भाजपा सांसद की भूमिका पर उठे सवाल!

संसद में हमला : आरोपी के लिए कर्नाटक के सांसद की ओर से जारी हुए थे पास, लोकसभा अध्यक्ष से मिलकर सिम्हा ने रखी अपनी बात

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा में विजिटर्स गैलरी से कूदने वाले सागर और मनोरंजन डी को गिरफ्तार कर लिया गया है। संसद की सुरक्षा में हुई इस बड़ी चूक ने सभी को हैरान करके रख दिया है। इन दोनों ही आरोपियों को मैसूरु के बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा की तरफ से पास मिला था। बीजेपी के सासंद की तरफ से जारी हुए पास मिलने के बाद सांसद समेत पूरी बीेजेपी को विपक्ष ने घेर लिया है।
दरअसल, जब किसी सांसद के जरिए किसी व्यक्ति को पास दिया जाता है, तो उन्हें एक शपथ पत्र देना होता है कि वे उस व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं। संसद में घुसपैठ करने वाले आरोपियों से जो पास बरामद हुआ है, उसमें बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा का नाम लिखा हुआ है, यही वजह है कि अब बीजेपी सांसद हर किसी के निशाने पर हैं, हालांकि, अभी तक प्रताप सिम्हा की तरफ से इस घटना पर कोई बयान नहीं आया है।


एक आरोपी मेरे संसदीय क्षेत्र का, मांगा था विजिटर्स पास : सांसद

ऐसी जानकरी प्राप्त हुई हैं प्रताप सिम्हा ने लोकसभा स्पीकर को ये बात जरूर बताई है कि घुसपैठ करने वाले में से एक आरोपी का पिता उनके संसदीय क्षेत्र का है और उसने उनसे विजिटर्स पास मांगा था। प्रताप सिम्हा ने लोकसभा स्पीकर को बताया कि उनके पास घुसपैठियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। मगर उनमें से एक मनोरंजन डी अपने और अपने दोस्त सागर के लिए विजिटर्स पास हासिल करने के लिए सिम्हा के पीए के साथ लगातार संपर्क में था।

 

प्रताप कट्टर हिंदुत्व के समर्थक

प्रताप सिम्हा (47) मैसूरु-कोडगु सीट से लोकसभा सांसद हैं। वह मैसूरु के एक लोकप्रिय बीजेपी नेता हैं और उन्होंने 2014 और 2019 दोनों ही बार पार्टी के टिकट पर चुनावी जीत हासिल की है। प्रताप सिम्हा पहले कन्नड़ा प्रभा में पत्रकार के तौर पर काम करते थे, फिर उन्होंने राजनीति में उतरने का फैसला किया। वह कर्नाटक बीजेपी के युवा विंग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने 2014 में पहली बार चुनाव लड़ा। 2015 में, प्रताप सिम्हा को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था। प्रताप सिम्हा की पहचान हिंदुत्व के कट्टर समर्थक के तौर पर होती है। वह कर्नाटक में टीपू सुल्तान का जन्मदिन मनाने के सरकार के फैसले के खिलाफ थे, क्योंकि उनका कहना था कि टीपू सुल्तान केवल इस्लामवादियों के लिए आदर्श हो सकते हैं, इस साल की शुरुआत में, प्रताप सिम्हा ने पशु प्रेमियों पर भी भड़ास निकालते हुए बयान दिया था।

24 विधायकों पर गाज गिरा सकते हैं जगनमोहन रेड्डी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी 2024 के चुनाव के लिए बड़े फैसले ले सकते हैं। राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा के चुनाव होने हैं। बताया जा रहा है कि 24 वर्तमान विधायकों पर गाज गिर सकती है इनमें 22 एससी और दो एसटी विधायकों शामिल हैं।
हालांकि, कहीं यह आंकड़ा 40 का भी बताया जा रहा है। कुछ विधायकों के सीट भी बदले जा सकते हैं। लेकिन अधिकांश को चुनावी प्रक्रिया से बाहर रखा जाएगा, यह साफ होता दिखाई दे रहा है। ऐसा कहा जाता है कि मुख्यमंत्री ने, खासकर तेलंगाना चुनाव के नतीजों का विश्लेषण करने के बाद, कम प्रदर्शन वाले नेताओं को हटाने का मन बना लिया है। पिछले 18 महीनों में हुई समन्वय समिति की बैठकों में, उन्होंने नॉन-परफॉर्मिंग विधायकों और पार्टी नेताओं को अपने तरीके सुधारने या बाहर होने का जोखिम उठाने की चेतावनी दी थी। माना जा रहा है कि अब उन्होंने नामों पर फैसला कर लिया है। जो नाम बाहर आ रहे हैं उनमें राजम, पयाकराओपेट, अमलापुरम, रज़ोल, पी गन्नवरम, चिंथलापुडी, नंदीगामा, तिरुवुरु, प्रथीपाडु, ताड़ीकोंडा, वेमुरु, संथनुथलापाडु, येरागोंडापलेम, कोंडेपी, गुडूर, सुल्लुरुपेट, सत्यवेदु, गंगाधर और पुथलापट्टू शामिल हैं।

