पारसनाथ हिल्स पर सियासी घमासान, धार्मिक स्थल पर राजनीति बर्दाश्त नहीं : हेमंत सोरेन
- कहा-खेली जा रही है विभाजनकारी राजनीति
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी पर पारसनाथ हिल्स यानी मारंग बुरु पर ‘विभाजनकारी’ राजनीति करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राज्य में पहले कभी किसी धार्मिक स्थल को लेकर इस तरह का विवाद नहीं देखा गया। जैन समुदाय झारखंड सरकार द्वारा पारसनाथ हिल्स को पर्यटन स्थल में तब्दील करने के फैसले का विरोध कर रहा है, क्योंकि वह उसे अपने पवित्र स्थानों में से एक मानता है।
आदिवासी पारसनाथ हिल्स को सबसे पवित्र ‘जेहरथन’ (पूजा स्थल) मानते हैं। सोरेन ने गिरिडीह में एक रैली में कहा कि एक धार्मिक स्थल पर राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पिछले महीने शुरू हुए पारसनाथ हिल्स विवाद के पीछे केंद्र और भाजपा के छिपे हुए एजेंडे पर संदेह करते हुए मुख्यमंत्री ने आदिवासी समुदाय को आश्वासन दिया कि मारंग बुरु (सर्वोच्च शक्ति या देवता) वहीं बने रहेंगे। सोरेन खतियानी जौहर यात्रा के दूसरे चरण के दौरान गिरिडीह में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि विभाजनकारी राजनीति खेली जा रही है। वे हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों, ईसाइयों और पिछड़ों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।