उपचुनाव के नतीजों ने बढ़ाई भाजपा की टेंशन, विपक्ष मजबूत

  • अगले साल पांच राज्यों में होने हैं विधान सभा चुनाव पड़ सकता है असर
  • भाजपा की घेराबंदी को सपा, कांग्रेस और आप ने तेज किए हमले
  • बंगाल, राजस्थान और हिमाचल में मिले झटके से शीर्ष नेतृत्व सकते में

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। 13 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में लोक सभा की तीन और विधान सभा की 29 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों ने भाजपा की टेंशन को बढ़ा दी है। बंगाल, राजस्थान और हिमाचल में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। माना जा रहा है कि इसका असर अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव पर पड़ना तय है। वहीं इन नतीजों से विपक्ष मजबूत होकर उभरा है और सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। यूपी, उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में चुनावी मोड में चल रही भाजपा को उपचुनाव के नतीजों ने बड़ा झटका दिया है। उपचुनाव में भाजपा को सबसे बड़ी शिकस्त हिमाचल प्रदेश और बंगाल में मिली है। पश्चिम बंगाल में जहां ममता बनर्जी की टीएमसी ने चारों सीटों को जीत लिया है वहीं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने मंडी लोक सभा की एक व विधान सभा की सभी तीनों सीटों पर कब्जा कर लिया है। यह भाजपा के लिए खतरे की घंटी है क्योंकि हिमाचल प्रदेश में अगले साल के आखिर में चुनाव होने हैं। हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ल ने कहा कि सूबे के चारों सीटों के परिणाम कांग्रेस के लिए सकारात्मक और केंद्र व जयराम सरकार के खिलाफ हैं। यही नहीं राजस्थान की दो विधान सभा सीटों के उपचुनाव में भी भाजपा को पराजय का मुंह देखना पड़ा है। कर्नाटक में मुख्यमंत्री बीआर बोम्मई के गढ़ में कांग्रेस ने भाजपा को मात देकर सत्ताधारी दल के खेमे में हलचल बढ़ा दी है। हालांकि असम और मध्य प्रदेश उपचुनाव के नतीजों ने भाजपा को राहत दी। असम में तो भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने विधान सभा की पांचों सीटों के उपचुनाव जीत लिए। इसी तरह मध्य प्रदेश में विधान सभा की तीन और खंडवा की इकलौती लोकसभा सीट भाजपा ने अपने नाम की। दादरा-नगर हवेली लोक सभा सीट के उपचुनाव में शिवसेना ने बाजी मारी है।

उपचुनावों के नतीजों में भाजपा लोक सभा की तीन सीटों में दो सीटें गंवा चुकी है। ये परिणाम तब आए हैं जब अगले साल पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में विधान सभा चुनाव होने हैं। उपचुनाव में मिली हार ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। वहीं विपक्ष गदगद है और उसने सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं।

किसान आंदोलन और महंगाई रहा बड़ा कारण

पूरे देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बेहिसाब बढ़ती जा रही हैं। इसके साथ ही दीपावली से ठीक पहले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में वृद्धि कर दी गई। महंगाई एक बड़ा कारण है जो वोटर को सीधे-सीधे टारगेट करता है। इसके अलावा किसान आंदोलन, बेरोजगारी, हंगर इंडेक्स में भारत की रैंकिंग गिरना भी इन चुनावों में भाजपा की हार के बड़े कारण बनकर उभरे हैं।

उपचुनावों के आए परिणामों में जिस प्रकार भाजपा हारी और पीछे रह गयी है उसने साबित कर दिया है कि उप्र के 2022 के चुनाव में भी भाजपा बुरी तरह हारेगी। भाजपा ‘ऐतिहासिक पराजयÓ की ओर बढ़ रही है।

अखिलेश यादव, सपा प्रमुख

चलिए कम से कम एक मुख्यमंत्री ने माना कि भाजपा की हार का कारण महंगाई है। बहुत हुई महंगाई की मार, गद्दी छोड़कर जाओ यार।

संजय सिंह, सांसद, आप

भाजपा ने तीन में से दो लोक सभा सीटें खो दी हैं। विधान सभाओं में भाजपा कांग्रेस के साथ सीधे मुकाबले में ज्यादातर जगहों पर हार गई है। हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक इसके गवाह है। लोगों के दर्द का तिरस्कार हानिकारक है।

रणदीप सिंह सुरजेवाला, कांग्रेस महासचिव

भगवान राम के स्वागत को दुल्हन की तरह सजी अयोध्या

  • रामनगरी में छिटके लोक संस्कृति के रंग, पुष्पक विमान से आएंगे राम सीता और लक्ष्मण
  • शंखनाद के साथ रवाना हुई राज्याभिषेक शोभा यात्रा जगमगाएंगे लाखों दीप

4पीएम न्यूज नेटवर्क. अयोध्या। भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण के स्वागत को अयोध्या नगरी दुल्हन की तरह सजी है। दीपोत्सव से पहले भगवान राम की नगरी की भव्यता देखने लायक है। रामनगरी की गलियों और सड़कों पर लोक संस्कृति के रंग छिटक रहे हैं। ढोल-नगाड़े बज रहे हैं। नगर के साकेत पीजी कॉलेज से राम राज्याभिषेक शोभायात्रा जय श्रीराम के उद्घोष और शंखनाद के साथ रवाना हो चुकी है। सरयू किनारे राम कथा पार्क में आज पुष्पक विमान यानी हेलीकॉप्टर से प्रभु राम, सीता व लक्ष्मण के स्वरूप उतरेंगे। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत मंत्रीगण और संत-धर्माचार्य दीप सजाकर प्रभु की अगवानी करेंगे। इसके बाद वे गुरू वशिष्ठ की भूमिका में भगवान श्रीराम का राजतिलक करेंगे। सीएम रामलला के दरबार भी जाएंगे इसके बाद सीएम, राज्यपाल सहित कई मंत्री मां सरयू की भव्य आरती भी उतारेंगे। यहां लेजर शो, दीपों की माला के साथ रंग-बिरंगी अयोध्या स्वर्ग की भांति दिखेगी। राम की पैड़ी के 32 घाटों पर कीर्तिमान बनाने को नौ लाख दीप जलाकर साढ़े सात लाख दीप एक साथ 40 मिनट में जलाने और पांच मिनट तक जलते रहने का नया विश्व कीर्तिमान बनाने का लक्ष्य अवध के 12 हजार युवा साधेंगे।

ग्रीन पटाखों की होगी आतिशबाजी

सरयू पुल पर ग्रीन पटाखों की आतिशबाजी होगी। इस पर करीब एक करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सहित अन्य अतिथि सरयू तट से आतिशबाजी निहारेंगे। इसके लिए यहां अलग से मंच बनाया गया है। करीब 20 मिनट तक आतिशबाजी होगी। अलग-अलग रंगों के पटाखों से आसमान सतरंगी हो जाएगा।

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