चोर की दाढ़ी में तिनका : सिद्धार्थनाथ
ईडी और आईटी के छापेमारी से विपक्ष परेशान
लखनऊ। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि छापेमारी में जो लोग पकड़े जा रहे हैं वे बीजेपी लोग हैं। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा अगर ये बीजेपी के लोग थे, तो अखिलेश यादव को ईडी और आईटी के छापेमारी से परेशानी क्यों हो रही है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा की आज अखिलेश यादव की बेचैनी और बयानबाजी से पता चलता है की चोर की दाढ़ी में ही तिनका होता है। प्रयागराज में सिद्घार्थनाथ सिंह ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर बड़ा हमला बोला है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि आईटी और ईडी के छापेमारी से अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री वाला घर छोड़ते समय पीछे की दीवार टूटने का राज भी अब पता चला है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि आज जब इत्र की दीवारें और ताले टूट रहे हैं तो उसके पीछे कैश और नोटों की गड्डियां इत्र की बदबू के साथ पायीं जा रहीं हैं, इससे पता चलता है की दीवारे जब टूटती हैं तो उनके पीछे कैश और नोटों की गड्डियां मुख्य वजह होती है।
टेनी को बचा रही डबल इंजन की सरकार : अंशू
- एसआईटी रिपोर्ट के बाद भी और क्या सबूत चाहिए भाजपा को
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के तेजतर्रार प्रदेश प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी की बर्खास्तगी की मांग की। अंशू ने एसआईटी के आरोप पत्र का हवाला देते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र टेनी को बर्खास्त करने की मांग की। डिजिटल मीडिया इंचार्ज अंशू अवस्थी ने कहा इस राज्य के लोग किसानों के नरसंहार को कभी नहीं भूलेंगे तथा भाजपा सरकार को माफ नहीं करेंगे और आने वाले विधानसभा चुनाव में वे भाजपा सरकार को सबक सिखाएंगे। उन्होंने कहा हत्यारे गृह राज्य मंत्री को बचाने के लिए भाजपा कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही। जबकि लखीमपुर का अन्नदाता सब जानता है कि किसानों पर गाड़ी मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा ने अपने पिता के इशारे पर और पद के घमंड में चढ़ाई। सब कुछ सामने है लेकिन मंत्री को बचाया जा रहा है। यह दर्शाता है भाजपा के अंदर कोई भी नैतिकता नहीं बची।
बीजेपी सरकार के लिए किसानों की कोई कीमत नहीं। मगर वह यह जान लें कि यही अन्नदाता 2022 में भाजपा को सबक सिखाएगा। गौरतलब है कि लखीमपुर हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत के मामले में एसआईटी द्वारा मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया गया, जिसमें कहा गया है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा मौके पर मौजूद थे और जांच एजेंसी ने उन्हें घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। एसआईटी ने आशीष मिश्रा को ही मुख्य आरोपी बनाया है।