बाराबंकी में पर्यटन को बढ़ावा देंगे 75 तालाब : केशव मौर्य
लखनऊ। बाराबंकी सहित प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में 75 तालाबों को अमृत सरोवर बनाकर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का आदेश उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दिए हैं। वह ग्राम्य विकास अभिकरण में अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दो हेक्टेयर से बड़े तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित कराकर पर्यटन स्थल बनाएं। उन्होंने अतिक्रमण हटाने के नाम पर किसी गरीब की झोपड़ी न हटाने के आदेश दिए। कहा, तालाब के किनारे किसी की झोपड़ी हो तो उसे दूसरे स्थान पर शिफ्ट कराएं और अन्य अतिक्रमण को तत्काल हटवाएं। उन्होंने तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने व अमृत सरोवर के रूप विकसित करने, जिले की दस पंचायतों को विकास कार्यों का माडल बनाने और स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देकर अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़कर सशक्त बनाने पर जोर दिया। उन्होंने सीडीओ से उत्कृष्ट कार्य करने वाले दस-दस ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और कुछ अच्छे बीडीओ चिन्हित कर उन्हें सम्मानित करने को कहा। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से पशुओं को गो आश्रय केंद्र पर पहुंचाने और केंद्रों पर बेहतर व्यवस्थाएं कराने के निर्देश दिए।
प्रदेश में मिलेगा इको टूरिज्म को बढ़ावा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ाने के अभियान में लगी योगी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में भी इसको जारी रखेगी। अब इस अभियान को और बेहतर ढंग से चलाया जाएगा। प्रदेश सरकार ने इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के साथ ही इको-पर्यटन विकास बोर्ड गठित करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मंत्रियों की संयुक्त बैठक के बाद इको टूरिज्म को बढ़ावा देने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके तहत सैलानियों के लिए अयोध्या से वाराणसी तक सुसज्जित एवं आरामदेह बसें चलायी जाएंगी। आयुष के तहत सभी पर्यटकों को पर्यटन विभाग के होटलों में पंचकर्म तथा वेलनेस की सुविधा सुलभ कराई जाएगी। प्रदेश में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की अध्यक्षता में वन, आयुष एवं परिवहन विभाग के मंत्रियों के साथ संयुक्त बैठक करके पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ रोजगार व राजस्व अर्जित करने की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। पर्यटन मंत्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में इको पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सारी परिस्थितियां व संसाधन मौजूद हैं। आयुष विभाग द्वारा पर्यटन विभाग के होटलों में पैकेज के तहत हेल्थ, वेलनेस की सुविधा दी जाएगी, इसके तहत पंचकर्म आदि की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
पायलट योजना के तहत सबसे पहले इसे लखनऊ में लागू किए जाने पर विचार किया गया। पर्यटन मंत्री ने कहा कि सूबे को पर्यटकों की पहली पसंद बनाने के लिए सारे उपाय किये जाएं। पहले कानून व्यवस्था ठीक नहीं थी। अब वातावरण पर्यटक फ्रेंडली बना है। इसको देखते हुए दुनियाभर के पर्यटक प्रदेश में आना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित बोर्ड के माध्यम से इको टूरिज्म स्थलों पर अवस्थापना सुविधाओं का विकास और बेहतर प्रबंधन किया जाएगा। आयुष और वन विभाग के साथ ट्रैकिंग, वेलनेस सेंटर के लिए आवश्यक सुविधाओं का विकास के साथ ही पर्यटकों को सेवाएं व सुविधाएं प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मीरजापुर, सोनभद्र, चंदौली, दुधवा व कतरनियाघाट में इको टूरिज्म की व्यापक संभावनाएं हैं। इन स्थलों के चिन्हीकरण के लिए वन, आयुष व परिवहन मंत्री के साथ शीघ्र ही फील्ड विजिट की जाएगी।