2022 ही नहीं, 24 की भी लड़ाई लड़ रही प्रियंका गाँधी

  • कांग्रेस प्रत्याशी पंखुडी पाठक के पक्ष में जनता से मांगा वोट

लखनऊ। प्रियंका गांधी अब डोर टू डोर जनसंपर्क कर रही हैं। वे नोएडा से कांग्रेस प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक के पक्ष में लोगों से मिलकर उन्हें वोट देने की अपील कर रही हैं। प्रियंका ने अनूपशहर, सिकंदराबाद और स्याना में कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए डोर-टू-डोर जनसंपर्क किया। उन्होंने इसे लोगों को समझने और जनता से सीधा संपर्क स्थापित करने का माध्यम बना लिया है। आने वाले दिनों में वे पूरे उत्तर प्रदेश में इसी तरह से सीधा संपर्क अभियान जारी रखेंगी। यह उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि उत्तराखंड, पंजाब और अन्य राज्यों तक जाएगा। लोगों के साथ डोर-टू-डोर जनसंपर्क कार्यक्रम में वे युवाओं, बच्चों और बुजुर्गों से मिल रही हैं। भारी भीड़ में भी महिलाएं उनसे हाथ मिलाने, उनकी एक झलक पाने को उत्सुक दिखाई पड़ रही हैं। प्रियंका भी महिलाओं को निराश नहीं करतीं और उनके घरों में जाकर उनसे सीधी बातचीत करती हैं। उनके साथ सेल्फी लेने में जरा भी देर नहीं लगातीं। वे उन्हें बताती हैं कि किस तरह वे महिलाओं को आगे बढ़ने का अवसर दे रही हैं और उन्हें यह अवसर अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि प्रियंका गांधी का यह खुला स्वभाव लोगों के दिलों में गहरी जगह बना रहा है।

प्रियंका गांधी की मुस्कान और हंसमुख चेहरा लोगों को अपने साथ जोड़ रहा है। वे तमाम सुरक्षा तामझाम को किनारे रख कर सीधे लोगों के बीच चली जा रही हैं। इससे लोग उनके साथ जुड़ रहे हैं। प्रियंका गांधी के विशेष सलाहकार आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि वे एक लंबी लड़ाई के लिए जमीन पर उतरी हैं। यह अभियान केवल 2022 तक के उत्तर प्रदेश चुनाव तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके आगे 2024 के लोकसभा चुनाव तक भी जाएगा। इसे केवल यूपी तक ही सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि देश के सभी राज्यों से प्रियंका गांधी की मांग आ रही है, और वे सभी राज्यों में जाकर लोगों से संपर्क स्थापित करेंगी। उनकी यह लड़ाई सत्ता और व्यवस्था परिवर्तन के लिए है और इसके होने तक यह लड़ाई जारी रहेगी।

आठ फरवरी को मथुरा आएंगी प्रियंका गांधी

कांग्रेस की राष्टï्रीय महासचिव एवं यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी मथुरा विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी प्रदीप माथुर के पक्ष में वोट मांगने के लिए आठ फरवरी को मथुरा आएंगी। वह सबसे पहले यमुना नदी के प्राचीन घाट पर पूजा-अर्चना करेंगी। इसके बाद वह चुनाव प्रचार करेंगी। मथुरा सीट से पूर्व विधानमंडल दल के नेता प्रतिपक्ष पूर्व विधायक प्रदीप माथुर चुनाव लड़ रहे हैं। उनके पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए आठ फरवरी को प्रियंका गांधी आएंगी। वह पहले यमुना पूजन किया जाएगा। इसके बाद द्वारिकाधीश मंदिर पहुंचकर दर्शन करेंगी। यहां से वह पैदल वोट मांगती हुए होलीगेट तक आएंगी। होटल ड्यूक पैलेस जाएंगी, जहां पर चुनाव आयोग के निर्देश के अनुरूप सभा को संबोधित किया जाएगा। उधर, छह फरवरी को प्रदीप माथुर के लिए वोट मांगने के लिए कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा तथा आचार्य प्रमोद कृष्णम भी आएंगे। घर-घर पहुंचकर वोट मांगे जाएंगे। जिलाध्यक्ष चौधरी भगवान सिंह वर्मा और महानगर अध्यक्ष पंडित मदनमोहन शर्मा ने बताया कि प्रियंका गांधी के कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

