सीजेआई की शपथ में राहुल के न पहुंचने पर मचा बवाल
भारत के 53वें चीफ जस्टिस को राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ

- भाजपा ने उठाए नेता प्रतिपक्ष पर सवाल, कांग्रेस मौन
- स्वतंत्रता दिवस के समारोह में भी खरगे और राहुल गांधी नहीं आए थे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश के नए चीफ जस्टिस सूर्यकांत की शपथ ग्रहण कार्यक्रम में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की गैर मौजूदगी पर बवाल मच गया है। इसको लेकर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं। बीजेपी नेता प्रदीप भंडारी ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए राहुल पर निशाना साधा है। गौरतलब है कि राहुल लाल किले पर आयोजित 15 अगस्त के कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे। भंडारी ने अपने पोस्ट में लिखा है कि भारत के नए चीफ जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में राहुल गांधी क्यों शामिल नहीं हुए? उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा कि बतौर लोकसभा में विपक्ष के नेता की कार्यवाही में बाधा पहुंचाने, संवैधानिक पदों के लिए होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहने के अलावा राहुल ने बतौर विपक्ष के नेता और क्या महत्वपूर्ण काम किया है।
जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार को भारत के 53वें चीफ जस्टिस (सीजेआई) के तौर पर शपथ ली। इसके साथ ही, ज्यूडिशियरी के हेड के तौर पर उनका 14 महीने का कार्यकाल शुरू हो गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें शपथ दिलाई। इसके साथ ही, ज्यूडिशियरी के हेड के तौर पर उनका 15 महीने का कार्यकाल शुरू हो गया है। बता दें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी जब लाल किले पर समारोह का आयोजन हुआ था तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत राहुल गांधी इस समारोह में नहीं आए थे। उस वक्त भी बीजेपी ने राहुल पर सवाल उठाए थे. हालांकि, बाद में कांग्रेस ने जवाब देते हुए कहा था कि जो भी विपक्ष का नेता होता है उसे अग्रिम पंक्ति में बैठाया जाता है. लेकिन पिछले साल राहुल को पिछली पंक्ति में बैठाया गया था। इसलिए इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह में राहुल नहीं गए थे। चीफ जस्टिस के शपथ ग्रहण समारोह में राहुल गांधी क्यों नहीं गए हैं इसपर कांग्रेस की तरफ से या खुद राहुल की तरफ से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी उपस्थित थे। वे जस्टिस बी.आर. गवई के उत्तराधिकारी बने, जिन्होंने रविवार शाम को पद छोड़ दिया था। 30 अक्टूबर को नियुक्त किए गए जस्टिस कांत 9 फऱवरी 2027 को 65 वर्ष की आयु पूरी होने तक इस पद पर कार्यरत रहेंगे।
लंबित मामलों को कम करना सर्वोच्च प्राथमिकता : सीजेआई सूर्यकांत
शपथ ग्रहण से पहले, मुख्य न्यायाधीश कांत ने कहा कि न्यायिक लंबित मामलों को कम करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि वे जिला और अधीनस्थ न्यायालयों के कामकाज में आने वाली चुनौतियों की पहचान करने के लिए उच्च न्यायालयों के साथ परामर्श करेंगे। न्यायमूर्ति कांत ने यह भी कहा कि लंबे समय से लंबित मामलों की सुनवाई के लिए अगले कुछ हफ्तों में पांच, सात और नौ न्यायाधीशों की संविधान पीठें गठित की जाएंगी। उन्होंने अदालतों का बोझ कम करने के लिए मध्यस्थता और अन्य वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्रों को मजबूत करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि राज्यों और केंद्र के बीच विवादों के समाधान के लिए सामुदायिक मध्यस्थता को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट मुख्य पीठों का हिस्सा रहे
