मेनका और वरुण गांधी निकाय चुनाव प्रचार से दूर
पार्टी के निर्देशों को भी किया दरकिनार
- भाजपा निकाय चुनाव को लोस चुनाव का पूर्वाभ्यास मानकर लड़ रही
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सुल्तानपुर की भाजपा सांसद मेनका गांधी और पीलीभीत के भाजपा सांसद वरुण गांधी ने निकाय चुनाव से दूरी बना रखी है। सांसद मां बेटे दोनों न तो भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन सभा में पहुंचे ना ही संगठनात्मक कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। राजनीतिक हल्कों में मेनका और वरुण गांधी के निकाय चुनाव से दूरी बनाने को 2024 लोकसभा चुनाव में बड़े संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
भाजपा निकाय चुनाव को लोकसभा चुनाव का पूर्वाभ्यास मानकर चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने सभी सांसदों और विधायकों को पूरी ताकत के साथ चुनाव में तैनात किया है। सांसदों को खासतौर पर आगाह किया गया कि निकाय चुनाव में ही लोकसभा चुनाव की जमीन तैयार करें। कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने के साथ उनके साथ समन्वय भी बनाएं। सांसदों को भी चुनाव जिताने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेकिन सुल्तानपुर की सांसद मेनका गांधी और पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी न तो भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे हैं। ना ही अभी तक संगठनात्मक बैठकों या चुनावी कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं।
पदाधिकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष को किया सूचित
दोनों जिलों के पार्टी पदाधिकारियों ने इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को मौखिक तौर पर सूचित भी कर दिया है। पीलीभीत के जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह का कहना है कि सांसद वरुण गांधी विधानसभा चुनाव में भी प्रचार पर नहीं आए थे। निकाय चुनाव में भी प्रचार पर नहीं आए हैं। सूत्रों का कहना है कि मेनका की सुल्तानपुर और वरुण की पीलीभीत में पार्टी के कार्यक्रमों और चुनाव में शामिल नहीं होने को पार्टी नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है। भले ही पार्टी नेतृत्व वर्तमान में दोनों के मुद्दे पर मौन हैं लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के टिकट वितरण में इसका असर दिख सकता है।