गोमती नगर में अघोषित बिजली कटौती से जनता में आक्रोश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी में उमस बढऩे के साथ ही बिजली व्यवस्था भी पटरी से उतरती जा रही है। गोमतीनगर के विकास खंड में शुक्रवार सुबह सात बजे से बिजली गायब है। दोपहर के साढ़े तीन बजे बाद भी बिजली सुचारू नहीं हो सकी है। विकास खंड में अघोषित बिजली कटौती से बिजली विभाग के खिलाफ जनता में आक्रोश हैं। बिजली कटौती का कारण भी नहीं बता रहे हैं। विभाग के अधिकारी कटौती कब तक का जवाब बताने में पूरी तरह असमर्थ है। विकास खंड 5 में रहने वाली निधि बताती हैं कि सुबह से बिजली गायब है। सब लोग परेशान हैं। जबकि ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का बयान अखबार में पढ़ा था कि यूपी में त्योहारों और धार्मिक कार्यां के दौरान बिजली नहीं कटेगी। राजधानी लखनऊ में जन्माष्टïमी पर्व भी बिजली काट दी गई तो बाकी पूरे प्रदेश का क्या हाल होगा, यह समझ से परे हैं।
विकास खंड में ही रहने वाले सोनू शर्मा ने बताया कि एक तरफ जहां उमस से लोग परेशान हैं। वहीं दूसरी तरफ अघोषित बिजली कटौती का आलम यह है कि लोग अब त्राहिमाम करने लगे हैं। कई घंटों की अघोषित कटौती लोगों के लिए मुश्किल का सबब बनी हुई है। बिजली की अघोषित कटौती से घरवाले परेशान हैं, मगर विभाग के लोग सुनने को तैयार नहीं है। 24 घंटे बिजली आपूर्ति का वादा करने वाली सरकार धरा का धरा ही रह जा रहा है। बिजली कटौती का असर व्यवसाय पर भी पडऩे लगा है। बिजली कटौती के चलते कुछ जगह जनरेटर व इनवर्टर चलाना पड़ा। कई घरों के इनवर्टर बोल गए। कई दफ्तरों में बिजली कटौती के चलते काम बाधित है। अचानक बिजली आपूर्ति प्रभावित होने से लोग काफी परेशान हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक जब बिजली विभाग में फोन किया जाता है तो फाल्ट की बात कहकर फोन काट देते हैं। ऐसे में अब आम आदमी बादल की तरफ टकटकी निगाहों देख रहा है कि काश पानी बरस जाए और गर्मी व उमस से थोड़ी राहत मिल जाए।
अंबेडकरनगर व अयोध्या दौरे पर स्वतंत्र देव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अयोध्या। उत्तर प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व वर्तमान जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह आज अयोध्या व अंबेडकर नगर दौरे पर हैं। स्वतंत्र देव अभी अयोध्या में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। उनसे क्षेत्रों का फीडबैक ले रहे हैं।
दरअसल, जन्माष्टïमी पर सुबह दस बजे के करीब स्वतंत्र देव सिंह मसौधा स्थित एक गोशाला में पहुंचे। गोशाला को बहुत अच्छी तरीके से सजाया गया था। यहां गोपूजा करने के बाद वह अयोध्या धाम स्थित हनुमानगढ़ी पहुंचे। दर्शन पूजन करने के बाद हनुमत निवास के महंत मिथिलेश नंदनी शरण से मुलाकात कर उनका हाल जाना। इसके बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अंबेडकरनगर के लिए रवाना हो गए। इस दौरान अयोध्या महापौर ऋ षिकेश उपाध्याय, महानगर महामंत्री परमानंद मिश्र व पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश पांडेय बादल व अन्य उपस्थित रहे।
झांसी में खुले में बिक रहा डीजल-पेट्रोल, कार्रवाई नहीं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
झांसी। जिले के शहर, गांव और कस्बों के कई बाजारों में खुले में पेट्रोल और डीजल की बिक्री हो रही है। स्थिति यह है कि जिले के कई गांवों और कस्बों में खुले में पेट्रोल-डीजल की अवैध रूप से बिक्री बेरोकटोक हो रही है, लेकिन अफसरों ने अभी तक कार्यवाही तो दूर इस ओर ध्यान भी नहीं दिया है।
विस्फोटकों के अवैध क्रय-विक्रय और भंडारण के लिए शासन द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को सक्रिय किए जाने के बाद भी जिले में पेट्रोल-डीजल के अवैध कारोबारियों में कोई डर नहीं हैं। स्थिति यह है कि जिले में न केवल आम सड़कों पर खुले में पेट्रोल डीजल बिक रहा है, बल्कि शहर से निकले हाईवे और शहर के बाजारों समेत गांव, कस्बों में भी सड़क पर ही पेट्रोल-डीजल की केन रखकर अबैध बिक्री हो रही है। विशेष बात यह है कि भीड़-भाड़ वाले इलाकों में इससे हादसे की आशंका बनी हुई है। जहां एक ओर शहर के पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल 96 रुपये 48 पैसे लीटर में मिलता है, लेकिन खुले में बेचने वाले लोग वाहन चालकों को 120 से 140 रुपये लीटर तक में पेट्रोल विक्रय करते हैं। झांसी के जिला पूर्ति अधिकारी ने कहा जल्द ही खुले में पेट्रोल-डीजल की बिक्री करने वालों पर कार्रवाई करेंगे।
नशे के रूप में इस्तेमाल नहीं हो सकेंगी दवाएं!
