मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ही NDA में मच गया बवाल
भाजपा नेता संगीत सोम और संजीव बालियान के बीच चल रही जुबानी जंग तूल पकड़ती जा रही है...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है… बीजेपी का उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा उन्नीस सीटों का नुकसान हुआ है… पिछले एक दशक बाद बीजेपी को उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा झटका लगा है…. ऐसे में इस नुकसान को लेकर चर्चाएं हो रही है… और यूपी बीजेपी में आरोपों का दौर शुरू हो गया है…. वहीं लोकसभा चुनाव में हार के बाद अब यूपी बीजेपी में आरोपों का दौर शुरू हो गया है. उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में बीजेपी की करारी हार को लेकर पार्टी के नेताओं में जुबानी जंग तेज हो गई है… और सभी नेता अपनी हार का आरोप एक दूसरे पर लगा रहें है… बता दें उत्तर प्रदेश में भाजपा के कई दिग्गज नेता चुनाव हार गए है… वहीं अपनी हार का जिम्मेदार पार्टी के ही नेता पर लगा रहें हैं… जिससे सियासी पारा बढ़ गया है… आपको बता दें कि पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान द्वारा उनकी जयचंद के कारण हुई हार वाले बयान पर सरधना के पूर्व विधायक संगीत सोम ने जवाब देते हुए कहा कि संजीव बालियान खुद अपने व्यवहार के कारण हारे हैं… उनका व्यवहार जनता के प्रति अच्छा नहीं रहा है… जिसके चलते उनको चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है…
बता दें कि मेरठ कैंट स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सोम ने कहा कि डॉ. संजीव बालियान सरधना विधानसभा में नहीं हारे… उन्हें बराबर वोट मिले हैं… बालियान सरधना के अलावा अन्य विधानसाभा क्षेंत्रों से हारे हैं… जिसका आरोप अब वें दूसरे पर लगा रहें हैं… वहीं संजीव बालियान खुद अपने घर की विधानसभा बुढ़ाना… और चरथावल में हारे हैं… वहीं जब बालियान अपने ही घर से हार गए है… उनको उन्ही के घर की जनता ने नकार दिया है… इससे साफ पता चलता है कि बालियान का रूख जनता के प्रति कभी भी सही नहीं रहा है… जिसके चलते उनकी बड़ी हार हुई है… बता दें कि शहर विधानसभा सीट पर जहां भाजपा हमेशा से ही सत्तर हजार तक की लीड करती थी…. वहां मात्र आठ सौ वोट ही लीड कर सके हैं….
वहीं संगीत सोम ने आगे कहा कि शहर के नई मंडी क्षेत्र में जहां भाजपा हमेशा जीती थी…. वहां समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी जीता है… संजीव बालियान को इस पर भी मंथन करना चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों हुआ… हमसे कहां पर चूक हुई जिसके चलते पूरी बाजी पलट गई… और जनता ने नकार दिया है… वहीं अपनी हार की जिम्मेदारी दूसरों पर देने से काम नहीं चलेगा…
वहीं मुख्यमंत्री के आने पर प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में संजीव बालियान के साथ हुई वार्ता में मुझे कहा गया था कि वह सरधना सीट देखें…. बाकी सीटों पर ना ध्यान दें…. मैंने चुनाव में सरधना सीट पर ध्यान दिया… और इस सीट पर बराबर वोट मिले हैं… खतौली विधानसभा में भी कम वोट मिले हैं… वहीं लोकसभा चुनाव में मुझे जो जिम्मेदारी मिली थी उस जिम्मेदारी को मैने बखूबी निभाया है… और सरधना सीट पर बालियान की जीत हुई है… बाकी किसी भी विधानसभा की मुझे कोई जिम्मेदारी नहीं मिली थी… और खुद बालियान चुनाव प्रचार कर रहे थे… जिसके बाद वो हार गए… बता दें कि प्रदेश के मुखिया ने संजीव बालियान के लिए सभाएं की लेकिन उसका भी कोई खास असर नहीं हुआ है… और बीजेपी उत्तर प्रदेश में महज तैंतीस सीटों पर सिंमट कर रह गई है…
बता दें कि संगीत सोम ने कहा कि मेरा संजीव बालियान के साथ कोई वैचारिक मतभेद नहीं है…. वह भी पार्टी कार्यकर्ता है और मैं भी पार्टी कार्यकर्ता हूं… दोनों पार्टी के लिए काम कर रहे हैं… संजीव बालियान की मुझसे बात करने की हैसियत नहीं है…. इस बयान के सवाल के जवाब में संगीत सोम ने कहा कि संजीव बालियान ने मुझ पर विनाश की राजनीति करने का आरोप लगाया था…. उस संबंध में उन्होंने यह बयान दिया था…. संगीत सोम ने कहा कि बालियान को संगठन और पार्टी से संबंधित जो बातें करनी है…. वह पार्टी नेतृत्व के साथ करनी चाहिए प्रेस में नहीं करनी चाहिए…. संगीत सोम ने कहा कि मेरी और संजीव बालियान के बीच कोई लड़ाई नहीं है…. दोनों ही भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता है…. चुनाव में सपा प्रत्याशी के समर्थन में काम करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह समाजवादी पार्टी के साथ कैसे काम कर सकते हैं… समाजवादी पार्टी ने उसे जेल भिजवाया था…. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी को मिली हार के बारे में उन्होंने कहा कि वोटो का बंटवारा पार्टी की हार का कारण बना है…
आपको बता दें कि संगीत सोम की प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों को प्रेस नोट बांटा गया…. जिसमें पूर्व राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान पर संगीन आरोप लगाए गए हैं…. उन पर अपने कार्यकाल के दौरान अकूत संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप लगाया है…. संगीत सोम के लेटर पैड से प्रेस नोट बांटे गए…. इस पर संगीत सोम का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि इस दौरान कौन यहां पर आकर यह प्रेस नोट बांट गया… और उन्होंने ऐसे प्रेस नोट नहीं बांटे…. इसकी वह जांच करेंगे सीसीटीवी फुटेज भी दिखाएंगे….
वहीं संगीत सोम ने कहा की डॉक्टर संजीव बालियान की यह आप गलत है कि मैं सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रहा हूं…. मेरे पास कुछ भी सरकारी नहीं है सब कुछ अपना है… सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग तो संजीव बालियान खुद कर रहे हैं…. और कहा कि संजीव बालियान ने अपनी हार का जिम्मेदार मुझे बताया था…. मुझ पर आरोप लगाया कि मैंने उन्हें हरवाया है…. यह आप गलत है मैं इतना बड़ा नेता नहीं कि मैं उन्हे हरवा सकूं… वह अपनी हर के खुद जिम्मेदार हैं…. उन्हें भी अपनी हार पर मंथन करना चाहिए…. जब मैं हारा था तब मैंने अपनी हार का मंथन कर अपनी कमियों को दूर किया है…. मैंने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाए थे… और उन्हें अगर किसी से शिकायत है तो इसकी पार्टी स्तर पर बात करनी चाहिए… पार्टी इसकी कोई जांच कर लेगी…
आपको बता दें कि राष्ट्रीय लोकदल को एनडीए में शामिल करने के सवाल पर संगीत सोम ने कहा कि आरएलडी के साथ गठबंधन करने से भाजपा को नुकसान हुआ है… और उन्होंने कहा कि जिस जिन सीटों को हम आरएलडी के बिना भी जीत सकते थे… उन पर भी हमें हार का सामना करना पड़ा है…. वहीं इस सभी आरोपों का खंडन किस तरह से होगा… यह तो आने वाला वक्त तय करेगा…