अफसरों ने सीएम को खुश करने के लिए योगी मॉडल का ट्वीटर के जरिए झूठा प्रचार किया
- 4पीएम की परिचर्चा में सामने आया कि डब्ल्यूएचओ ने ऐसी कोई बात नहीं कही
- डब्ल्यूएचओ की बात को गलत तरीके से पेश किया सोशलमीडिया पर
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोविड प्रबंधन को लेकर यूपी के योगी मॉडल को विश्व स्वास्थ्य संगठन की सराहना का भंडाफोड हो गया है। असल में डब्ल्यूएचओ का एजेंडा कुछ और था मगर प्रशासनिक महकमे के अफसरों ने सोशलसाइट्स पर यूपी सरकार का झूठा प्रचार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खुश करने की कोशिश की कि यूपी का योगी मॉडल हिट है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट की गणित समझे तो यूपी में कोरोना के हालात जल्द से जल्द नियंत्रित करने को कहा गया यानी डब्ल्यूएचओ की बात को गलत तरीके से पेश किया यूपी सरकार ने। इस बात का खुलासा द वीक से पूजा अवस्थी, वरिष्ठï पत्रकार एनके सिंह, वरिष्ठï पत्रकार अशोक वानखेड़े ने 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के साथ एक परिचर्चा में किया। परिचर्चा में वरिष्ठï पत्रकार अशोक वानखेड़े ने कहा सरकार की असफलता छिपाने के लिए उन्हीं के अफसर ऐसा कर रहे हैं जबकि घाटों पर लाशें इस बात का गवाह है कि यूपी में कोरोना कितना भयावह है। मरने वालों की तादाद बढ़ गई है और अफसर सरकार की नाकामी छिपाने में जुटे हुए हैं। भाजपा के कैबिनेट मंत्री व विधायकों ने खुद ही योगी सरकार को पत्र लिखा कि वर्तमान में क्या हालात है। सच्चाई क्या है। वरिष्ठï पत्रकार एनके सिंह ने परिचर्चा में कहा कि इस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गलती नहीं है पर उनके अफसर लगातार सीएम को गुमराह कर रहे हैं। चाटुकार अफसर उल्टा मुख्यमंत्री की छवि खराब करने में लगे हैं जबकि सच्चाई यह है कि डब्ल्यूएचओ ने खुद रिपोर्ट में बताया कि अस्पतालों में ऑक्सीजन व बेड की कमी है। द वीक की पूजा अवस्थी ने कहा टेस्टिंग लगातार कम हो रही है। आंकड़े छिपाए जा रहे हैं। केरल जैसा राज्य इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। सच्चाई यह है कि डब्ल्यूएचओ कुछ कह रहा और सरकार कुछ कह रही है। राजधानी लखनऊ के जुगौली की एक झोपड़ी में 70 लोगों की मौत हो गई जबकि उन 70 में किसी का भी कोरोना टेस्ट नहीं किया गया। क्या इसकी जांच नहीं होनी चाहिए। पूरी परिचर्चा के लिए आप इस यू-ट्ïयूब के लिंक https://www. youtube.com/watch?v=iYSSR_gijg8 पर जाकर देख सकते हैं।
ट्वीटर पर डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट को इस तरह पेश किया गया
बता दें कि कुछ दिन पहले कोविड प्रबंधन को लेकर यूपी के योगी मॉडल को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सराहा था, ऐसा सोशलमीडिया में प्रचार किया गया। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में देश की सबसे बड़ी आबादी वाले उत्तर प्रदेश में हर जरूरतमंद तक शीघ्र ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए ऑक्सीजन के आपूर्ति की मॉनिटरिंग और रीयल टाइम प्रबंधन का जो सिस्टम विकसित किया, उसकी ट्वीट कर तारीफ की गई। डब्ल्यूएचओ ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना प्रबंधन के लिए योगी सरकार की तारीफ की थी। डब्ल्यूएचओ की तरफ से ट्विटर पर की गई सकारात्मक टिप्पणी के बाद दुनियाभर से लोगों ने योगी आदित्यनाथ के कोरोना प्रबंधन को सराहा था।
आखिर वैक्सीन के नाम पर इतना मुनाफा क्यों, जवाब दें केन्द्र सरकार: संजय सिंह
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि ये बहुत गंभीर सवाल है। आखिर वैक्सीन के नाम पर इतना मुनाफा क्यों? आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भाजपा सरकार से सवाल किया कि आखिर वैक्सीन के अलग-अलग दाम क्यों। आखिर वैक्सीन के नाम पर इतना मुनाफा क्यों? एक ही वैक्सीन केन्द्र को 150रुपए में तो राज्य को 400 रु में क्यों? मोदी सरकार में किसने कितनी दलाली खाई? बीजेपी को कितना चंदा मिला? क्या 6.5 करोड़ वैक्सीन भी दलाली खाकर विदेशियों को बेची गई? इसका श्वेत पत्र जारी करो। एक ट्विट में पंचायत चुनाव पर सीएम योगी पर हमला बोलते हुए आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा जबरन चुनाव कराकर लगभग 2 हजार कर्मचारियों को चिता पर पहुंचा दिया गया। कर्मचारियों के परिजनों को 1 करोड़ मुआवजा और नौकरी दी जाए। संजय सिंह ने कहा, केंद्र की तरह योगी सरकार भी फेल है। यूपी सरकार की विदाई 2022 में तय है।
