गुजरात में विधानसभा चुनाव लड़ने की सपा कर रही तैयारी!
- सपा प्रमुख ने ताल ठोकने के दिए संकेत, गुजरात की प्रदेश कार्यकारिणी की गठित
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गुजरात विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ ताल ठोकने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि पांच महानगरों के अतिरिक्त पूरा गुजरात बंजर और उजाड़ रहे हैं। 95 प्रतिशत गुजरात अंधकार में डूबा है। ऐसे में अब वहां के लोग भाजपा से मुक्ति चाहते हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुजरात में सपा की प्रदेश कार्यकारिणी गठित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी अब गुजरात मॉडल का छलावा जनता के सामने लाएगी। उन्होंने कहा कि पांच महानगरों के अतिरिक्त पूरा गुजरात बंजर और उजाड़ है। पांच प्रतिशत चकाचौंध के अतिरिक्त बाकी 95 प्रतिशत गुजरात अंधकार में डूबा हुआ है। गांव में सड़कें नहीं है। बिजली का संकट बरकरार है। चिकित्सा व्यवस्था बदहाल है। ठेकेदारी प्रथा से आंशिक रोजगार मिला है। सपा अध्यक्ष ने गुजरात में पार्टी की कमान वडोदरा निवासी देवेंद्र उपाध्याय को सौंपी है। अभिलाष धनेशा, विजय कुमार यादव व अहीर मयूर सोलंकी को उपाध्यक्ष बनाया गया है। प्रमुख महासचिव के पद पर राम सेवक साहनी व कोषाध्यक्ष हसीब अंसारी को बनाया गया है। महासचिव के पद पर किरन कन्सारा, भीखा भाई हरभा एवं अरविन्द चौबे नामित हुए हैं। इनके अलावा प्रदेश कार्यकारिणी में 25 सचिव और 67 सदस्य बनाए गए हैं। अखिलेश ने कहा कि गुजरात में भाजपा के सत्ताकाल के 25 वर्ष घोर निराशाजनक रहे हैं। किसानों-नौजवानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों की आय में दो दशकों में कोई गुणात्मक अंतर नहीं आया है। सूरत, बड़ौदा, अहमदाबाद, गांधीनगर, जामनगर, राजकोट सहित पूरे गुजरात में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं है।
युवा विरोधी सत्ता को भस्म कर देगी विरोध की ज्वाला
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की सेना में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ के प्रति नौजवानों में व्यापक आक्रोश दिखाई दे रहा है। देश-प्रेम की भावना के साथ मेहनत कर कई वर्षों से तैयारी करने वाले युवाओं को सेना में भर्ती के नाम पर भाजपा सरकार ने चार साल का धोखा दिया है। सरकार के खिलाफ युवा शक्ति का एकजुट होना साबित करता हैं कि इनके सब्र का बांध टूट गया है। सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार को यह दिखाई नहीं दे रहा है कि देश के कई प्रदेशों में भड़की विरोध की ज्वाला युवा विरोधी सत्ता को भस्म कर देगी। अखिलेश ने कहा कि पिछले कई साल से सेना में भर्ती नहीं हो पाई है। जो भर्तियां हुईं वह भी कोविड से प्रभावित हो गईं। अब उन्हें निरस्त किया जा रहा है। इसमें जो लोग पास हो चुके हैं, जिनका मेडिकल हो चुका है, उन्हें भी अब चार साल के लिए नौकरी मिलेगी। फिर चार साल के बाद क्या होगा? यह घोर अन्याय है।
नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ क्यों
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि आज देश की स्थिति इतनी विकराल है कि सेना जैसी अति संवेदनशील जगह में संविदा पर सैनिक रखे जा रहे हैं। सपा अध्यक्ष ने सरकार से प्रश्न किया कि विवादित भर्ती योजना ‘अग्निपथ’ से नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है? देश की सुरक्षा कोई अल्पकालिक या अनौपचारिक विषय नहीं है। यह अति गंभीर और दीर्घकालिक नीति की अपेक्षा करती है।
