गुजरात में बनी ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’, बीजेपी से क्यों नाराज हैं? गांव के लोग

देश के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्वांजलि देने के लिए पीएम मोदी ने गुजरात के केवड़िया में सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनवाई है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दिल्ली की 27 साल बाद सत्ता में वापसी करने पर बीजेपी जश्न में डूबी है…… खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की ऐतिहासिक जीत पर शनिवार को पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था….. लेकिन पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के गांव करमसद को लेकर नया आंदोलन शुरू हो गया है…… यह आंदोलन सरदार पटेल के गांव करमसद को आणंद महानगर पालिका में शामिल करने के खिलाफ है….. रविवार को राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला करमसद पहुंचे…… वाघेला ने सरदार सन्मान संकल्प आंदोलन समिति करमसद के कार्यक्रम में भाग लिया….. और वहां पर सरदार पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण करके नमन किया….. गुजरात में सरदार पटेल को लेकर यह आंदोलन ऐसे वक्त पर सामने आया है….. जब पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर राज्य के केवड़िया में सरदार पटेल की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है…… स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नाम जानी जाने वाली इस प्रतिमा को 3000 करोड़ के खर्च से बनाया गया है…… पीएम मोदी हर वर्ष एकता दिवस पर केवड़िया पहुंचते हैं…..

बता दें कि सरदार सन्मान संकल्प आंदोलन समिति करमसद के बैनर तले हो रहे आंदोलन में संपूर्ण स्वराज की मांग की जा रही है….. इस आंदोलन से जुड़े मिथिलेश अमीन की मांग है…. करसद को स्वतंत्र रखा जाए, ताकि सरदार पटेल के गांव की अपनी पहचान बरकरार रहे….. सरकार ने हाल ही में आणंद नगर पालिका को महानगर पालिका घोषित किया है….. इसमें करमसद गांव को भी शामिल किया जाना है….. सरकार इस संबंध में आदेश जारी कर चुकी है…. बस इस अमल होना बाकी है….. करमसद पहुंचे पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि सरकार इस मामले को प्रतिष्ठा का मुद्दा न बनाएं…… गांधी जी और नेहरू जी के साथ देश को बनाने वाले सरदार पटेल के गांव की पहचान रहने दे…… वाघेला ने कहा कि मेरी अपील है कि मुख्यमंत्री दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री…. और गृह मंत्री से आग्रह करें…… वाघेला ने कहा कि पूरे राज्य में बड़ी नगर निगमों का कोई मतलब नहीं है….. सूरत और अहमदाबाद इसका उदाहरण है…… 10 लाख की आबादी के ऊपर कोई नगर निगम नहीं होनी चाहिए….. वाघेला ने कहा कि सरकार बीजेपी के लोग विकास के नाम पर सरदार साहब गांव को महानगर पालिका में शामिल न करे….. इसको लेकर करमसद में एक धरना चल रहा है…..

जानकारी के मुताबिक स्वतंत्र करमसद की मांग कर रहे लोगों की मांग है कि सरदार पटेल के गांव को उसके मूल स्वरूप में रहने दिया जाए….. और उन्होंने करमसद बचाओ मुहिम लांच की है…… इसके लिए अपनी लड़ाई को मैं सरदार हूं का नारा बुलंद किया है….. 2015 में गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन को लेकर राज्य में जय सरदार का नारा गूंजा था…… तब हार्दिक पटेल की अगुवाई में हुए आंदोलन से बीजेपी को काफी नुकसान हुआ था…… बीजेपी 2017 के चुनावों में 99 सीटों पर सिमट गई थी…… आंदोलन के बाद कांग्रेस और फिर बीजेपी में आए हार्दिक पटेल के खिलाफ सरकार ने हाल ही में राजद्रोह का मामला वापस लेने का ऐलान किया है….. सरदार पटेल का गांव आणंद जिले में स्थित है….. गुजरात में यह क्षेत्र काफी विकसित माना जाता है….

 

 

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