कांग्रेस के लिए गेम चेंजर साबित होगा महिला कार्ड!

महिला प्रत्याशियों को खोजना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती

आरक्षण के भीतर आरक्षण की भी उठेगी मांग


4पीएम की परिचर्चा में प्रबुद्धों ने उठाए कई सवाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी की राजनीति में बड़ा दांव चला है। उन्होंने ऐलान किया कि यूपी विधान सभा चुनाव में पार्टी चालीस फीसदी टिकट महिलाओं को देगी। यह आंकड़ा डेढ़ सौ से अधिक बैठता है। सवाल यह है कि क्या प्रियंका का यह दांव कांग्रेस के लिए गेम चेंजर साबित होगा? ऐसे कई सवाल उठे वरिष्ठï पत्रकार शीतल पी सिंह, रंजीव, दिनेश पाठक, श्वेता आर रश्मि और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के बीच चली लंबी परिचर्चा में।

श्वेता आर रश्मि ने कहा, प्रियंका का ऐलान अच्छा है। यूपी में महिला अपराधों के आंकड़े बढ़े हैं। जब तक देश में महिलाओं की भागीदारी नहीं बढ़ेगी देश का विकास नहीं होगा। हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि प्रियंका महिला प्रत्याशियों का चयन कैसे करती हैं? रंजीव ने कहा, कांग्रेस की पहल अच्छी है। इसका लाभ होगा या नहीं, यह अलग बात है। कहीं ऐसा न हो कि कांग्रेस के स्थापित नेता ही अपने परिवार की महिलाओं को प्रत्याशी के रूप में उतार दें। अब इससे कांग्रेस कैसे निपटेगी, यह बड़ा सवाल है। कांग्रेस को अपने घर को पहले ठीक करना चाहिए। क्या कांग्रेस इस चालीस फीसदी सीटों के आरक्षण में अनुसूचित जाति और पिछड़ी जातियों का आरक्षण सुनिश्चित करेगी?

दिनेश पाठक ने कहा, कांग्रेस का यह बड़ा फैसला है लेकिन यूपी कांग्रेस के नेता चालीस महिला नेताओं के नाम तक नहीं बता सकते हैं जो नामांकन करने की स्थिति में हों। यह सियासत में लकीर खींचने की कोशिश है। कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं का टोटा है। इस पर होमवर्क करने की जरूरत है। शीतल पी सिंह ने कहा, चालीस फीसदी सीट देने का ऐलान का असर कितना पड़ेगा यह अलग बात है लेकिन यह पहल अच्छी है। यह बड़े सामाजिक परिपेक्ष्य में बदलाव लाने की पहल है। चुनावी माहौल बनाने में यह घोषणा असरदायक है और इस घोषणा का दूरगामी असर हो सकता है। 

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