एफएसडीए के नए आदेशों के मुताबिक अब हर एक दवा का होगा लेखा-जोखा, सीमित स्टॉक की होगी अनुमति
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बहुत सी ऐसी दवाइयां है, जिनका इस्तेमाल धड़ल्ले से नशे के तौर पर किया जा रहा है। कई ऐसे टेबलेट और खांसी के सिरप है, जिनका इस्तेमाल बच्चे तक नशे के तौर पर कर रहे हैं जबकि इसको लेकर पहले से ही तमाम तरीके की पाबंदियां है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने ऐसी कई दवाओं के भंडारण, खरीद व बिक्री की अधिकतम सीमा तय कर दी है।
खांसी दूर करने के लिए कोडीन से बने कफ सिरप की एक दिन में एक ही शीशी खरीदी जा सकेगी। वहीं अनिद्रा व डिप्रेशन की दवाओं के भी भंडारण की क्षमता तय की गई है। विभाग ने निर्देशों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। औषधि अनुज्ञापन एवं नियंत्रण अधिकारी एके जैन के अनुसार कुछ औषधि विक्रेता नशे के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं का ज्यादा भंडारण करने के साथ अवैध बिक्री कर रहे हैं। जबकि मरीजों के लिए वास्तविक खपत काफी कम है। इसलिए ये प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार कोडीन खांसी से राहत देने वाली दवाओं में पाया जाने वाला घटक है। डॉक्टर की सलाह पर ही इसे तय मात्रा में लेना चाहिए। कई लोग इसका प्रयोग नशे में कर रहे हैं। अब थोक विक्रेता 50, 100 एमएल या किसी अन्य मात्रा की एक दिन में 100 से अधिक शीशी सिरप नहीं बेच सकेंगे। वहीं फुटकर विक्रेता एक व्यक्ति को एक से अधिक शीशी नहीं बेच सकेंगे।
कुछ दवाओं पर लगाई गई पाबंदियां
फुटकर विक्रेता दर्द व बुखार की दवाओं में इस्तेमाल की जाने वाली ट्रामाडोल के दो हजार कैप्सूल ही रख सकेगा। थोक विक्रेता प्रतिदिन 200 कैप्सूल ही किसी फर्म को बेच सकेगा। फुटकर विक्रेता अल्प्राजोलम के एक हजार, क्लोनाजेपाम के दो हजार, डायजापाम व नाइट्राजेपाम के दो-दो सौ और पेंटाजोसिन व बुप्रेनॉरफिन के 50-50 कैप्सूल के ही भंडारण की अनुमति होगी। हालांकि उक्त आदेश सरकारी संस्थानों, कैंसर अस्पताल व मानसिक अस्पताल पर लागू नहीं होंगे। यदि कोई औषधि विक्रेता तय मात्रा से ज्यादा भंडारण व बिलिंग करना चाहता है तो उसे बीते दो वर्ष का खरीद, बिक्री का लेखा जोखा औचित्य बताने के साथ देना होगा।
जनता अदालत में 25 लोगों की हल हुईं समस्याएं
एलडीए उपाध्यक्ष ने सुनीं समस्याएं और किया निस्तारण
शिकायतों के निस्तारण के लिए ओएसडी की लगायी ड्यूटी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी द्वारा जनसामान्य एवं आवंटियों की समस्याओं एवं उनके कार्यों को त्वरित गति से शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर निष्पादित किए जाने हेतु दिए गए निर्देशों के क्रम में प्राधिकरण भवन के भूतल स्थित कमेटी हाल में सुबह दस बजे से प्राधिकरण दिवस/जनता अदालत का आयोजन किया गया। अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी व सचिव पवन कुमार गंगवार द्वारा जनता अदालत में स्वयं उपस्थित होकर जन सामान्य की समस्याओं को विस्तारपूर्वक सुना गया।
इस दौरान रजिस्ट्री, सीमांकन, कब्जे व एनओसी आदि से सम्बंधित कुल 49 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 25 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। वहीं, शेष प्रकरणों के निस्तारण के सम्बंध में उपाध्यक्ष महोदय द्वारा समय सीमा निर्धारित करते हुए सम्बंधित अधिकारियों को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है। इस मौके पर विशेष कार्याधिकारी अमित राठौर, अरुण कुमार सिंह, रामशंकर, नजूल अधिकारी अरविंद त्रिपाठी व तहसीलदार विवेक शुक्ला समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। उधर बता दें कि दो दिन पहले शासन ने लखनऊ विकास प्राधिकरण का नाम बदलने का फैसला किया है। इसके अलावा लखनऊ विकास प्राधिकरण का सीमा विस्तार भी किया जाएगा। सीमा विस्तार के बाद नाम बदलकर लखनऊ महानगर विकास प्राधिकरण होगा।