केशव मौर्य की डिग्री के मामले में सुनवाई 28 को

लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की डिग्री को लेकर दाखिल अर्जी पर सुनवाई 28 फरवरी को करेगा। याची अधिवक्ता के आग्रह पर कोर्ट ने यह आदेश दिया है। दिवाकर नाथ त्रिपाठी की याचिका पर न्यायमूर्ति राजीव गुप्ता की एकल पीठ सुनवाई कर रही थी। अर्जी में एसीजेएम प्रयागराज के चार सितंबर 2021 को पारित आदेश को चुनौती दी गई है। बता दें कि प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ रहे है। सिराथू सीट से नामांकन भी किया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सिराथू सीट से केशव मौर्य की जीत पक्की है, फिलहाल यहां उन्हें कोई हराने वाला अभी मैदान में नहीं है।

नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत सरकार को देना होगा मुआवजा

प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गाजियाबाद में 2004 में हुए भूमि अधिग्रहण मामले में पूर्व में दिए गए अपने फैसले को सही ठहराया है। कोर्ट ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत मुआवजे की रकम का भुगतान का आदेश देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की ओर से दाखिल पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया। यह आदेश मुख्य न्यायमूर्ति राजेश बिंदल और पीयूष अग्रवाल की खंडपीठ ने दो याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई करते हुए दिया है। मामले में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने गाजियाबाद में 2004 में भूमि अधिग्रहण किया था लेकिन याची को मुआवजा नहीं मिल सका। प्राधिकरण ने 2014 में अवार्ड घोषित किया। तब याची की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दायर कर भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत मुआवजा देने की मांग की।

कोर्ट ने 2017 में विपक्षी पक्ष के पक्ष में फैसला सुनाया। इस पर उत्तर प्रदेश सरकार और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने इस फैसले के खिलाफ पहले हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट में विशेष याचिका फाइल की थी लेकिन राहत नहीं मिली। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार और प्रॉधिकरण दोनों ने हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की। कोर्ट में याची पक्ष की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता तुषार मेहता, महाधिवक्ता राघवेंद्र सिंह सहित कई सरकारी अधिवक्ताओं ने और विपक्षी पक्ष की आरे से चंदन शर्मा ने बहस की। हाईकोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व के दिए गए आदेशों का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया।

जांच समिति करेगी ओवैसी पर फायरिंग प्रकरण की जांच : प्रशांत कुमार

लखनऊ। आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएल) के राष्टï्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की कार के काफिले पर हापुड़ में हमले के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने पांच सदस्यीय समिति गठित कर दी है। यह समिति जांच करने के बाद रिपोर्ट शासन को देगी। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह दोनों ही ओवैसी के बयानों से काफी आहत हैं। उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए पांच टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने कहा कि आईजी मेरठ खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं। मेरठ रेंज के आइजी प्रवीण कुमार के साथ तेज तर्रार अफसरों की टीम भी मामले की तह तक जाने के लिए लगाई गई है। साथ ही फारेंसिक की टीम को भी जांच में लगाया गया है।

प्रशांत कुमार ने बताया कि हापुड़ जिले में फायरिंग की घटना पर सांसद के असदुद्दीन ओवैसी प्रतिनिधि यामीन खान की तहरीर पर थाना पिलखुआ में धारा 307 आईपीसी और 7 सीएलए अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। दोनों आरोपितों सचिन व शुभम को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली गई है। इसके साथ ही मामले की विस्तृत जांच प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सांसद ओवैसी के वाहन पर फायरिंग के मामले में दो को गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इनके पास से वारदात में इस्तेमाल हथियार बरामद किया गया। प्रथम दृष्टया विशेष धर्म पर टिप्पणी इस हमले का कारण मानी जा रही है।

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