फ्रीबीज पर केंद्र और चुनाव आयोग को ’सुप्रीम‘ नोटिस

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। लोकसभा और विधानसभा चुनावों में फ्रीबीज के खिलाफ याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है। इस मामले को अन्य याचिकाओं के साथ जोड़ा गया है। याचिकाकर्ता ने मांग की है कि विधानसभा या आम चुनावों के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा विशेष रूप से नकदी के रूप में मुफ्त उपहारों का वादा करना रिश्वत देना करार दिया जाए। कर्नाटक के निवासी शशांक जे श्रीधर ने ये याचिका दाखिल की है।
याचिकाकर्ता के वकील बालाजी श्रीनिवासन ने सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ की बेंच के सामने इस मामले के उठाया। उन्होंने कहा कि विधानसभा या आम चुनावों के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा विशेष रूप से नकदी के रूप में मुफ्त उपहारों का वादा करना, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत ऐसे राजनीतिक दल के उम्मीदवार के लिए रिश्वत या वोट के लिए प्रलोभन माना जाए। इसके साथ ही अदालत ने चुनाव आयोग को कहा कि निर्देश जारी करे कि वो चुनाव-पूर्व अवधि के दौरान राजनीतिक दलों को फ्रीबीज का वादा करने से रोकने के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाए। पीठ ने इस मामले में नोटिस जारी किया और अन्य लंबित याचिका के साथ टैग कर दिया। साथ ही याचिकाकर्ता को ये छूट दी है कि वो सभी याचिकाओं पर जल्द सुनवाई के लिए मेंशन कर सकते है।

पंजाब में पंचायत चुनाव में मतदान पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब में पंचायत चुनावों के लिए जारी मतदान पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि अगर पंचायत चुनाव के लिए आज सुबह आठ बजे शुरू हुए मतदान पर रोक लगाई जाती है तो अराजकता पैदा होने का खतरा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कल को इसी तरह कोई संसदीय चुनाव पर रोक लगाने की मांग रख देगा। हम इस मामले को लिस्ट कर लेते हैं, लेकिन मतदान पर कोई रोक नहीं होगी। गौरतलब है कि पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में वार्डबंदी, एक ही परिवार के वोट अलग-अलग वार्ड में बनने और एनओसी के विषय पर दायर लगभग एक हजार से अधिक याचिकाएं दायर हुई थीं। हालांकि, कोर्ट ने सभी याचिकाओं को खारिज कर पंजाब में पंचायत चुनाव का रास्ता साफ कर दिया है। साथ ही गत सप्ताह 270 पंचायतों के चुनाव पर लगाई गई रोक हटा दी। हालांकि कोर्ट ने कुछ याचिकाओं में चुनाव की वीडियोग्राफी की मांग को स्वीकार कर लिया है। इसके बाद आज (15 अक्तूबर) को पंजाब में पंचायत चुनाव आयोजित हुए।

उमर कल लेंगे जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ

एलजी मंत्रियों के साथ दिलाएंगे शपथ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जम्मू। जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में नई सरकार 16 अक्तूबर को शपथ लेगी। अनुच्छेद-370 हटने और केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहली निर्वाचित सरकार होगी। उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक दल के नेता उमर को बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया है।
वह श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में सुबह 11:30 बजे मुख्यमंत्री और मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से राष्ट्रपति शासन हटाने की अधिसूचना के साथ नई सरकार के गठन की राह खोली थी। नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस, माकपा, आप व निर्दलीय विधायकों के समर्थन का पत्र भेजकर उमर को शपथ दिलाने का आग्रह किया था। वहीं, अब्दुल्ला ने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा, उपराज्यपाल के प्रधान सचिव का स्वागत कर प्रसन्नता हुई। मुझे जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।

हरियाणा के नए सीएम 17 को पदभार ग्रहण करेंगे

हरियाणा विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद भाजपा 17 अक्तूबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को अभूतपूर्व बनाने की तैयारी कर रही है। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा अन्य शीर्ष केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे। इसके अलावा भाजपा शासित 11 राज्यों और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, एनडीए में शामिल घटक दलों के प्रमुख और भाजपा के दिग्गज नेता भी मौजूद रहेंगे। भाजपा इस शपथ समारोह के जरिये इंडिया गठबंधन के मुकाबले एनडीए की एकजुटता और शक्ति का प्रदर्शन करेगी। भाजपा के पूर्व सांसद व शपथ समारोह के संयोजक संजय भाटिया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे। इसके साथ एनडीए में शामिल घटक दलों के प्रमुखों और एनडीए शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया जा रहा है। केंद्र सरकार के सभी मंत्री, भाजपा शासित 11 राज्यों के मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री, संगठन के वरिष्ठ नेता और देश के प्रबुद्ध व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर कर्मियों का प्रदर्शन

