निकाय चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे एक्शन में, ठाणे समेत 7 नगरपालिकाओं के पदाधिकारियों के साथ की बैठक
उद्धव ठाकरे ने पार्टी नेताओं को निर्देश देते हुए कहा कि जहां-जहां गुट प्रमुखों की नियुक्ति नहीं हुई है, वहां तुरंत नियुक्तियां करें और महापालिका चुनावों को ध्यान में रखकर संगठनात्मक तैयारी करें.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: महाराष्ट्र में निकाय चुनाव से पहले शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं. उन्होंने मंगलवार को कहा कि अपने काम लोगों तक पहुंचाएं.
महाराष्ट्र में होने वाले निकाय चुनाव से पहले सभी पार्टियां तैयारियों में जुटी है. इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, मीरा-भायंदर, नवी मुंबई, उल्हासनगर, भिवंडी, वसई-विरार के नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई. इस बैठक में इन सात नगर पालिकाओं की समीक्षा की गई.
उद्धव ठाकरे आगामी नगर निगम चुनावों के संबंध में नेताओं और पदाधिकारियों का मार्गदर्शन करते नजर आए. पूर्व नगरसेवकों के शिंदे की शिवसेना में प्रवेश को देखते हुए ठाकरे गुट डैमेज कंट्रोल में जुटा है. उद्धव ठाकरे ने पार्टी नेताओं को निर्देश देते हुए कहा कि जहां-जहां गुट प्रमुखों की नियुक्ति नहीं हुई है, वहां तुरंत नियुक्तियां करें और महापालिका चुनावों को ध्यान में रखकर संगठनात्मक तैयारी करें.
राज ठाकरे के साथ चल रही है गठबंधन की चर्चा
शिवसेना में पार्टी विभाजन के बाद, शिंदे की शिवसेना ठाणे और कल्याण डोंबिवली की दो नगर पालिकाओं में मजबूत है. इन दोनों नगर पालिकाओं को शिवसेना का गढ़ माना जा रहा है. उद्धव ठाकरे पार्टी पदाधिकारियों के साथ मिलकर इस बात पर विचार करते नजर आए कि शिवसेना के अधीन दोनों नगर पालिकाएं एक बार फिर ठाकरे की शिवसेना के पास कैसे आए. उद्धव ठाकरे की शिवसेना और राज ठाकरे की मनसे के बीच गठबंधन पर बातचीत चल रही है, लेकिन मनसे के साथ गठबंधन से कितना फायदा होगा, खासकर कल्याण, डोंबिवली और ठाणे में ये चुनाव बाद ही पता चलेगा.
उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के साथ गठबंधन पर कहा कि अलायंस करना है या नहीं, इसका फैसला पार्टी करेगी; लेकिन आप सभी सीटों के लिए तैयारी शुरू कर दें. उद्धव ठाकरे ने साथ छोड़ने वाले नेताओं की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जो गए उनको जाने दीजिए. हम असली लोग हैं, अपनी ताकत के साथ लड़ेंगे. आप सब तैयारी कीजिए, लोगों की समस्या पूछिए, अपने काम को उन तक पहुंचाएं.
राज ठाकरे ने भी सोमवार, 4 अगस्त को उद्धव ठाकरे के साथ आने को लेकर खुलकर अपनी बात रखी और कार्यकर्ताओं से एकजुट रहने के लिए कहा. उन्होंने कहा, “अगर हम दो भाई (राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे) 20 साल बाद एक साथ आ सकते हैं, तो फिर आपस में क्यों ईर्ष्या और झगड़े रखते हो? क्यों विवाद करते हो? सभी को मिलकर एकजुट होकर काम करना चाहिए.”



