महिलाओं को जागरूक कर स्वावलंबी बनाएं : राज्यपाल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सहारनपुर में अपने तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन समीक्षा बैठक की। उन्होंने महिलाओं को जागरूक बनाकर उन्हें स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से स्वावलंबी बनाए जाने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। महिलाओं को रोजगार देने के मामले में जिले के प्रथम आने पर अधिकारियों की सराहना भी की। उन्होंने जिला अस्पताल में सखी वन स्टाप सेंटर का निरीक्षण किया। इसके बाद पाइनवुड स्कूल में महिला एवं पुष्टïाहार विभाग द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम में शामिल हुईं। यहां उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया तथा जिलेभर के 47 आंगनबाड़ी केन्द्रों को उच्चीकृत करने के लिए विशेष किट प्रदान की। राज्यपाल ने कुपोषण की समस्या को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने कहा कि इसकी समाप्ति के लिए कुपोषित बच्चों को चिह्नित करें। इसके बाद गांव के प्रधान और गांव के सामर्थ्यवान लोग इन बच्चों को गोद लें तो कुपोषण को समाप्त किया जा सकता है। साथ ही साथ कुपोषित बच्चों के लिए एक समिति बनायी जाए, जिसमें ग्राम प्रधान, आशा, आंगनबाडी एवं सुपरवाइजर को इसका सदस्य बनाएं। राज्यपाल ने कहा कि कोरोना काल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना का प्रकोप भले ही कम हो गया हो, लेकिन टीकाकरण में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। इसके लिए केंद्र सरकार के पास बजट की कोई कमी नहीं है, बजट के प्रस्ताव भेजकर बजट की मांग कर सकते हैं। राज्यपाल ने प्रसव को शत-प्रतिशत अस्पताल में कराने को कहा। आंगनबाड़ी केंद्रों की अच्छी स्थिति देखकर जिलाधिकारी अखिलेश सिंह की उन्होंने सराहना की। राज्यपाल ने बैठक के बाद एक जनपद एक उत्पाद के पांच लाभार्थियों को चेक वितरित किए। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एवं शहरी के पांच-पांच लाभार्थियों को आवास की चाभी दी गई। उन्होंने दिव्यांगों को ट्राईसाइकिल व श्रमिकों को साइकिल भी वितरित की।
योगी के मंत्री बने बस ड्राईवर, स्टेयरिंग छोड़ दौड़ाई बस
लखनऊ। योगी सरकार में राज्यमंत्री दिनेश खटीक मेरठ के मवाना बस अड्डे पर इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाने पहुंचे थे। मेरठ से मवाना और हस्तिनापुर के लिए इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाते हुए मंत्री जी इतना उत्साहित हो गए कि वो खुद ही ड्राइविंग सीट पर बैठ गए। मंत्रीजी ने मेरठ की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बस चलाईं। बस चलाते वक्त स्टंट भी किए। यही नहीं, ड्राइविंग सीट पर कभी स्टेयरिंग छोड़ते नजर आए, तो कभी जनता से हाथ जोड़ते नजर आए। स्टेयरिंग छोड़ बस चलाने का वीडियो किसी ने वायरल कर दिया तो सोशल मीडिया पर लोग बोले कि अब इन पर कौन कार्रवाई करेगा। हालांकि मंत्री के ड्राइव करते समय बस में बैठे स्टाफ और कुछ लोगों ने कहा कि ध्यान से बस चलाएं, ब्रेक हैवी हैं। इस पर मंत्री ने कहा कि चिंता न करो। हमने बुलडोजर चला दिया, बस तो चला ही लेंगे। मंत्री ने इस दौरान बस में बैठने वाली सवारियों के साथ 100 रुपए देकर अपना टिकट भी कटाया। मेरठ के मवाना में गुरुवार को 10 इलेक्ट्रानिक एसी बसें पहुंची। राज्यमंत्री दिनेश खटीक इसी मवाना के हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। इसलिए वह इन बसों का शुभारंभ करने मवाना बस स्टैंड पहुंचे। जहां पहले राज्यमंत्री ने बसों का फीता काटा। मेरठ हस्तिनापुर सीट से दूसरी बार भाजपा से विधायक बने दिनेश खटीक प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री हैं। दिनेश खटीक योगी सरकार के पिछले कार्यकाल में सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री बने थे। उसी जिम्मेदारी को उन्हें दोबारा सौंपा गया है।