बुद्ध की शिक्षाओं से सीख लें युवा: राष्ट्रपति मुर्मू

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने युवाओं से खुद को सशक्त बनाने और समाज में सकारात्मक प्रभाव लाने के लिए भगवान बुद्ध की शिक्षाओं से सीख लेने का आह्वान किया। बौद्धों के दूसरे सबसे पवित्र दिन आषाढ़ पूर्णिमा के अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भगवान बुद्ध की तीन शिक्षाओं-शील, सदाचार और प्रज्ञा-का पालन करके युवा पीढ़ी खुद को सशक्त बना सकती है और समाज में सकारात्मक प्रभाव ला सकती है।
उन्होंने कहा, कि आषाढ़ पूर्णिमा पर हम भगवान बुद्ध के धम्म से परिचित हुए, जो न केवल हमारी प्राचीन सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है, बल्कि यह हमारे दैनिक जीवन की एक अनिवार्य विशेषता भी है। मुर्मू ने कहा कि बुद्ध के धम्म से वाकिफ होने के लिए हमें शाक्यमुनि द्वारा सारनाथ की पवित्र भूमि पर दिए गए प्रथम उपदेश को जानना और समझना चाहिए। कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) ने किया था। संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने अपने संबोधन में एक सामान्य व्यक्ति की बोधिसत्व के स्तर को प्राप्त करने की यात्रा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि हम सभी अपने मूल्यों से जुड़े हुए हैं, फिर भी हम अपने कार्यों के लिए स्वयं जिम्मेदार हैं। सही कार्य हमारे भाग्य को बदल सकते हैं। राष्ट्रपति ने सोमवार को कर्नाटक के राजभवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के सदस्यों, विशेषकर महिलाओं को शिक्षा का महत्व भी समझाया।

 

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