टीकाकरण के बाद हेल्थ वर्कर बोले- मिलकर कोरोना को भगाएंगे

  • लखनऊ में टीकाकरण का तीसरा दौर शुरू
  • एरा में 11 बूथों पर 1275 हेल्थवर्करों को लगा टीका
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना के टीकाकरण का तीसरा दौर राजधानी लखनऊ में शुरू हो चुका है। केजीएमयू, सिविल, पीजीआई, लोहिया, एरा, विवेकानंद सहित शहर के 43 अस्पतालों में 116 बूथों पर 14300 डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की डोज दी जा रही है। कल भी टीकाकरण होगा। पहले की अपेक्षा अब हर बूथ पर 125 लोगों को टीका लग रहा है। जबकि पहले 100 लोगों को ही टीका लगाया जाता था। टीकाकरण के दूसरे दौर में 35 केंद्रों पर टीकाकरण हुआ। मगर इस बार बूथों की संख्या बढ़ाई गई है। एरा लखनऊ मेडिकल कॉलेज में 11 बूथों पर टीकाकरण अभियान चल रहा है। 1275 चिकित्सा कर्मियों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। ताजा जानकारी के अनुसार 500 लोगों को टीका लग चुका है। एरा के मालिक व प्रो चांसलर मीसम अली खान भी आज टीका लगवाएंगे उनके आने का इंतजार किया जा रहा है। एरा लखनऊ मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर एमएमए फरीदी ने बताया कि प्रथम चरण के टारगेट समूह के शेष लोगो को आज पहले टीका लगाया गया है। निर्धारित मानक और सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अस्पताल में टीकाकरण जारी है। सीएमओ डॉ. संजय भटनागर ने बताया कि 29 सरकारी और 15 निजी अस्पतालों में टीकाकरण जारी है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर और एएनएम कार्यकर्ता अब अपने बूथ पर वैक्सीन लगवा सकते है। इसके लिए उन्हें फॉर्म फिल करना पड़ेगा। इस बार भी करीब 600 लाभार्थियों को कोवैक्सीन लगाई जा रही है।
पोर्टल पर मौके पर ही जोड़ा जा रहा नाम
लखनऊ में 16 जनवरी यानी शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन के पहले दिन चिह्नित 12 अस्पतालों में 845 स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण हुआ। जबकि 1200 कर्मचारी पंजीकृत थे। दूसरे दौर में 22 जनवरी को 8500 कर्मचारियों में सिर्फ 5433 ही टीकाकरण केलिए केंद्रों पर पहुंचे। राहत की बात यह रही कि किसी भी स्वास्थ्यकर्मी में वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव नहीं दिखा। सभी बूथों पर टीकाकरण के बाद हेल्थ वर्कर बोले- मिलकर कोरोना को भगाएंगे। बता दें कि वैक्सीनेशन के लिए कोविन पोर्टल में भी बदलाव किए गए हैं। इस बार बूथ पर ही हेल्थ वर्करों का नाम जोड़ा जा रहा है।
केजीएमयू व चरक को सर्टिफिकेट

सीएमओ के जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने केजीएमयू, चरक अस्पताल को सार्टिफिकेट अवार्ड से नवाजा है। यह प्रमाण पत्र इन अस्पतालों को आयुष्मान भारत के तहत व कोरोना काल में बेहतर कार्यों व बेहतर इलाज के लिए दिया गया है। जिलाधिकारी ने केजीएमयू, चरक अस्पताल को प्रमाण पत्र प्रदान कर उनकी सराहना की है।

नहीं मिली एंबुलेंस, ट्रॉली में आना पड़ा
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। सरकारी अस्पतालों में तीमारदारों को फौरन मिले इलाज के तमाम दावे हकीकत से कोसो दूर दिख रहे हैं। सरकार चिल्लाती रहती है कि जनता को एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाए। अस्पताल आते ही इलाज शुरू कर दिया जाए लेकिन स्वास्थ्य विभाग लगातार लापरवाह बना हुआ है। राजधानी लखनऊ के सिविल अस्पताल में जनता को एंबुलेंस नहीं मिल पा रही हैं और वे टॉली व अन्य साधनों से अस्पताल पहुंच रहे हैं। बावजूद मौके पर उनको इलाज नहीं मिल रहा है। सदर बाजार निवासी राधा इस बात का उदाहरण है। उनका आरोप है कि कल रात से सांस लेने में दिक्कत हो रही है। परिवार में लड़ाई हुई थी। वहां परिवारीजन महिला थाने गए। वहां भी यही सलाह मिली कि एंबुलेंस नहीं मिलेगी ट्रॉली में ही ले जाओ अगर इलाज कराना है। मजबूरन ट्रॉली में लदकर सिविल अस्पताल के गेट पर आए और देखा कि एंबुलेंस खड़ी है तो अंदर से बहुत पीड़ा हुई कि एंबुलेंस का लाभ गरीबों को क्यूं नहीं मिलता।