चुनाव आयोग को बॉम्बे हाई कोर्ट की फटकार

दिए निर्देश- पुणे लोकसभा क्षेत्र में तुरंत कराएं उपचुनाव

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। बॉम्बे हाई कोर्ट ने को भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) को पुणे लोकसभा क्षेत्र के लिए तुरंत उपचुनाव कराने का निर्देश दिया, जो 29 मार्च को सांसद गिरीश बापट की मृत्यु के बाद खाली हो गया था। जस्टिस गौतम एस पटेल की अगुवाई वाली हाई कोर्ट की बेंच ने, निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव न कराने के लिए ईसीआई द्वारा जारी प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया।
उच्च न्यायालय ने कहा कि ईसीआई ने एक विचित्र कारण दिया था कि उसकी पूरी मशीनरी बहुत व्यस्त थी और पुणे उपचुनाव से परेशान होने के लिए मार्च 2023 से 2024 में लोकसभा चुनाव की तैयारी में व्यस्त थी। पीठ ने कहा कि ईसीआई कर्मचारियों के व्यवसाय के परिणामस्वरूप नागरिकों को प्रतिनिधित्व से वंचित नहीं किया जा सकता है और यह अकल्पनीय है और यह पूरे संवैधानिक ढांचे को नुकसान पहुंचाने जैसा होगा, जिस पर हमें विश्वास है कि यह वही है जो ईसीआई भी नहीं चाहता था। किसी भी संसदीय लोकतंत्र में शासन निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा किया जाता है जो लोगों की आवाज़ होते हैं। यदि कोई प्रतिनिधि अब नहीं रहा तो उसके स्थान पर दूसरे को रखा जाना चाहिए। लोग बिना प्रतिनिधित्व के नहीं रह सकते।
यह पूरी तरह से असंवैधानिक है और संवैधानिक ढांचे के लिए मौलिक अभिशाप है। जोशी ने दावा किया कि पिछले कुछ महीनों में संसद में घटकों के पास कोई आवाज नहीं थी। उच्च न्यायालय ने 7 दिसंबर को कहा कि वह प्रथम दृष्टया ईसीआई द्वारा दिए गए तर्क से सहमत नहीं है कि यदि उपचुनाव होते हैं, तो निर्वाचित उम्मीदवार के पास सांसद के रूप में मुश्किल से तीन-चार महीने का काम होगा और इससे तैयारी गतिविधियों पर भी असर पड़ेगा।

’क्या मेरी आवाज पर भरोसा नहीं’

रजिस्ट्री कर्मचारियों के सांस्कृतिक कार्यक्रम में बोले सीजेआई चंद्रचूड़

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने रजिस्ट्री में काम करने वाले सभी कर्मचारियों के बीच सौहार्द्र पैदा करने के मकसद से इस हफ्ते एक खेल और सांस्कृतिक बैठक का आयोजन किया। देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ से जब पूछा गया कि क्या वह इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेना चाहते हैं, तो इस पर उन्होंने कहा कि एक गाना गाना चाहते थे लेकिन उन्हें अंत्याक्षरी के लिए नामांकन करने की परमिशन नहीं दी गई, जिसके बाद उन्होंने कहा, कि क्या आपको मेरी आवाज पर भरोसा नहीं है, लेकिन आपको मेरे फुटबॉल खेलने पर भरोसा है।
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, कि यह खुशी की बात है कि रजिस्ट्री कर्मचारियों के परिवार भी इस वार्षिक कार्यक्रम में भाग लेते हैं, सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री 2,500 कर्मचारियों का परिवार है जब उनके परिवार भी इन कार्यकर्मों में हिस्सा लेते हैं तो यह एक बड़ा परिवार बन जाता है।

कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने का ऐलान

कार्यक्रम के दौरान मुख्य न्यायाधीश के एक ऐलान ने वहां मौजूद लोगों के चेहरों पर बड़ी खुशी ला दी। दरअसल सीजेआई ने रजिस्ट्री कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने का अचानक से ऐलान कर दिया। डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह कदम आमतौर पर तब उठाया जाता है जब कोई मुख्य न्यायाधीश सेवानिवृत्त होता है, लेकिन वह कर्मचारियों को प्रोत्साहित करना चाहते थे। उन्होंने म्यूजिकल चेयर कार्यक्रम की भी जमकर तारीफ की, जिसमें उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री अच्छी है क्योंकि वे हर दिन जजों के साथ खेल खेलते हैं।

लोकसभा में घुसे शख्स को पकडऩे वाले सांसद की थरूर ने की तारीफ

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पार्टी के सांसद गुरजीत सिंह औजला की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से औजला ने संसद के अंदर घुसे आरोपी को पकड़ा वह बताता है कि सिंह इज किंग हैं, बता दें कि कांग्रेस सांसद औजला ने लोकसभा में घुसे आरोपी को सबसे पहले पकड़ा था। शशि थरूर ने औजला की तारीफ में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी किया है, उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि सदन में घुसे आरोपी का सामना करने के लिए मैं उनकी तारीफ करता हूं, सिंह इज किंग! आप शानदार हैं औजला, आप बहुत बहादुर भी हैं।

सर्दी और प्रदूषण से दिल्ली-एनसीआर में बढ़ी टेंशन

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर में सर्दी बढ़ गई है। इसके साथ ही प्रदूषण का स्तर भी आंख मिचौली का खेल खेल रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक बुधवार को भी बहुत खराब श्रेणी में बनी रही। आज (वृहस्पतिवार) सुबह आईजीआई एयरपोर्ट पर 355, न्यू मोती बाग में 368 और पंजाबी बाग में 397 एक्यूआई दर्ज हुआ। बीते मंगलवार को दिल्ली में प्रदूषण सूचकांक 355 दर्ज किया गया था। जोकि सोमवार के मुकाबले 38 अंक अधिक है। आने वाले दिनों में भी प्रदूषण से राहत की उम्मीद नहीं है। दिल्ली में मुख्य सतही हवा दक्षिण-पूर्व/उत्तर दिशाओं से चार से आठ किमी प्रतिघंटे की गति से चली। हवाओं की गति काफी धीमी रहने के कारण वातावरण में मौजूद प्रदूषक कण फैल नहीं पाए। ठंड के कारण प्रदूषक तत्व निचले स्तर पर ही रहे, जिस कारण लोगों को खासी परेशानी हुई। हालांकि दिन में खिली हल्की धूप ने थोड़ी राहत दी, लेकिन शाम ढलते ही मौसम सर्द होने से परेशानी फिर बढ़ी।

ईडी ने उत्तराखंड में आईएफएस की संपत्ति कुर्क की

देहरादून। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि उसने उत्तराखंड में भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी के खिलाफ धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में उनकी 31 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। एजेंसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आईएफएस अधिकारी किशन चंद और उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाली हरिद्वार में स्थित स्कूल की इमारत और रुडक़ी जिले में स्थित ‘स्टोन क्रशर’ को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अस्थायी रूप से जब्त किया गया है। बयान में कहा गया है कि संपत्ति की कुल कीमत 31.88 करोड़ रुपये है। एजेंसी के अनुसार चंद संभागीय वन अधिकारी हैं। धनशोधन का मामला उत्तराखंड सरकार के सतर्कता विभाग द्वारा अधिकारी के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी से जुड़ा है।

सहारनपुर में ऑटो और पिकअप की भिड़ंत में दो की मौत

सहारनपुर। सहारनपुर पुलिस ने बताया कि नागल-टपरी मार्ग पर एक दुर्घटना हुई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सागर जैन ने बताया कि भी घायलों को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने ऑटो चालक नीटू (32) और मोहित (22) को मृत घोषित कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के नागल इलाके में बृहस्पतिवार सुबह एक ऑटो और पिकअप वैन की भिड़ंत हो गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हो गये। पुलिस ने यह जानकारी दी।

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