शिवसेना के दो दर्जन विधायकों ने गुजरात में डाला डेरा, संकट में ठाकरे सरकार
महाराष्ट्र में सियासी भूचाल, दिल्ली तक हलचल
- फडणवीस दिल्ली रवाना, जेपी नड्डा के साथ शाह ने की बैठक
- राकांपा प्रमुख शरद पवार ने झाड़ा पल्ला, कहा, यह शिवसेना का आंतरिक मामला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। विधान परिषद चुनाव परिणाम के सामने आने के बाद महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आ गया। एमएलसी चुनाव में भाजपा ने शिवसेना नीत एमवीए गठबंधन को झटका दिया और इसके बाद आज पार्टी के दो दर्जन से ज्यादा विधायकों के बागी होने की खबर है। शिवसेना के दो दर्जन विधायक एकनाथ शिंदे के साथ गुजरात के सूरत में एक होटल में डेरा डाले हुए हैं। शिंदे कल से शिवसेना के संपर्क में नहीं है। सियासी उठापटक के बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली रवाना हो चुके हैं। वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक की है। ताजा घटनाक्रम से ठाकरे सरकार संकट में आती दिख रही है।
एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में शिवसेना के वरिष्ठ नेता और ठाकरे सरकार में शहरी विकास मंत्री हैं। उनकी ठाकरे परिवार से अनबन चल रही है। वे पार्टी प्रमुख व सीएम उद्धव ठाकरे का भी फोन नहीं उठा रहे हैं। शिवसेना के दो दर्जन विधायकों को विमान से सोमवार की शाम सूरत ले जाया गया था। वहीं शिवसेना में बगावत की खबरों के बीच सीएम ठाकरे ने आज पार्टी नेताओं व विधायकों की बैठक बुलाई है। महाराष्ट्र के राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। शिवसेना सांसद संजय राउत ने अपना दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है। सूत्रों के हवाले से जानकारी सामने आ रही है कि शिवसेना के दो नेता मिलिंद नार्वेकर और राजन विचारे अपने बागी विधायकों से मिलने सूरत जाएंगे। कांग्रेस नेता बालासाहब थोराट ने कहा कि हमने सीएम से बात की है। हमारे विधायक नहीं टूटेंगे। भाजपा विधायक शिवेंद्रराजे भोसले ने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार बननी तय है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि कोई सियासी भूकंप नहीं आने वाला है। सब सही हो जाएगा। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि तीसरी बार ऐसा हो रहा है। शिंदे की नाराजगी शिवसेना का अंदरुनी मामला है। सूत्रों के मुताबिक शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है।
क्या है समीकरण
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधान सभा में बहुमत के लिए 145 विधायक चाहिए। कुछ सीटें रिक्त हैं तो कुछ विधायक जेल में हैं इसलिए प्रभावी संख्या 285 है। ऐसे में बहुमत के लिए 143 सदस्यों का समर्थन चाहिए। उद्धव ठाकरे सरकार के पास 153 विधायकों का समर्थन है। यदि शिवसेना में फूट पड़ती है तो कांग्रेस के भी कुछ विधायक टूट कर भाजपा का दामन थाम सकते हैं। भाजपा पहले से सबसे बड़ी पार्टी है। भाजपा के 106 विधायक हैं तो राजग के मिलाकर 113 विधायक हैं इसलिए वह दावा पेश कर इनका समर्थन हासिल कर सकती है।
कल हुई थी क्रॉस वोटिंग
महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में सोमवार को बड़े पैमाने पर क्रॉस वोटिंग हुई थी। 10 सीटों के लिए हुए चुनाव में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी को झटका लगा है। भाजपा ने अकेले पांच सीटें जीत लीं जबकि शिवसेना व राकांपा ने दो-दो सीटें जीतीं तो कांग्रेस के हाथ सिर्फ एक सीट आई। राज्य सभा चुनाव के बाद लगातार दूसरी बार गठबंधन को झटका लगा है।
योगमय यूपी मानवता के लिए जरूरी है योग: योगी
- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर राज्यपाल व सीएम ने किया योगाभ्यास
- राज्यपाल ने योगाभ्यास के लिए राजभवन को प्रतिदिन दो घंटे खोलने का किया ऐलान
- प्रदेश में पांच करोड़ लोगों ने किया योग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आज यूपी योगमय दिखा। लखनऊ में राजभवन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योग किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवता के लिए योग बेहद जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में बड़ा कारगर है। भारत के लोग पहले से ही योग के अभ्यास में लगे थे तभी कोरोना महामारी को हम सभी ने झेल लिया। कोरोना के दौरान दुनिया ने देखा कि योग से इम्युनिटी बढ़ी है और हमको उसी ने बचाया है। योग का पहला नियम अनुशासन से जुड़ा है। योग हमें अनुशासन में बांधकर, निरोगता और शारीरिक व मानसिक विकास की ओर ले जाता है। यूपी में 5 करोड़ से अधिक लोगों ने आज योगाभ्यास किया। इस बार योग दिवस को योग फॉर ह्यूमैनिटी की थीम पर मनाया गया है। उत्तर प्रेदश के हर गांव और हर वार्ड में योग दिवस का कार्यक्रम मनाया गया। इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने राजभवन को प्रतिदिन प्रात: पांच से सात बजे तक योगाभ्यास के लिए खोलने की भी घोषणा की।
राष्ट्रपति चुनाव: विपक्ष के उम्मीदवार बने यशवंत सिन्हा
- विपक्षी दलों की बैठक के बाद नाम का किया गया ऐलान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आज विपक्षी दलों की बैठक हुई। बैठक के बाद विपक्ष ने उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा के नाम का ऐलान किया। बैठक में जयराम रमेश, सुधींद्र कुलकर्णी, दीपांकर भट्टाचार्य, शरद पवार, डी राजा, तिरुचि शिवा (डीएमके), प्रफुल्ल पटेल, येचुरी, एन के प्रेमचंद्रन (आरएसपी), मनोज झा, मल्लिकार्जुन खडग़े, रणदीप सुरजेवाला, हसनैन मसूदी (नेशनल कॉन्फ्रेंस), अभिषेक बनर्जी और रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हमने (विपक्षी दलों ने) सर्वसम्मति से फैसला किया है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के आम उम्मीदवार होंगे। वहीं, इस बैठक में शामिल होने से पहले यशवंत ने ट्वीट कर कहा था कि उन्हें जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी उसके लिए मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शुक्रिया करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि अब वो वक्त आ गया है जब पार्टी से हटकर एक बड़े उद्देश्य के लिए काम करना है।
भाजपा ने भी बुलायी बैठक
राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम को लेकर भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक आज बुलाई गई है। इस बैठक में सभी बड़े नेता उपस्थित रहेंगे। इसी बैठक के बाद एनडीए के उम्मीदवार का ऐलान हो सकता है। राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को चुनाव होगा।