महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में न्यायिक हिरासत में आनंद गिरि और आद्या तिवारी
नई दिल्ली। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या की घटना ने कई सवालों को जन्म दिया है। पुलिस ने महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट को आधार मानकर उनके शिष्य आनंद गिरि और पुजारी आद्या तिवारी को गिरफ्तार किया है। आनंद गिरी और आद्या तिवारी को विशेष सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। इस पर कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस भारी सुरक्षा बल के साथ दोनों को नैनी जेल ले गई है। सीजेएम हरेंद्र नाथ ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है।
आपको बता दें कि पुलिस ने सुसाइड नोट को आधार माना है। पुलिस इस सुसाइड नोट को ओपन केस मान रही है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया केस की भी ओपनिंग होगी। मध्यस्थता में एक अधिकारी और दो नेताओं के नाम सामने आए हैं, लेकिन अभी तक इन सभी ने जांच में कोई भूमिका नहीं निभाई है। सारा विवाद मठ और संपत्ति को लेकर है। आनंद गिरी के ऑडियो के बाद ही नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या करने को सोचा था। जिस महिला का जिक्र किया गया है वह हरिद्वार की रहने वाली है। महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट को लेकर अब कई सवाल उठ रहे हैं।
सुसाइड लेटर डिटेल्स
सुसाइड नोट के हर पन्ने पर नरेंद्र गिरी के हस्ताक्षर
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के लेटर हेड पर है सुसाइड नोट
आनंद गिरी की गतिविधियों पर जताया दुख
मुझे बदनाम करना चाहते हैं आनंद गिरी- नरेंद्र गिरि
आनंद मेरी तस्वीर वायरल करने की कोशिश कर रहा है
महिला से फर्जी वीडियो बनाने की बात
आनंद गिरी की वजह से परेशान है मेरा मन
13 सितंबर को खुदकुशी करने का इरादा किया लेकिन हिम्मत नहीं हुई
मेरे लिए बेहतर होगा कि मैं बदनामी से अच्छा है मर जाऊं
नरेंद्र गिरी ने 3 लोगों को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया
आनंद गिरी, आद्या तिवारी, संदीप तिवारी मेरी मौत के लिए जिम्मेदार
मेरी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर हो कार्रवाई
सुसाइड नोट में लाखों के लेन-देन का भी जिक्र
आदित्य मिश्रा और शैलेंद्र सिंह पर 25 लाख बकाया
नरेंद्र गिरी ने सुसाइड नोट के जरिए बनाई वसीयत
बलबीर गिरि को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया
सुसाइड नोट में समाधी की जगह का भी जिक्र था।