भाजपा को फायदा पहुंचाने वाले बयानों से बचे विपक्ष!
4पीएम की परिचर्चा में उठे कई सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पूर्व सांसद उदितराज ने राष्ट्रपति के नमक के बयान को लेकर उन पर कटाक्ष किया तो पूरी भाजपा तिलमिला गई। उदित राज का बयान गलत था या राष्ट्रपति को भाजपा की भाषा नहीं बोलनी चाहिए? इस पर वरिष्ठ पत्रकार सुशील दुबे, ऋषि मिश्रा, अनिल सिन्हा, अनिल जयहिंद और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने एक लंबी परिचर्चा की।
सुशील दुबे ने कहा कि जब पूरा देश, ईडी, सुप्रीम कोर्ट और महामहिम पर टिप्पणी करने से बच रहा है तब इस पर आप डिबेट करा रहे हैं तो 4पीएम के जज्बे को सलाम। उदित राज कांग्रेस नेता के रूप में कम दलित चिंतक ज्यादा है। राष्ट्रपति के लिए कई बार टिप्पणी की गई है। पहले राष्ट्रपति किसी के प्रभाव में नहीं आते थे मगर लगता है अब थोड़ा मुलायम हो गए हैं। ऋषि मिश्रा ने कहा कि आप ऐसे बयान ही क्यूं देते हैं जिससे भाजपा को फायदा होता है और राष्ट्रपति को भी ऐसे बयानों से बचना चाहिए। राष्ट्रपति को लेकर बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। अनिल जयहिंद ने कहा कि राष्ट्रपति का जो पद हैं ये भी अपने आप में कंट्रोवर्शियल है। यहां राष्ट्रपति किसी न किसी राजनीतिक पार्टी के दम पर बनता है तो कहीं न कहीं उसके मन में रहता है कि मुझे राष्ट्रपति बनाने में इस पार्टी का अहसान है तो उसके आचरण में वह झलकता है।
अनिल सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रपति ने गुजरात के नमक के बारे में ही नहीं कहा बल्कि गुजरात मॉडल की भी तारीफ की। मोदी को भी सराहा। उदित राज को भाषा को लेकर जरूर संयम बरतना चाहिए लेकिन उन्होंने जो सवाल उठाया है, वे सही हंै। दलित और आदिवासी के नाम पर अगर आप पद हासिल करते हैं तो आप भी गरिमा का ध्यान रखे।