मतगणना तक चुप रहें किसान : राकेश टिकैत

  • भाजपा के वोटों की गिनती 15 हजार से शुरू होगी, दूसरों की शून्य से

लखनऊ। भारतीय किसान यूनियन की मासिक पंचायत में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भाजपा पर तंज कसते हुए एक बार फिर बड़ा बयान देते हुए कहा कि भाजपा के वोटों की गिनती 15 हजार से शुरू होगी, जबकि दूसरों की शून्य होगी। उन्होंने अन्य भुगतान की तरह गन्ना भुगतान को भी डिजिटल करने की मांग रखी। मतगणना तक किसानों से चुप रहने तथा संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया। भाकियू के राष्टï्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने मासिक पंचायत को संबोधित करते हुए संगठन की मजबूती पर बल दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि संगठन के अंदर कुछ खामियां हैं, जिन्हें वह दूर कर लें। हम तो संगठन की निस्वार्थ रूप से सेवा कर रहे हैं, करते रहेंगे। नरेश टिकैत ने जल बचाने का भी आह्वान किया। उन्होंने किसानों व आम नागरिकों से कम पानी खर्च करने की अपील करते हुए कहा कि हमें अपनी आगामी पीढ़ी के लिए जल बचाकर रखना है।

उन्होंने जनपद में दुर्घटना में हुई दो बच्चों की मृत्यु पर भी दुख जताया। साथ ही उन्होंने बाइक पर तीन सवारियों के बैठने पर भी ऐतराज जताया और किसानों से बाइक पर दो सवारियों के बैठने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आगामी 17 मार्च की होली है। 10 मार्च के परिणाम यह तय करेंगे कि इस बार होली किसकी मन रही है। राकेश टिकैत ने कहा कि 17 दिन बाद चुनाव के परिणाम आ जाएंगे। 17 दिन चुप रहो। उसके बाद देखेंगे कि हमें क्या करना है। जिस तरह से 14 दिन की जेल हो जाती है, उसी प्रकार 17 दिन की शांति और कर लो। उन्होंने किसानों की समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा कि हरियाणा के मुकाबले यूपी में 12 गुना बिजली का रेट है। हरियाणा में बिजली रेट 15 रुपये हार्स पावर है। हमारे यहां 175 रुपये है। ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि डिजिटल की तरफ पूरा देश जा रहा है। डिजिटल का हमें भी मजा लेने दो। गन्ना भुगतान भी डिजिटल से करे।

गन्ने का रेट, वेट व क्वालिटी को देखकर गन्ना किसान जब घर पहुंचे, उसका भुगतान उसके खाते में पहुंच जाना चाहिए। एक तरफ गन्ना ले लो व दूसरी तरफ हमें भुगतान कर दो। उन्होंने एमएसपी पर भी सरकार द्वारा घोटाला करने का आरोप लगाते हुए कहा कि व्यापारी एमएसपी से कम पर माल खरीद रहे हैं। जो भी आपके पास आए उससे इस बारे में बात करो। दूध की नीति पर बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही दूध का आयात नीति ला रही है। जिससे दूध के किसानों की भी दुर्गति हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जैसे गन्ना पर्ची का कैलेंडर जारी होता है, उसी तरह गन्ना भुगतान का भी कैलेंडर जारी होना चाहिए। टिकैत ने कहा भारत सरकार ने बहुत से वादे किए थे, वह पूरे नहीं किए। वह बहुत सी पालिसी लेकर आ रहे हैं। जिसके पास दो पशु होंगे, उसे कामर्शियल कनेक्शन लेना पड़ेगा। लोगों को दूसरे धंधों में लगा दिया। हम अराजनीतिक आदमी हैं। इसलिए संगठन की मजबूती के लिए गांव-गांव से सभी को जोड़ो।

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