ममता के भतीजे की रैली से पहले हादसा, बम धमाके में टीएमसी के तीन कार्यकर्ता की मौत
- धमाके के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है
- मौके से तीन शव बरामद नहीं हो पाई है शवों की पहचान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बंगाल। पश्चिम बंगाल के पुरबा मेदिनीपुर इलाके में टीएमसी कार्यकर्ता के घर बम धमाकें में तीन कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। कुछ लोगों के घायल होने की भी सूचना है। यहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी के जनरल सेक्रेट्री अभिषेक बनर्जी की आज रैली होनी थी। बम ब्लास्ट की यह घटना शुक्रवार देर रात टीएमसी नेता के घर में हुआ। धमाके के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह धमाका टीएमसी नेता के घर में बम बनाते समय हुआ।
पुरबा मेदिनीपुर सीमा के भूपति नगर थाने के अर्जुन नगर इलाके में तृणमूल कांग्रेस के बूथ अध्यक्ष राजकुमार मन्ना के घर में शुक्रवार की रात विस्फोट हुआ, जिसमें टीएमसी के तीन कार्यकर्ताओं की मौत हो गयी। इस घटना के बारे में प्रभारी अधिकारी भूपति नगर काजल दत्ता ने बताया कि पुरबा मेदिनीपुर में टीएमसी बूथ अध्यक्ष के आवास पर धमाका हुआ। मौके से तीन शव बरामद किए गए हैं और उनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस के मुताबिक राजकुमार मन्ना के घर में हुआ धमाका इतना जोरदार था कि उनका पूरा घर ढह गया। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जबकि गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गुजरात तय करेगा कि दिल्ली में 2024 में किसकी बनेगी सरकार
- कम मतदान ने तापमान बढ़ा दिया है सभी दलों का
- कांग्रेस और भाजपा दोनों के सरकार बनाने के दावे
- अहमदाबाद में लगातार दूसरे दिन पीएम मोदी का रोड शो
- सट्टा बाजार में सन्नाटा गुजरात को लेकर नहीं अनुमान लगा पा रहा बाजार
- आम आदमी पार्टी जिसका करेगी नुकसान वो हो जायेगा रेस से बाहर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में 24 घंटे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना रोड शो दुबारा किया। उन्होंने सूरत में छोटे-छोटे गुटों में लोगों को समझाया। वहीं पहले चरण के मतदान के 24 घंटे बाद सूरत में बिल्डरों और हीरा व्यापारियों के यहां छापे पड़ रहे हैं। ये सब इसलिए हो रहा है क्योंकि सबको पता है कि गुजरात दिल्ली का भविष्य बनाने वाला है, अगर जबर्दस्त बहुमत के साथ भाजपा गुजरात जीतती है तो 2024 में एक-एक टिकट सिर्फ मोदी और शाह के कहने पर ही मिलेगा, मगर भाजपा सौ के आस पास रहती है तो यह तय है कि भाजपा में भी बगावत शुरू हो जाएगी।
गुजरात का चुनाव किस ओर मुड़ेगा यह कहना अभी मुश्किल है। कम मतदान ने सभी राजनैतिक पंडितों को उलझा दिया है। आम तौर पर चुनाव में 1 या 2 पर्सेंट वोट कम होने पर ही दर्जनों सीटों की परिणाम पर अंतर पड़ जाता है और गुजरात में 5 पर्सेंट से ज्यादा वोट कम पड़ेे हैं। लोग हैरान हैं कि पिछले 20 सालों में इतनी मेहनत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने कभी नहीं की जितनी इस चुनाव में की है, मगर इस प्रचार के बावजूद मतदान बेहद कम रहा और ये बात किसी को समझ नहीं आ रही।
ये सारा खेल बिगड़ा जब आम आदमी पार्टी ने ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में दस्तक देना शुरू किया। शुरुआती दौर में आम आदमी पार्टी ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय थी और इस बात से भाजपा बेहद खुश थी, मगर बाद में आम आदमी पार्टी ने शहरी क्षेत्रों में अपनी पकड़ बनायी और मतदान के बाद जब ग्रामीण से ज्यादा शहरी क्षेत्रों में मतदान हुआ तो सारे आंकड़े गड़बड़ा गए हैं। मतदान के आखिरी दिन सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस का दावा है कि पहले चरण में उसे 55 सीटें मिलने वाली है और उसने बकायदा इन सीटों की सूची भी जारी कर दी है। नतीजे क्या होंगे ये तो आठ तारीख को ही पता चलेगा पर तब तक तापमान ऐसे ही बना रहेगा।