं माध्यम बनी हैं, जिनकी वजह से मैं यहां आया हूं। बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के बाद महामहिम कृष्णा कुटीर पहुंचे। यहां राष्टï्रपति ने महिलाओं को 10 मिनट संबोधित किया, कहा कि समाज को सोचना चाहिए कि ऐसी स्थिति न बने की महिलाएं यहां रहने के लिए आएं। वे अपने घरों में ही रहें। उन्होंने महिलाओं को साड़ी दी। रामनाथ कोविंद ने केंद्र और राज्य सरकार के कामों पर संतुष्ट जताई। अपने तय कार्यक्रम के तहत राष्टï्रपति सुबह करीब 9.45 बजे वृंदावन पहुंचे थे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका हेलिपैड पर स्वागत किया।