पुलिस कमिश्नर की फटकार के बाद दर्ज हुई एफआईआर

  • दबंगों पर एफआईआर का आदेश थाने से गायब
  • डीके ठाकुर ने लिया मामले में संज्ञान तो जगी न्याय की आस
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। चिनहट क्षेत्र में एसडीएम के आदेश पर दबंगों के खिलाफ एफआईआर का आदेश गायब हो गया। पीड़ित कई दिन से थाने का चक्कर काट रहा था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वहीं मामला पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के संज्ञान में आते ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया। अब पीड़ित को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर की इस कार्रवाई न्याय की आस जगी है। मामला चिनहट थाना क्षेत्र का है। दबंगों ने एक बेशकीमती प्लॉट पर कब्जे के इरादे से दीवार गिरा दी। विरोध पर भूस्वामी को धमकाया। वहीं पीड़ित की गुहार पर एसडीएम ने एफआईआर का आदेश दिया। पुलिस ने महीना भर टालमटोल की और एफआईआर का आदेश थाने से गायब हो गया। जानकारी के मुताबिक ग्राम भुजंगीपुरवा के श्रीकांत तिवारी ने कई साल पहले चिनहट के गांव देवरिया में 12 बिस्वा जमीन ली थी। वक्त गुजरने के साथ जमीन की कीमत बढ़ने पर इलाके के दबंग लोगों ने कब्जे की साजिश रचनी शुरू कर दी। आरोप है कि 30 अक्टूबर 30 को गांव कंचनपुर मटियारी के चंद्रशेखर यादव उर्फ आजाद, धाकड़ यादव, मुलायम यादव आदि ने श्रीकांत के प्लॉट पर बनी दीवार गिराकर कब्जा कर लिया। विरोध पर धमकाया। दबंगों की पुलिस में पैठ के चलते श्रीकांत की थाने में सुनवाई नहीं हुई। उसने एसडीएम सदर से गुहार लगाई। एसडीएम प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी ने राजस्व टीम से मामले की जांच कराई। शिकायत सही पाए जाने पर 2 नवंबर 20 को चिनहट पुलिस को एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई के आदेश दिए। श्रीकांत ने महीना भर थाने के चक्कर काटे। पुलिस टालमटोल करती रही। इस बीच एफआईआर का आदेश ही थाने से गायब हो गया। श्रीकांत ने पुलिस उच्चाधिकारियों से शिकायत की है।

पीजीआई में असलहे के बल पर मेडिकल स्टोर संचालक से लूट

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। पीजीआई कोतवाली क्षेत्र में एक मेडिकल स्टोर संचालक को बदमाशों ने असलहा दिखाकर लूट लिया। घटना वृंदावन कालोनी में हुई। बाइक सवार बदमाशों ने मेडिकल स्टोर संचालक के कार से उतरते ही उनके हाथ से बैग छीन लिया। विरोध करने पर मारपीट की। इसी दौरान एक बदमाश ने गोली चला दी। इसके बाद बदमाश बैग लेकर फरार हो गए। यह पूरी घटना घर के बाहर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है। पीड़ित सौरभ कपूर के मुताबिक बैग में 1,80,000 रुपए नकद, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड सहित कई अन्य जरूरी दस्तावेज थे। बदमाशों के फरार हो जाने के बाद संचालक सौरभ ने डॉयल-112 पर पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। सौरभ कपूर वृंदावन कालोनी के सेक्टर 9सी/230 में परिवार के साथ रहते हैं। उनकी पीजीआई रायबरेली रोड पर खालसा मेडिकल एवं सर्जिकल स्टोर की दुकान है। सौरभ ने बताया कि बुधवार शाम करीब साढ़े नौ बजे दुकान बन्द कर दी थी। वहां से किसी काम से आशियाना गए थे। रात करीब 11 बजे जैसे ही अपने घर के सामने कार से उतरे, एक बाइक पर सवार तीन बदमाश आए और घटना को अंजाम देने की कोशिश की।

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