योगी के मंसूबों पर पानी फेर रहे अफसर
- सीएम हेल्पलाइन का असंवेदनशील रवैया
- बेसहारा असहाय वृद्ध को वृद्धा आश्रम भेजने का भी नहीं कर पाये प्रबन्ध
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। विगत 2-3 माह से हजरतगंज क्षेत्र के बसन्त सिनेमा के आस-पास अत्यन्त दयनीय अवस्था में फुटपाथ पर पड़े हुऐ वृद्ध पर आखिर में वहां पर आस-पास की सफाई कार्य करने वाली लक्ष्मी वाल्मिकी को दया आ ही गई लेकिन उनके द्वारा अपने स्तर पर उस वृद्ध की सहायता करने का कोई विकल्प नहीं था अत: लक्ष्मी द्वारा इस बाबत 4 जून को पशुप्रेमी समाजसेविका सुनीता पाण्डेय से अनुरोध किया गया।
उन्होंने कहा कि ये वृद्ध पिछले कई महीनों से बसन्त सिनेमा के पास फुटपाथ पर अत्यन्त दयनीय अवस्था में पड़ा है, आस-पास के लोग उसे कुछ खाने को दे देते है, किन्तु यदि उसे कोई सहायता नहीं मिलेगी तो वृद्ध असमय ही मर जायेगा। सुनीता पाण्डेय द्वारा वृद्ध को सहायता प्रदान कराये जाने के लिये, अभिलाषा सेवा संस्थान की प्रबन्धक/सचिव आभा शुक्ला से सम्पर्क करने को कहा गया, जिस पर लक्ष्मा वाल्मिकी द्वारा आभा शुक्ला को पूरे तथ्यों से अवगत कराया गया और सामाजिक कार्यकर्ता को तत्काल लोकेशन पर पहुंच कर वृद्ध की मदद को कहा गया। सी.एम. हेल्प लाईन की कार्य प्रणाली प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा के विपरीत ही कही जा सकती है। जहां एक ओर मुख्यमंत्री मजलूमों के प्रति अत्यंत संवेदनशील भाव रखते हैं, वहीं दूसरी ओर सी.एम. हेल्प लाईन की कार्य प्रणाली में अगम्भीरता स्पष्ट रूप से नजर आती है।
और निश्चित रूप से मजलूम जन के दिल में मुख्य मंत्री के प्रति विश्वास के भाव को न्यूनतम स्तर पर ले जाने का कार्य करता है।
सामाजिक कार्यकर्ता ने की मदद
सामाजिक कार्यकर्ता तुषार साहू तत्काल बसन्त सिनेमा के पास पहुंचे और तुषार साहू द्वारा बात-चीत के दरम्यान बताया गया कि वह हुसैनगंज का रहने वाला है और जनपथ मार्केट स्थित राजीव कोचिंग में काम करता था, भाई की मौत और भतीजे के बाहर चले जाने के बाद उसकी भाभी ने साल-डेढ़ साल पहले घर से भगा दिया है, तबसे वह ऐसे ही पड़ा है। इस पर तुषार साहू द्वारा जिला समाज कल्याण अधिकारी, लखनऊ सुनीता सिंह से वृद्ध को तत्काल किसी वृद्धा आश्रम में दाखिला कराने के लिये कहा गया, जिस पर समाज कल्याण अधिकारी द्वारा सरोजनी नगर स्थित सार्वजनिक शिक्षोनयन संस्थान के वृद्धा आश्रम के चीफ एडमिन केवी बाजपेई का मोबाईल नम्बर दिया गया और बताया गया कि वहां पर वृद्ध को दाखिला मिल जायेगा।