बोले- 20 दिन पहले भी प्रदर्शन किया था, आश्वासन के बाद भी नहीं हुआ समाधान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ में एंबुलेंस कर्मचारी ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के आवास का घेराव किया। एंबुलेंस कर्मचारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि 20 दिन पहले भी प्रदर्शन किया था। उसे समय डिप्टी सीएम ने एक सप्ताह में समस्या का समाधान करने का वादा किया था मगर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद तमाम 108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले तमाम तमाम कर्मचारियों ने डिप्टी सीएम की आवास का घिराव किया।
प्रदर्शन कर रहे शरद यादव ने बताया कि 2012 में हमारी नियुक्ति हुई थी। 2012 से लेकर 2021 तक हमने 108 और 102 एम्बुलेंस में सेवा दिया। मगर 2021 में 9000 कर्मचारियों को जेवीईकआरआई जो एक निजी कंपनी है जिसके माध्यम से हमारी भर्ती हुई थी उसने निकाल दिया। विगत 3 सालों से लगातार हम लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई बार हमने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक समेत कई मंत्रियों और सांसदों से मुलाकात किया मगर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।

गोरखपुर में कई बार सीएम से भी की मुलाकात

गोरखपुर के राहुल वर्मा ने बताया कि कोरोना काल में एंबुलेंस चालकों और मेडिकल कर्मचारियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर सेवाएं दिया। 108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारियों ने पूरे प्रदेश के मरीजों की सहायता किया। जब कोई किसी के करीब नहीं आता था उस समय हम रोगियों की पूरी मदद करते थे। कोरोना के बाद हमको बेरोजगार कर दिया गया। कई बार हमने गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके अपनी बात रखी मगर अब तक कोई सुनवाई नहीं। आज भी हम लोग यहां आए हैं अगर हमारी सुनवाई नहीं होगी तो हम लोग आत्महत्या करने पर मजबूर होंगे। हमारे सामने रोजी रोटी का संकट है। बेरोजगारी के चलते दो वक्त की रोटी नहीं खा पा रहे हैं।

मुलाकात

कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और अविनाश पांडे लखनऊ के चिनहट गैंग रेप पीडि़ता से मुलाकात करने के लिए झलकारी बाई अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में पीडि़ता का ईलाज चल रहा है। बीते सोमवार को लखनऊ के चिनहट इलाके में हुई थी। घटना तीन लोगों पर दर्ज हुआ एफआईआर दो की हुई गिरफ्तारी।

वक्फ बोर्ड पर गठित जेपीसी की बैठक में हंगामा

सभी विपक्षी सांसदों ने किया वॉकआउट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। वक्फ विधेयक पर संयुक्त समिति की हो रही बैठक से विपक्षी दलों के सांसदों ने फिर से वॉकआउट किया है। विपक्ष के कई सांसदों ने भाजपा सदस्य पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। यह घटना सोमवार को वक्फ संशोधन विधेयक, 2024 से संबंधित प्रस्तुति के बहिष्कार के बाद हुई, जो 2012 कर्नाटक वक्फ घोटाला रिपोर्ट पर आधारित है।
प्रस्तुतिकरण कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष और कर्नाटक भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष अनवर मन्निपड्डी द्वारा दिया गया था। संसद की संयुक्त समिति की बैठक के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी सदस्यों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई और यह हंगामेदार रही। विपक्षी दलों के सदस्यों ने मुसलमानों से संबंधित कानून पर चर्चा के लिए हिंदू समूहों के सदस्यों को बुलाने के पीछे के तर्क पर सवाल उठाया। मणिप्पडी ने वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने में कथित संलिप्तता के लिए खरगे और रहमान खान सहित कर्नाटक के कई कांग्रेस नेताओं और अन्य का नाम लिया।

लापरवाह पुलिस अधिकारियों की हो जांच

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोले-षड्यंत्र की खोजबीन होगी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। दूसरी तरफ बहराइच की घटना पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि बहराइच में स्थिति नियंत्रण में है। घटना के उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित होगी, यदि पीछे से कोई षड्यंत्र किया गया है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि लापरवाह पुलिस अधिकारियों की भी जांच की जा रही है, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जो भी दोषी होगा उन पर कड़ी कार्रवाई होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बहराइच में हुई हिंसा की घटना को गंभीरता से लिया है। जिसके बाद इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अफ़सरों पर गाज गिर सकती है। सीएम योगी ने जि़म्मेदार अफसरों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं वहीं एसपी वृंदा शुक्ला को भी हटाया जा सकता है।

इलाके में भारी पुलिस बल तैनात

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश और गृह सचिव संजीव गुप्ता सोमवार से ही यहां कैंप कर रहे हैं। बहराइच में सोमवार को हुई हिंसा के बाद अब भी तनाव की स्थिति है जिसे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए मौके पर 12 कंपनी पीएसी और आरपीएफ की टीम के साथ एक दर्जन से अधिक जनपदों की पुलिस फोर्स को घटना स्थल के आस-पास तैनात किया गया है।

सीएम से मिले मृतक रामगोपाल मिश्रा के पिता

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बहराइच हिंसा में मारे गए युवक रामगोपाल मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की। इस बीच पीडि़त परिवार लखनऊ पहुँच गया था। सीएम योगी से मुलाकात पर मृतक के पिता कैलाश नाथ ने कहा कि उनके बेटे की गोली मारकर हत्या की गई है। उनका पूरा परिवार उजड़ गया है। उन्होंने दोषियों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की। सीएम योगी ने इस मामले में को संज्ञान में लेते हुए पीडि़त परिवार को मिलने के लिए बुलाया था। इस दौरान उन्होंने पीडि़त परिवार से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।

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