प्रवासी भारतीयों के डिपोर्ट पर गरमाई सियासत

अमृतसर हवाई अड्डे पर अमेरिकी विमान भेजने पर भडक़े मान, कांग्रेस व आप ने साधा पीएम मोदी पर निशाना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। अमेरिका (यूएस) में अवैध तरीके से गए भारतीयों को पकडक़र डिपोर्ट किया जा रहा है। ऐसे में डिपोर्ट किए गए भारतीयों लेकर एक नहीं बल्कि दो अमेरिकी विमान आ रहे हैं। एक विमान आज यानी शनिवार को अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड करेगा। वहीं दूसरा विमान रविवार (16 फरवरी) को पहुंचेगा। इन दोनों विमानों में सबसे ज्यादा लोग पंजाब के हैं।
उधर, एक दिन पहले यूएस से डिपोर्ट किए गए भारतीयों को लेकर अमृतसर में अमेरिकी विमान की लैंडिंग पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आपत्ति जताई थी। मान ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब को बदनाम करने के लिए अमृतसर एयरपोर्ट पर अमेरिकी विमान को उतारने की इजाजत दी है। सीएम के इस बयान पर राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दल के नेता सीएम की इस स्टेटमेंट पर उन्हें खरी-खरी सुनाने में लगे हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान अमृतसर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अमेरिका से गैर-कानूनी प्रवासी भारतीयों को लेकर आ रहे विमान को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतारने के फैसले का विरोध किया। उन्होंने इस कदम को पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की केंद्र सरकार की गहरी साजिश बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को भारत के लिए सबसे ज्यादा अनाज पैदा करने वाला और देश की शक्ति के रूप में जाना जाता है, लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार ने पंजाब को बदनाम करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों को लेकर आने वाले विमान को अमृतसर में उतारना भारत सरकार की विश्व स्तर पर पंजाब की छवि को खराब करने की एक सोची समझी साजिश है। भगवंत सिंह मान ने विदेश मंत्रालय की तरफ से अमृतसर को यह विमान उतारने के लिए चुनने पर सवाल उठाया जबकि देश में सैकड़ों अन्य हवाई अड्डे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहले ही विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के पास यह मुद्दा उठा चुके हैं, लेकिन उनसे कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। कुछ दिन पहले भी एक विमान अमृतसर उतरा था और अब दो अन्य विमानों को बिना किसी ठोस तर्क के उतारा जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबियों को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी पंजाबियों को पसंद नहीं करती, जबकि यह सच भी इतिहास के पन्नों में दर्ज है कि देश की आजादी संघर्ष के दौरान शहीद हुए, जेलों में बंद हुए या निर्वासित किए गए 90 फीसदी से अधिक लोग पंजाब से थे।

गुजरात में क्यों नहीं उतरा विमान : सुप्रिया

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के अमेरिका से अवैध भारतीय अप्रवासियों को अमृतसर ले जाने वाले विमानों के बारे में दिए गए बयान पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पिछली बार आए अधिकतर निर्वासित लोग गुजराती थे। हम यह जरूर पूछेंगे कि विमान अमृतसर में क्यों उतरा, गुजरात में क्यों नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार का मामला अमेरिकी राष्ट्रपति के समक्ष नहीं उठाया। सरकार की विदेश नीति विफल रही है।

पंजाब की कोई बदनामी नहीं हो रही : गुरजीत सिंह

पंजाब कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला का कहना है कि भगवंत मान ने जो कहा वह सिर्फ सुर्खियां बनाने के लिए था। उसका कोई मतलब नहीं था। यह फ्लाइट दिल्ली में लैंड होनी चाहिए थी। पंजाब की कोई बदनामी नहीं हो रही है। पंजाब में बड़ी संख्या में एनआरआई हैं, जो हमारी अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान देते हैं। पंजाबी विदेशों में खुशहाल जीवन बिता रहे हैं। सरकारें इस बड़े पैमाने पर हो रही प्रवास को रोकने के लिए क्या कर रही हैं? राज्य सरकार ने लोगों को रोजगार देने के लिए क्या किया है? राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति क्या है? क्योंकि पंजाब के लोग आर्थिक रूप से मजबूत हैं, इसलिए वे अमेरिका जाना पसंद करते हैं। बड़ी संख्या में भारतीय यूरोप और यूएई भी गए हैं। यह हमारे देश की स्थिति को दर्शाता है। भाजपा और आप सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।

इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं सीएम : फतेहजंग सिंह बाजवा

