18 की जगह वक्फ ने कब्जाया था 47 बीघे जमीन, जैसलमेर में चला सरकार का बुलडोजर
जयपुर। अक्सर खबरें आती हैं कि लोगों ने वक्फ बोर्ड की जमीन पर कब्जा किया है, लेकिन जैसलमेर जिले का मामला बिलकुल उल्टा है. यहां वक्फ बोर्ड ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था. इस मामले में जैसलमेर नगर परिषद ने कई बार वक्फ बोर्ड के पदाधिकारियों को नोटिस भी दिया, लेकिन जब उनकी ओर से जमीन खाली नहीं कराई गई तो बुधवार को प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया है. इस प्रकार नगर परिषद ने कब्जा की गई करीब 29 बीघे जमीन वक्फ बोर्ड से छुड़ा ली है. माना जा रहा है कि वक्फ बोर्ड के खिलाफ राजस्थान में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है.
जानकारी के मुताबिक नगर परिषद की टीम ने बाड़मेर रोड पर अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. नगर परिषद आयुक्त लजपाल सिंह सोढा के नेतृत्व में पहुंचे भारी संख्या में पुलिस और नगर परिषद के कर्मचारियों ने गड़ीसर तालाब के गेट से लेकर बाड़मेर रोड की दक्षिण साइड की गोविंदसर तालाब तक की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया. यह जमीन राजस्व रिकॉर्ड में गैर मुमकिन आगोर (प्रतिबंधित)दर्ज है. इस जमीन पर सुप्रीम कोर्ट और राजस्थान हाईकोर्ट से भी किसी तरह के निर्माण पर प्रतिबंध लगा हुआ है.
नगर परिषद के अधिकारियों के मुताबिक इस प्रतिबंध के बावजूद कुछ लोगों ने ना केवल इस जमीन पर निर्माण करा लिया था, बल्कि बाउंड्री बनाकर जमीन पर कब्जा भी कर लिया था. खासतौर पर यहां खसरा नम्बर 478 पर 18 बीघे जमीन वक्फ बोर्ड के नाम पर है, लेकिन वक्फ बोर्ड ने कुल 47 बीघे जमीन घेर ली थी और इस जमीन पर छोटे बड़े निर्माण भी करा लिए थे. इस संबंध में नगर परिषद द्वार वक्फ बोर्ड को कई बार नोटिस देकर अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया.
बावजूद इसके जब वक्फ बोर्ड के पदाधिकारियों ने अतिक्रमण नहीं हटाया तो बुधवार की सुबह दलबल के साथ नगर परिषद का दस्ता मौके पर पहुंचा और पूरी जमीन को कब्जा मुक्त कराया. प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक राजस्थान में वक्फ बोर्ड के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई अब तक नहीं हुई थी. पहली बार नगर परिषद के अधिकारियों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है. इसकी वजह से इस कार्रवाई की गूंज केवल जैसलमेर ही नहीं, राजधानी जयपुर तक सुनी जा रही है.