जस्टिस कांत उन सुप्रीम कोर्ट पीठों का हिस्सा रहे हैं जिन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले को बरकरार रखा, औपनिवेशिक काल के राजद्रोह कानून को रोकते हुए निर्देश दिया कि इस आधार पर कोई नई एफआईआर दर्ज न की जाए, और राज्य विधेयकों से जुड़े राज्यपाल तथा राष्ट्रपति के अधिकारों पर आए राष्ट्रपति संदर्भ की सुनवाई की। वे उस पीठ में भी शामिल थे जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2022 की पंजाब यात्रा के दौरान हुई सुरक्षा चूक की जांच के लिए जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में समिति गठित की थी। अदालत ने कहा था कि ऐसे मामलों की जांच के लिए न्यायिक दृष्टि आवश्यक है। जस्टिस कांत ने वन रैंक वन पेंशन योजना को सही ठहराया और स्थायी आयोगमें समानता की मांग करने वाली महिला अधिकारियों की याचिकाओं की सुनवाई जारी रखी। वे सात-न्यायाधीशों वाली उस संवैधानिक पीठ का भी हिस्सा थे जिसने 1967 के एएमयू फैसले को पलट दिया। इसके अलावा वे पेगासस स्पाईवेयर मामले की सुनवाई करने वाली पीठ में भी शामिल थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि राष्ट्रय सुरक्षा के नाम पर राज्य को बिना शर्त छूट नहीं दी जा सकती।

नहीं रहे दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र
- घर पर ही उनका इलाज चल रहा था
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। बॉलीवुड एक्टर धर्मेंद्र का निधन हो गया है। वह 12 नवंबर को ही अस्पताल से घर लौटे थे। धर्मेंद्र को 31 अक्टूबर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लेकिन 12 नवंबर की सुबह करीब साढ़े सात बजे उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। उसके बाद से घर पर ही उनका इलाज चल रहा था। धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के साहनेवाल गांव में हुआ था। 65 साल के करियर में 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और वह हिंदी सिनेमा में सबसे ज्यादा हिट फिल्मों का रिकॉर्ड रखते हैं।
धर्मेंद्र ने 1960 में दिल भी तेरा हम भी तेरे से डेब्यू किया और 1960 के दशक में पॉपुलर हो गए। उनका आई मिलन की बेला, फूल और पत्थर और आए दिन बहार के ने उन्हें इस दशक में रातोंरात पॉपुलैरिटी दिलाई। वहीं उन्हें हीमैन का दर्जा दिया गया, जो आज भी कायम है। उनकी फिल्में शोले से लेकर यमला पगला दीवाना तक सभी फिल्में फैंस की फेवरेट रही हैं। धर्मेंद्र ने शोले, धर्मवीर, चुपके चुपके, मेरा गांव मेरा देश और ड्रीम गर्ल जैसी कई यादगार फिल्में दी हैं। हाल ही में वो शाहिद कपूर-कृति सेनन की फिल्म तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया में नजर आए थे। अब वो जल्द ही अगस्त्य नंदा की फिल्म इक्कीस में दिखेंगे, जो 25 दिसंबर को रिलीज होगी इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो चुका है, जिसमें धर्मेंद्र को शानदार अंदाज देखने को मिला। वहीं दिग्गज अभिनेता धर्मेद्र के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रपति मुर्मु और अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने धर्मेद्र को एक महान कलाकार और प्रेरणास्रोत बताया।
आईजीआई एयरपोर्ट पर टला बड़ा विमान हादसा
- अफगान विमान की गलत रनवे पर लैंडिंग, जांच के आदेश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। दिल्ली में आईजीआई एयरपोर्ट पर पायलट ने गलती से उस रनवे पर विमान की लैंडिंग करा दी, जिसका इस्तेमाल टेक-ऑफ के लिए किया जाता है। पायलट ने इस मामले में अपनी गलती न स्वीकारते हुए सारा दोष आइएलएस सिस्टम व दिल्ली के मौसम में व्याप्त कम दृश्यता को बताया है। इस मामले में जांच के आदेश डीजीसीए ने दिए हैं।