मुख्यमंत्री भगवंत मान के बयान पर पंजाब भाजपा के उपाध्यक्ष फतेहजंग सिंह बाजवा ने कहा कि अब तक जिन लोगों को डिपोर्ट किया गया है, उनमें से 67 पंजाब से हैं और बाकी अन्य राज्यों से हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मुद्दे का राजनीतिकरण करके अपने ही राज्य को बदनाम कर रहे हैं। आप सरकार ने उन लोगों (एजेंटों) के खिलाफ क्या कार्रवाई की, जो इन युवाओं को अवैध रूप से विदेश भेज रहे हैं। ये लोग बड़ी रकम वसूलकर बच्चों को दूसरे देशों में भेज रहे हैं। पंजाब में इमीग्रेशन सबसे बड़ा उद्योग बन चुका है। अवैध इमीग्रेशन सेंटरों पर क्या कार्रवाई की गई। बाजवा ने कहा कि इस मुद्दे को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए। पंजाब के परिवार पहले से ही मानसिक दबाव में हैं। जब ये लोग विदेश जा रहे थे, तब कुछ नहीं किया गया और अब मुख्यमंत्री इसे राजनीति का मुद्दा बना रहे हैं। वे बेरोजगारी की वजह से विदेश गए थे। पंजाब सरकार ने रोजगार के लिए क्या किया, कोई उद्योग पंजाब में आकर निवेश नहीं कर रहा। मुख्यमंत्री को इन लोगों का पुनर्वास करना चाहिए और उन्हें स्टार्टअप शुरू करने के लिए लोन देना चाहिए।

वायनाड पुनर्वास को लेकर कें द्र व केरल में घमासान

एनडीए सरकार ने राज्य के लिए 529.50 करोड़ मंजूर किए केरल के मंत्री ने उठाए सवाल
विपक्ष के नेता सतीशन का मंत्री को समर्थन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोच्चि। केरल में केंद्र द्वारा वायनाड को सशर्त सहायता देने को लेकर घमासान मचा हुआ है। राज्य के वित्त मंत्री केएन बालगोपाल ने मोदी सरकार द्वारा वायनाड पुनर्वास के लिए लगभग 529.50 करोड़ रुपये का सशर्त ऋण मंजूर किए जाने के बाद केंद्र की आलोचना की। मंत्री ने इस शर्त को बहुत बड़ी व्यावहारिक समस्या बताया।
केंद्र ने वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्वास के लिए अपनी पूंजी निवेश योजना के तहत ऋ ण मंजूर किया, इस शर्त के साथ कि केरल को 31 मार्च तक राशि का उपयोग करना होगा। केंद्र की पूंजी निवेश 2024-25 के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना के तहत ऋ ण से जुड़ी शर्तों के अनुसार, जारी की गई राशि को 10 कार्य दिवसों के भीतर कार्यान्वयन एजेंसियों को भेज दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, उन्हें इसे थोड़ा पहले प्रदान करना चाहिए था। फिर भी, एक बार सभी मंजूरियाँ मिल जाने के बाद, राज्य पुनर्वास कार्य के पहले चरण को आगे बढ़ाएगा, जिसमें एक वर्ष के भीतर या अगले वर्ष तक एक टाउनशिप का निर्माण शामिल है। बालगोपाल से सहमति जताते हुए, विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने भी कहा कि 31 मार्च तक ऋ ण राशि का उपयोग करने की शर्त अव्यावहारिक थी। केंद्र के कदम की कड़ी आलोचना करते हुए, सतीशन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि पुनर्वास कार्य के लिए विशेष वित्तीय पैकेज के बजाय ऋण प्रदान करना वायनाड में प्रभावित लोगों का मजाक उड़ाने के समान है, जिन्होंने अपनी जान, आजीविका खो दी है और असहाय खड़े हैं। उन्होंने कहा कि 16 परियोजनाओं के लिए 50 साल का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करके, जिसका उपयोग 31 मार्च तक किया जाना चाहिए, केंद्र सरकार केरल की मदद करने का दिखावा करते हुए उसका दम घोंटने की कोशिश कर रही है।

ऋ ण शर्तों के साथ ये समस्या

पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता योजना 2024-25 के अनुसार, यदि उस अवधि से आगे कोई देरी होती है, तो राज्य पिछले वर्ष के लिए खुले बाजार उधार पर भारित ब्याज दर के अनुसार जारी की गई राशि पर केंद्र को ब्याज का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होगा। मंत्री ने दावा किया हमें जो मिला वह अनुदान नहीं था, यह कैपेक्स (पूंजीगत व्यय) योजना के तहत 529.50 करोड़ रुपये का ऋ ण है। यह एक दीर्घकालिक ऋ ण है जिसे चुकाया जाना चाहिए। हालांकि इसका बहुत जल्दी उपयोग किया जाना चाहिए, जो ऋ ण की शर्तों में से एक है। यह एक बड़ी व्यावहारिक समस्या है।

मुंबई की न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में 122 करोड़ का गबन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। मुंबई की न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में 122 करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आया है। मुंबई पुलिस ने बैंक के महाप्रबंधक और लेखा प्रमुख व उनके सहयोगियों के खिलाफ 122 करोड़ रुपये के गबन का मामला दर्ज किया है।
गबन मामले की जांच अब मुंबई पुलिस की अपराध शाखा करेगी। भारतीय रिजर्व बैंक ने न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर कई प्रतिबंध लगाए थे। यहां तक कि ग्राहक बैंक से धन की निकासी भी नहीं कर सकते हैं। आरबीआई ने लोगों की चिंताओं को ध्यान में रखकर ही बैंक पर कई प्रतिबंध लगाए हैं। आरबीआई ने बैंक के बोर्ड को एक साल के लिए भंग कर दिया।

