हर गांव में शुरू करेंगे संघ की शाखाएं, खाका तैयार : मोहन भागवत
- कश्मीरी हिंदुओं की घर वापसी के लिए ठोस प्रयास किए जाएं
लखनऊ। राष्टï्रीय स्वयंसेवक संघ की कोर ग्रुप की चिंतन बैठक के दूसरे दिन शताब्दी वर्ष में संघ के लक्ष्य को लेकर लेकर चर्चा की गई। इस दौरान निर्णय लिया गया कि देश के प्रत्येक गांव में संघ की शाखाएं शुरू की जाएंगी ताकि संघ के राष्टï्रवादी विचारों को जन-जन तक पहुंचाया जा सके। देहरादून में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की अध्यक्षता में संघ के कोर ग्रुप की बैठक में शाखाओं के विस्तार और प्रथम व द्वितीय प्रशिक्षण वर्ग शिविर के आयोजन का खाका तैयार किया गया। आरएसएस वर्ष 2025 में शताब्दी वर्ष पूरा करने जा रहा है। शताब्दी वर्ष में देश के प्रत्येक प्रांत के गांव तक संघ की शाखाएं शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इसके अलावा कश्मीरी हिंदुओं के मुद्ïदे पर मोहन भागवत ने कहा कि उनकी वापसी इस तरह होनी चाहिए कि उन्हें फिर उजाड़ा न जा सके, उस पर सरकार ही नहीं, सभी दलों को भी गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। इसलिए देना चाहिए, क्योंकि कई विपक्षी दल बहुचर्चित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्सÓ को न केवल खारिज कर रहे हैं, बल्कि उसे झूठी फिल्म भी बता रहे हैं।
इसी तरह जहां कुछ नेता इस फिल्म को यूट्यूब पर अपलोड करने जैसे बेतुके बयान दे रहे हैं, वहीं कुछ यह दुष्प्रचार करने में जुटे हैं कि यह फिल्म नफरत फैला रही है। भागवत ने कहा यह महज राजनीतिक शरारत ही नहीं, बल्कि कश्मीर से मार भगाए गए लाखों कश्मीरी हिंदुओं के जख्मों पर नमक छिड़कने की कोशिश भी है। इस घोर संवेदनहीनता के पीछे एक उद्देश्य वोट बैंक की राजनीति को साधना है। वास्तव में माहौल खराब करने की कोशिश तो ऐसे ही लोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीरी हिंदुओं की हत्याओं और उनके भयावह उत्पीड़न की सच्ची घटनाओं पर आधारित कश्मीर फाइल्स सफलता के नए मानदंड स्थापित कर रही है तो इसीलिए कि उसने 32 साल बाद कश्मीर के दिल दहलाने वाले सच को सामने लाने का काम किया है। जो लोग भी कश्मीर फाइल्स को वैमनस्य फैलाने वाली बताने की कुचेष्टा कर रहे हैं, उन्हें एक तो यह जानना चाहिए कि यह फिल्म संयुक्त अरब अमीरात में भी रिलीज होने जा रही है और दूसरे इससे भी कि दुनिया भर में नरसंहारों या फिर समुदाय विशेष के उत्पीड़न पर दर्जनों फिल्में बन चुकी हैं।