प्रियंका ने शेयर की पुरानी चिट्ठी, कहा- युवाओं का दर्द समझिए राजनाथ सिंह
- कांग्रेस महासचिव ने आर्मी में भर्ती को लेकर सरकार पर बोला तीखा हमला
लखनऊ। सेना में भर्ती को लेकर अग्निपथ स्कीम पर देशभर में बवाल मचा है। देश के कई हिस्सों में अग्निपथ को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आर्मी में भर्ती को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लिखी एक पुरानी चि_ी शेयर की है। उन्होंने कहा कि मैंने 29 मार्च 2022 को रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर युवाओं की मांगों पर ध्यान देकर तुरंत समस्या के समाधान का निवेदन किया था लेकिन सरकार ने अब तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। साथ ही प्रियंका गांधी ने सरकार से कहा कि आर्मी में भर्ती के लिए तैयारी करने वाले युवाओं के दर्द को समझना होगा। उन्होंने केंद्र सरकार से से आग्रह किया कि सेना में खाली पड़े पदों को भरने के लिए तत्काल फैसले लिए जाएं। उन्होंने कहा कि तीन साल से सेना में भर्ती नहीं आई है। युवा निराश और हताश है। प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, आर्मी भर्ती की तैयारी करने वाले ग्रामीण युवाओं का दर्द समझिए। तीन साल से भर्ती नहीं आई। दौड़-दौड़ के युवाओं के पैरों में छाले पड़ गए, वे निराश-हताश हैं। युवा एयरफोर्स भर्ती के रिजल्ट और नियुक्ति का इंतजार कर रहे थे। सरकार ने उनकी स्थाई भर्ती, रैंक, पेंशन, रुकी भर्ती, सब छीन लिया।
सेना में खाली पड़े पदों को भरने का आग्रह
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने 29 मार्च को लिखी चि_ी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आग्रह किया था कि सेना में खाली पड़े पदों को भरने के लिए तत्काल भर्ती निकाली जाए और युवाओं को आयुसीमा में दो साल की छूट दी जाए। उन्होंने रक्षा मंत्री को लिखे पत्र में यह भी कहा कि लंबे समय से भर्ती नहीं होने, रिजल्ट और नियुक्तियों में विलंब के कारण युवाओं में भारी निराशा है। प्रियंका गांधी ने कहा था कि एयरफोर्स में जवानों की भर्ती (जनवरी, 2020) के लिए नवंबर, 2020 में परीक्षा हुई थी और इसका परिणाम भी नवंबर, 2020 में आ गया था। सभी टेस्ट हो जाने और अंतरिम चयन सूची आ जाने के बावजूद अभी तक इसकी एनरॉलमेंट लिस्ट जारी नहीं की गई है। यह लिस्ट तत्काल जारी की जाए।
अग्निपथ योजना को वापस ले सरकार
देशभर में हो रहे विरोध के बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अग्निपथ योजना को लेकर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को इसकी घोषणा के तुरंत बाद इस योजना के तहत नियमों में संशोधन करने की जरूरत है। युवाओं के विरोध से संकेत मिलता है कि इसे जल्दबाजी में थोपा गया है। इसे तत्काल वापस लेना चाहिए। एक ट्वीट में, प्रियंका गांधी ने कहा 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि भाजपा सरकार को नई सेना भर्ती योजना के नियमों को बदलना पड़ा। इसका मतलब यह है कि योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है। प्रियंका गांधी ने आगे कहा, नरेंद्र मोदी जी, इस योजना को तुरंत वापस लें। नियुक्तियां दें और वायु सेना में रुकी हुई भर्ती का परिणाम सामने रखें। उन्होंने मांग की कि सेना में भर्ती (आयु में छूट के साथ) पहले की तरह हो।