कस्बा ओएल स्थित अस्पताल में भी जल्द कोविड रोगियों को मिलेगा इलाज
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। लखीमपुर जिले के लिए अच्छी खबर है। लखीमपुर खीरी में निघासन के गांव बौधिया कलां के प्रधान सैय्यद मसूद अली गुड्ïडू ने बताया कि जिले के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन पाइपलाइन एवं अग्निशमन संबंधित कार्य दुर्त गति से किए जा रहे हैं एवं विलंबतम 3 से 4 सप्ताह में कई अस्पतालों का संचालन प्रारम्भ हो जाएगा, जिसमें कस्बा ओएल में स्थित पूर्वनिर्मित अस्पताल भी शामिल है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार जताते हुए कहा कि कस्बा ओएल में स्थित पूर्वनिर्मित अस्पताल के संचालन से उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े जनपद में कोविड की महामारी को नियंत्रित किए जाने एवं जनपद में कोविड रोगियों के उपचार में अमूलचूक परिवर्तन आएंगे, जिससे मेरे जनपदवासियों को राहत मिल सकेगी। प्रधान सैय्यद मसूद अली ने बताया कि जिले में मरीजों की निगरानी के लिए लगातार स्वास्थ्य विभाग व कंटोल रूम की टीम मॉनिटरिंग कर रही है। वॉलिटियर भी कोविड मरीजों की मदद कर रहे हैं।
लोगों की मदद में जुटे कानून मंत्री बृजेश पाठक
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक कोरोना पीड़ितों की मदद में लगातार जुटे हैं। बृजेश पाठक हर एक कोरोना मरीजों को दवा निशुल्क बांटने में लगे हुए हैं। पाठक का कहना है कि जनता ने हमें विधायक चुना है और जनता की मदद करना हमारा कर्तव्य है। कोरोना महामारी की रफ्तार में थोड़ी गिरावट आई है। मगर हमें अभी और सतर्क रहने की जरूरत है। बिना मास्क घर से न निकलें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। उन्होंने बताया कि जो लोग कोरोना महामारी से घरों में जूझ रहे हैं और जो लोग दवाइयां खरीदकर अपने घर पर नहीं ला सकते, ऐसे लोगों के घरों तक मंडल अध्यक्षों, सेक्टर संयोजकों एवं वार्ड अध्यक्षों के माध्यम से दवा पहुंचाने का कार्य निरंतर जारी है। उन्होंने कहा कोरोना से जंग जीतनी है तो सभी का सहयोग जरूरी है। ऐसे में विशेष परिस्थितियों में ही घर से निकले, अन्यथा घर पर रहें।
नेपाल ने भारत के लिए हवाई उड़ानों को दी मंजूरी
- यात्रियों को कोरोना की कड़ी गाइडलाइन से गुजरना होगा
- जांच रिपोर्ट निगेटिव होगी तभी कर सकेंगे विमान में सफर
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। नेपाल की चीन समर्थित ओली सरकार के पतन के बाद ही भारत से रिश्तों को सुधारने का प्रयास उस ओर से शुरू हो गए हैं। इस कड़ी में सबसे पहले नेपाल व भारत के बीच हवाई सेवा को बहाल किया जा रहा है। नेपाल ने इसपर सैद्धांतिक तौर पर निर्णय ले लिया है, पर इसे कब से लागू किया जाएगा यह अभी तय नहीं हो पाया है। समझा जा रहा है कि सभी हवाई उड़ानों के स्थगित होने से काठमांडू एयरपोर्ट पर ढ़ांचागत सुविधाएं भी स्थगित कर दी गई थी। उनको सुचारु करके उड़ान शुरू किया जा सकता है। साथ ही नेपाल प्रशासन कोविड-19 को लेकर बंद किए गए चेकपोस्टों को भी खोलने पर विचार कर रहा है। इस तरह के संकेत नेपाल के स्थानीय अधिकारियों ने दिए हैं। नेपाल ने कुछ दिन पहले दोनों देशों के बीच आवागमन के लिए बने 35 चेकपोस्टों में से 22 को बंद कर दिया था। केवल 13 चेकपोस्टों को ही आवागमन के लिए खुला रखा गया है। अब संभावना जताई जा रही है कि कम से कम 10 और चेकपोस्टों को आवागमन के लिए खोला जा सकता है।
सप्ताह में दो दिन होगी भारत के लिए उड़ान
नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की माने तो भारत-नेपाल के मध्य हवाई सेवा को बहाल करने का निर्णय लिया है। इसके तहत सप्ताह में दो दिन नेपाल से हवाई सेवा भारत के लिए उपलब्ध होगी, लेकिन हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को कोरोना की कड़ी गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा। वर्तमान स्थिति को देखते हुए बिना कोरोना रिपोर्ट के यात्री विमान में सफर भी नहीं कर सकेंगे। नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने भारत-नेपाल के बीच अंतरराष्टïीय हवाई उड़ानों को मंजूरी दे दी है।