मामला काबुल से दिल्ली पहुंची एरियाना अफगान फ्लाइट्स का है। उड़ान संख्या एफजी 311 को रनवे 29 एल पर लैंडिंग की क्लियरेंस एटीसी ने दी। लेकिन इस उड़ान ने 29 एल के बजाय 29 आर पर अपनी लैंडिंग कराई। गनीमत यह रही कि उस समय रनवे 29आर पर कोई उड़ान टेक-ऑफ की तैयारी में नहीं था। ऐसे में लैंडिंग सुरक्षित रही। क्या विमान का पायलट दिशाभ्रम का शिकार हो गया। या फिर जीपीएस स्पूफिंग की समस्या एक बार फिर आईजीआई एयरपोर्ट पर पायलट द्वारा महसूस की गई। ऐसे अनेक सवाल हैं, जिनके उत्तर को जांच में तलाशा जाएगा। इससे पहले भी कई दुर्घटनाएं पिछले तीन महीने में हे चुकीं हैं।
रुपये में गिरावट को लेकर पीएम मोदी पर प्रहार
- कांग्रेस ने पुराने बयान पर घेरा, जयराम रमेश ने 2013 का वीडियो सुनाया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर उनके एक पुराने बयान का हवाला देते हुए कटाक्ष किया और कहा कि क्या प्रधानमंत्री को अपना कथन याद है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी के जिस बयान का हवाला दिया वह कथित तौर पर जुलाई, 2013 का है, जिसमें गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी ने कहा था कि कभी-कभी लगता है कि केंद्र सरकार और रुपये में गिरने की स्पर्धा चल रही है। रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट जारी है। यह अब 90 रुपये के निचले स्तर को पार करने के करीब है। क्या प्रधानमंत्री को याद है कि उन्होंने खुद जुलाई, 2013 में क्या कहा था? अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले शुक्रवार को रुपया धराशायी हो गया था जब डॉलर के मुकाबले यह 98 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ 89 के स्तर को पार कर सर्वकालिक निचले स्तर 89.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। रुपया अपने रिकॉर्ड निचले स्तर से उबरकर सोमवार को शुरुआती कारोबार में 49 पैसे की बढ़त के साथ 89.17 प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
तमिलनाडु में दो बसों में टक्कर, 6 लोगों की मौत
- तेनकासी जिले में बड़ा हादसा, 28 घायल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। तमिलनाडु के तेनकासी जिले में सोमवार को दो निजी बसों की आमने-सामने की टक्कर में छह लोगों की मौत हो गई और 28 घायल हो गए। इस सडक़ हादसे पर पुलिस ने जानकारी दी है। मदुरै से सेनकोट्टई जा रही एक निजी बस और तेनकासी से कोविलपट्टी जा रही एक अन्य बस के बीच टक्कर हो गई।
टक्कर के बाद दोनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों और दमकलकर्मियों ने बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि शुरुआती जांच से पता चला है कि मदुरै से सेनकोट्टई जा रही बस का ड्राइवर लापरवाही से गाड़ी चला रहा था। अधिकारियों ने कहा, जांचकर्ताओं का मानना है कि बस चालक की तेज गति और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण यह दुर्घटना हुई।
टिहरी के कुंजापुरी मंदिर के पास बस हादसा, कई लोगों के मारे जाने की आशंका
कुंजापुरी। उत्तराखंड के ऋ षिकेश के पास स्थित टिहरी जिले के कुंजापुरी में एक बस हादसे की खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक कुंजापुरी मंदिर के पास एक बस नीचे गिर गई, जिस कारण यह हादसा हुआ है, इस हादसे में कई लोगों के मारे जाने और 20 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है। ताजा जानकारी के मुताबिक थाना क्षेत्र नरेन्द्रनगर के अंतर्गत कुंजापुरी-हिंडोलाखाल के पास एक बस लगभग 70 मीटर गहरी खाई में गिर गई है। इस बस में 30 से 35 लोगों के सवार होने की संभावना जताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही सेनानायक एसडीआरएफ अर्पण यदुवंशी के निर्देशानुसार पोस्ट ढालवाला, पोस्ट कोटि कॉलोनी व एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय से एसडीआरएफ की कुल 05 टीमें तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना की जा चुकी हैं। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक बस में कुल 28 यात्री सवार थे. दुर्घटना में 5 व्यक्तियों की घटनास्थल पर ही मौत की पुष्टि हो गई है।



