ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने की योजना पर विभाग कर रहा काम : स्वतंत्र देव
- जलशक्ति मंत्री बोले- हर घर को नल से शुद्ध जल के साथ गांव-गांव तक पहुंचा रहे रोजगार
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जलशक्ति विभाग की 100 दिनों की कार्ययोजना की रिपेार्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में सेवा, सुशासन और जनकल्याण के लिए समर्पित योगी सरकार के 100 दिनों की कार्ययोजना के लक्ष्य को जलशक्ति विभाग ने शत-प्रतिशत पूरा करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हर घर तक नल से शुद्ध जल पहुंचाने का अभियान प्रदेश में युद्धस्तर पर चल रहा है। हर घर तक नल से जल पहुंचाने के साथ गांव-गांव तक रोजगार भी पहुंचाने का काम किया जा रहा है। ग्रामीण महिलाओं की घर बैठे आय बढ़ा कर उन्हें सशक्त बनाने की योजना पर भी विभाग तेजी से काम कर रहा है। जलशक्ति मंत्री ने नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया कि 100 दिनों में जल जीवन मिशन ने प्रदेश के 574 गांवों में पाइप पेयजल योजनायें पूरी की हैं। इनमें बुन्देलखंड और विन्ध्य की 64 पेयजल योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं से 3.76 लाख घरों में पानी के कनेक्शन दिए गए हैं। मंत्री ने बताया कि बुंदेलखंड में 100 दिनों में कुल 63 योजनाओं का कार्य पूरा किया गया।
50 हजार घरों में पेयजल कनेक्शन के लक्ष्य के सापेक्ष 66 हजार से अधिक घरों में हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन दिए गए। योजना से 33 हजार से अधिक घरों में नल कनेक्शन के साथ पानी की सप्लाई भी शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा विंध्य क्षेत्र के मिर्जापुर और सोनभद्र में 17 परियोजनाओं से कुल 1236 ग्राम पंचायतों को फायदा मिलने जा रहा है। 2961 राजस्व गांव लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि विंध्य क्षेत्र में दिसंबर 2022 तक 6.5 लाख से अधिक फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन(एफएचटीसी) देने का लक्ष्य है, जिससे 40 लाख से अधिक आबादी को पाइप पेयजल योजना से शुद्ध पेयजल मिलेगा।
गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने का प्रयास
जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि वाराणसी में 7.5 किमी लम्बे शाही नाले की सिल्ट सफाई एवं लाइनिंग कर जीणोद्धार का कार्य पूरा किया गया है। वहीं कानपुर के पनकी और मथुरा में यमुना में गिरने वाले नालों को टैप किया गया। मसानी, जौनपुर और बागपत में नए एसटीपी का निर्माण पूरा कराया। मिर्जापुर, गाजीपुर, फर्रुखाबाद-फतेहगढ़ एवं बरेली में 34 नालों को टैप किया। इसके अलावा कुछ अन्य जगहों पर भी काम चल रहा है।
अखिलेश पर दबाव बनाना चाहते थे राजभर : शशि प्रकाश
लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष का साथ उनके बेहद करीबी ने छोड़ दिया है। बीते करीब 17 वर्ष से ओम प्रकाश राजभर के साथी रहे शशि प्रकाश सिंह ने राजभर पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि ओम प्रकाश राजभर राष्टï्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में हैं, बल्कि उनको छोड़कर पार्टी के अन्य सभी पांच विधायक सपा के साथ हैं। राजभर के एनडीए प्रत्याशी के लिए मुख्यमंत्री आवास पर डिनर में जाने की बात पर शशि प्रकाश सिंह का कहना है कि अखिलेश यादव पर दबाव बनाने और उनको ब्लैकमेल करने के लिए यह बात फैलाई गई है। शशि प्रकाश ने कहा कहा कि राजभर जितना झूठ बोलते हैं, कोई नहीं बोल सकता। उनको सिर्फ पैसे का लालच है, मतलबी इंसान है। शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि मेरे साथ गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़ के सैकड़ों कार्यकर्ता हैं। यह सब भी ओम प्रकाश राजभर से खुश नहीं थे। मैं तो लम्बे समय से साये की तरह ओम प्रकाश राजभर के साथ रहा। मुझे तो उनकी हर बात का पता है। राजभर पैसे के लिए हर राजनीतिक दल से अलग होते रहे है।
शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि राजभर ने जिस तरह से राम को लेकर चुनाव से पहले बयान दिया कि वो राम को नहीं मानते उससे भी बहुत लोग नाराज हुए। मैंने कई बार उनकी भाषा को लेकर बहुत समझाया पर राजभर जी नहीं मानें। हम लोगों की विचारधारा चाहे कुछ हो, हम लोग सनातनी हैं। इससे सपा गठबंधन के वोट घट गए, नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि पहले चुनाव में उन्होंने पार्टी के नेताओं को मौका देने के बात कही, पर बाद में अपने बेटे को चुनाव लड़वा दिया। शशिप्रकाश ने कहा कि राजभर 2017 में भाजपा से सहयोगी थे। तब उनकी पार्टी के चार विधायक जीते थे। इसके बाद उन्होंने ना सिर्फ भाजपा को धोखा नहीं दिया बल्कि सबको धोखा दिया है। उधर, सुभासपा छोड़ने वाले शशि प्रकाश पर प्रवक्ता सुनील अर्कवंशी ने कहा कि शशि प्रताप को निकाला गया है। शशि प्रताप सिंह बिन पेंदी के लोटे हैं। उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। वह अपना इलाज कराएं। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम समता पार्टी नहीं बल्कि कचरा पार्टी रखना चाहिए।
विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष पाठक को जान से मारने की धमकी
लखनऊ। विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को जान से मारने की धमकी दी गई है। वह वाराणसी के रहने वाले हैं। धमकी की टाइप की हुई रजिस्टर्ड चिट्ठी सियालदह के पते से भेजी गई है। इसमें लिखा है कि अरुण पाठक तू लगातार इस्लाम के खिलाफ बोलता आया है। तूने भी हमारे रसूल के खिलाफ गुस्ताखी की है। इसलिए तुझे और तेरे परिवार को इसकी सजा मिलेगी… इंशाल्लाह…। तेरी गर्दन तक भी मेरा खंजर जरूर पहुंचेगा। गुस्ताख-ए-रसूल की एक ही सजा सर तन से जुदा… सर तन से जुदा…। अरुण पाठक ने बताया कि चिट्ठी में लिखा है कि तुझे भी तेरे दोस्त कमलेश तिवारी और कन्हैया लाल के पास जल्द पहुंचा दिया जाएगा। चिट्ठी में सबसे नीचे लिखा है हम हैं नबी के नेक बंदे… दारुल इस्लाम…। अरुण पाठक पहले शिवसेना से जुड़े रहे हैं। वह ज्ञानवापी परिसर स्थित मां शृंगार गौरी के मंदिर में नियमित दर्शन-पूजन के लिए भी आंदोलन करते रहे हैं। अरुण पाठक ने चिट्ठी के जवाब में कहा हम ऐसी छुटभैया किस्म की हरकतों से डरने वाले नहीं हैं। सनातन धर्म के लिए हमारी आवाज हमेशा बुलंद मिलेगी।