उपचुनाव के नतीजे बताएंगे सपा अपने गढ़ में कितनी मजबूत
अखिलेश सहित सपा का राजनीतिक भविष्य भी तय करेंगी तीनों सीटें
- शिवपाल के राजनीतिक कद के साथ बढ़ेगा कार्यकर्ताओं का मनोबल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश का उपचुनाव सपा का राजनीतिक भविष्य तय करेगा। मैनपुरी लोकसभा और खतौली व रामपुर विधानसभा के उपचुनाव के नतीजे यह बता देंगे कि अपने गढ़ में सपा कितनी मजबूत है। इन तीनों सीटों से ही समाजवादी पार्टी की भविष्य की दशा-दिशा तय होगी। अगर सपा उपचुनाव की सभी सीटें जीत लेती है तो उसके कार्यकर्ताओं के टूटे हौसले एक बार फिर वापस आएंगे। राजनीतिक विशेषज्ञ बताते हैं कि अखिलेश ने चाचा को मनाकर ये बता दिया है कि हम एक है और परिवार भी।
हालांकि विधानसभा चुनाव में अखिलेश के साथ जाने को बड़ी भूल बताने वाले शिवपाल अब अपने बेटे आदित्य के साथ ही अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेताओं का भी सपा में सम्मान चाहते हैं, इसलिए वह अखिलेश की ओर से पहल का इंतजार कर रहे थे। अब दोनों के साथ आने से यदि डिंपल को जसवंतनगर से मुलायम को मिले 62,126 मतों की बढ़त से अधिक वोट मिलते हैं तो सपा में शिवपाल का कद और बढऩा तय माना जा रहा है। इसके अलावा सपा ने खतौली सीट गठबंधन के साथी राष्टï्रीय लोकदल को देकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि रालोद के साथ उसका गठबंधन भविष्य में भी बना रहेगा। इस सीट पर गठबंधन की जीत से यह संदेश तो जाएगा ही कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को पश्चिम उत्तर प्रदेश में उससे बड़ी चुनौती मिलेगी। आजम खां के प्रभाव वाली मुस्लिम बहुल रामपुर सीट पर सपा जीत दर्ज कर यह साबित करने की कोशिश करेगी कि परंपरागत मुस्लिम वोटबैंक उसके साथ ही है। स्लिम व यादव मतदाताओं में पकड़ बरकरार है।
आजमगढ़ की गलती यहां नहीं दोहराएगी सपा
आजमगढ़ व रामपुर लोकसभा उपचुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। अपने ही गढ़ में हारने से पार्टी कार्यकर्ताओं के हौसले टूटे हैं। वहीं अखिलेश पर ओमप्रकाश राजभर सहित कई लोगों ने निशाना साधा था कि अब तो अपने किले ही सुरक्षित नहीं। ऐसे में परिस्थितियों को समझते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार कोई चूक नहीं करना चाहते हैं। वह जानते हैं कि मैनपुरी उपचुनाव भी हारने पर उनके लिए आगे की राह मुश्किल हो जाएगी। पत्नी डिंपल यादव को मैदान में उतारने के साथ ही अखिलेश वहां डेरा जमाकर खुद चुनाव प्रबंधन की कमान संभाल रखी है। वहीं रूठे चाचा शिवपाल को भी मना लिया है।
अखिलेश ने नाराज चाचा को मनाने की पहल की
अखिलेश व शिवपाल के एक मंच पर आने के पीछे कहीं दोनों की मजबूरी तो नहीं है। अखिलेश के सामने मैनपुरी की विरासत बचाने व शिवपाल के सामने अकेले अपनी राजनीति को बचाने की बड़ी चुनौती दिखती है। अखिलेश अच्छे से समझते हैं कि डिंपल को मैनपुरी में जिताना चाचा शिवपाल के बगैर आसान नहीं है। आजमगढ़ व रामपुर लोकसभा उपचुनाव भाजपा से हारने के पीछे कहीं न कहीं शिवपाल का साथ न होना भी माना ही जाता है। मैनपुरी में सपा की जीत में जसवंतनगर विधानसभा सीट की अहम भूमिका होती है। शिवपाल 1996 से लगातार यहीं से विधायक हैं। इसलिए अखिलेश ने अपने नाराज चाचा को मनाने की पहल की।