राहुल गांधी ने कांग्रेस को आगे बढ़ाने के लिए बनाई नई रणनीति

कई करीबियों को पार्टी में दिलाये अहम पद

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी को निराशा से उबारने की नई रणनीति बनाई है और उसे आगे बढ़ाने के लिए अपने करीबियों को पार्टी में महत्वपूर्ण पद दिलवाये हैं।
कांग्रेस की ओर से संगठन में जो फेरबदल किया गया है वह साफ दर्शा रहा है कि भले पार्टी अध्यक्ष पद पर मल्लिकार्जुन खरगे हों लेकिन चलती सिर्फ राहुल गांधी की ही है। हम आपको बता दें कि कांग्रेस ने एक के बाद एक कई विधानसभा चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अपने राष्टï्रीय संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए दो नए महासचिव और नौ प्रदेश प्रभारी नियुक्त किए हैं। पार्टी ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन को महासचिव तथा रजनी पाटिल, बीके हरिप्रसाद और मीनाक्षी नटराजन समेत नौ नेताओं को विभिन्न प्रदेशों का प्रभारी नियुक्त किया है।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इन नेताओं को नयी जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही राजीव शुक्ला, मोहन प्रकाश, देवेंद्र यादव, अजय कुमार, दीपक बाबरिया और भरत सिंह सोलंकी को प्रदेश प्रभारी के दायित्व से मुक्त कर दिया है। हम आपको बता दें कि राजीव शुक्ला हिमाचल प्रदेश, मोहन प्रकाश बिहार, देवेंद्र यादव पंजाब, अजय कुमार ओडिशा, दीपक बाबरिया हरियाणा और भरत सिंह सोलंकी जम्मू-कश्मीर के प्रभारी का उत्तरदायित्व निभा रहे थे। देवेंद्र यादव फिलहाल दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। दीपक बाबरिया ने हरियाणा में पार्टी की हार के बाद पद छोडऩे की पेशकश की थी। देखा जाये तो इन सभी राज्यों में कांग्रेस की हालत हालिया चुनावों में खराब रही या फिर यह प्रभारी अपने प्रभार वाले राज्यों में गुटबाजी को थामने और कांग्रेस को आगे बढ़ाने में विफल रहे।

अभी भी खत्म नहीं हो रहा प्रयागराज में भीषण जाम

लोग भूख-प्यास से परेशान, संगम जाने वाले मार्ग पर लगी वाहनों की कतार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। प्रयागराज में आज भी सभी रास्तों पर भीषण जाम लगा है। अरेल जाने वाला रास्ते पर वाहनों की लंबी कतार लगी हैं। श्रद्धालुओं को काफी परेशानी उठानी पड़ रही हैं। प्रयागराज में त्रिवेणी संगम के घाटों से ड्रोन से तस्वीरें ली गई हैं। जहां लोग महाकुंभ 2025 में पवित्र डुबकी लगा रहे हैं।
14 फरवरी तक दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम में 50 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई है। मेला प्रशासन की ओर से शनिवार को 15000 स्वच्छता कर्मियों के माध्यम से सफाई तथा रविवार को 10 हजार लोगों के हैंड प्रिंट लिए जाने का विश्व रिकॉर्ड बनाने का निर्णय लिया गया था। इसके लिए तैयारी भी कर ली गई, लेकिन शुक्रवार को स्नानार्थियों को रेला उमड़ पड़ा। अब शनिवार एवं रविवार को और भीड़ उमडऩे की उम्मीद है।
बता दें कि मेला प्रशासन की ओर से एक हजार ई-रिक्शा संचालन का भी रिकॉर्ड बनाया जाना है, लेकिन भीड़ को देखते हुए उसे पहले ही स्थगित किया जा चुका है।
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि तीनों रिकॉर्ड की नई तारीख जल्द घोषित की जाएगी।

महाकुंभ से शामिल होकर वापस जा रहे 10 श्रद्धालुओं की मौत

मिर्जापुर। मेजा के पास प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर शुक्रवार देर रात एक गंभीर सडक़ हादसा हुआ, जिसमें 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 19 घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं को लेकर जा रही बोलेरो बस से आमने-सामने टकरा गई। हादसा तब हुआ जब छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं को लेकर जा रही बोलेरो बस से आमने-सामने टकरा गई। अधिकारियों के मुताबिक, बोलेरो में सवार सभी 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सभी पीडि़त 25 से 45 साल के बीच के पुरुष थे, जो छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के रहने वाले थे और संगम में पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज जा रहे थे।

बस में सवार यात्री भी घायल हुए

दुर्घटनाग्रस्त बस में मध्य प्रदेश के राजगढ़ के श्रद्धालु सवार थे, जो कुंभ मेले में शामिल होने के बाद वाराणसी जा रहे थे। घायल 19 यात्रियों को इलाज के लिए सीएचसी रामनगर में भर्ती कराया गया है।

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