भाजपा का पैंतरा फेल होगा या पास
भाजपा ने मैनपुरी में इस बार मुलायम की पुत्रवधू डिंपल यादव के आगे सपा के बागी राघुराज सिंह शाक्य को उतारा है। रघुराज दो बार सपा के टिकट पर सांसद और एक बार विधायक भी रह चुके हैं। भाजपा के जिला संगठन से लेकर राष्टï्रीय संगठन में शामिल नेताओं का दावा है कि इस बार मैनपुरी में कमल खिलेगा। अब देखना ये है कि भाजपा का जो पैंतरा हर बार फेल साबित हुआ, इस बार कितना काम आता है।
उत्तर प्रदेश में तबादले जारी चार मंडलायुक्त सहित छह आईएएस अफसरों का ट्रांसफर
- अयोध्या, अलीगढ़ और बस्ती मंडल में नए आयुक्त तैनात
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। योगी सरकार ने आज भी छह आईएएस अफसरों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया है। तबादले में अयोध्या के कमिश्नर को भी बदला गया है। अयोध्या, अलीगढ़ और बस्ती मंडल में नए आयुक्त तैनात किए गए हैं।
विंध्याचल मंडल में भी प्रभारी आयुक्त की तैनाती की गई है। अलीगढ़ के कमिश्नर गौरव दयाल को अयोध्या के कमिश्नर पद पर तैनात किया गया है। अयोध्या के कमिश्नर रिनवा को गौरव दयाल के स्थान पर अलीगढ़ भेजा गया है। विंध्याचल मंडल के आयुक्त योगेश्वर राम मिश्रा को बस्ती मंडल के आयुक्त पद पर तैनाती दी गई है। प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन डॉ. मुथुकुमार स्वामी बी. को प्रभारी आयुक्त विंध्याचल मंडल, मिर्जापुर के पद पर भेजा गया है।
युवाओं को गवर्नमेंट जॉब देने के लिए मिशन मोड में काम कर रही सरकार: पीएम मोदी
- भारत के पास नए अवसरों को बढ़ावा देने का अवसर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रोजगार मेले के तहत युवाओं को बड़ा तोहफा दिया है। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये 71,000 नवनियुक्त कैंडिडेट्स को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस मौके पर पीएम मोदी ने इन कैंडिडेट्स को संबोधित भी किया। पीएम मोदी ने कहा कि आपको यह नई जिम्मेदारी एक खास दौर में मिल रही है। देश अमृत काल में प्रवेश कर गया है।
हम नागरिकों ने इस अवधि में भारत को एक विकसित राष्टï्र बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प को प्राप्त करने के लिए आप देश के सारथी बनने जा रहे हैं। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि आज का ये विशाल रोजगार मेला दिखाता है कि सरकार किस तरह गवर्नमेंट जॉब देने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। रोजगार मेले में पीएम मोदी ने कहा कि देश की बाकी जनता के सामने आप सभी जो इस नई जिम्मेदारी को उठाने जा रहे हैं, उन्हें एक तरह से केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त किया जा रहा है। साथ ही कहा कि महामारी और युद्ध के बीच दुनियाभर के युवाओं के सामने नए अवसरों का संकट है। विकसित देशों में भी विशेषज्ञों को एक बड़े संकट की आशंका है। अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ कहते हैं कि भारत के पास आर्थिक क्षमता प्रदर्शित करने और नए अवसरों को बढ़ावा देने का सुनहरा अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्टार्ट-अप्स से लेकर स्वरोजगार तक, स्पेस से लेकर ड्रोन तक आज भारत में युवाओं के लिए चौतरफा अवसरों का निर्माण हो रहा है।