राजस्थान में मचा सियासी बवाल, सचिन पायलट और दिया कुमारी आए आमने-सामने!
4PM न्यूज़ नेटवर्क: लोकसभा चुनाव शुरू होते ही सियासी पारा हाई है। एक तरफ जहां नेता लोगों से ज्यादा-ज्यादा से वोट करने की अपील कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ एक दूसरे पर जमकर वार भी कर रहे हैं। अब भले राजस्थान में भाजपा की सरकार हो लेकिन कांग्रेस भी जमकर प्रयास कर रही है। लगातार चुनावी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। ऐसे में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। अब भले प्रदेश की सत्ता पर भाजपा का कब्ज़ा हो लेकिन कांग्रेस भी यहां से इस बार खूब दम भर रही है। भाजपा भले ही 400 पार का दावा कर रही हो लेकिन कांग्रेस भी इसे लेकर लगातार तंज कसती नजर आ रही है। वहीं कांग्रेस के स्टार प्रचारक सचिन पायलट भी भाजपा पर जमकर बरस रहे हैं।
बीजेपी के ‘400 पार’ वाले नारे पर सचिन पायलट ने कहा, ”दो सौ, तीन सौ, चार सौ की दावेदारी से क्या, 272 का आकड़ा इंडिया गठबंधन को प्राप्त होगा.” सचिन पायलट का कहना है कि पूरे देश में इस समय बदलाव का माहौल है. उन्होंने विश्वास जताया है कि 4 जून 2024 को लोकसभा चुनाव के नतीजों के दिन इंडिया गठबंधन को बहुमत मिलने वाला है. सचिन पायलट ने कहा, ” देश का मतदाता बहुत ही समझदार है. उत्तर भारत में जहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच टक्कर है, वहां कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी. सचिन पायलट ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, ”पिछले दो बार से राजस्थान में जनता ने उन पर विश्वास किया लेकिन जनता खुश नहीं है. कांग्रेस के मैनिफेस्टो को जनता अच्छा मान रही है. कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि साल 2004 के आम चुनाव में बीजेपी ने ‘इंडिया शाइनिंग’ का नारा दिया था लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस की सरकार बनी थी. ‘400 पार’ का नारा भी कुछ ऐसा ही है।
वहीं सचिन पायलट के इस बयान के आने के बाद सियासी रार और बढ़ गई है। और इसपर सत्ताधारी दल ने भी प्रहार करना शरू कर दिया है। आपको बता दें कि लोकतंत्र के इस त्योहार के मौके पर वोट देने पहुंची राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने पलटवार किया। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी की गारंटी को लेकर भी बात की। बातचीत के दौरान कहा कि पीएम मोदी की गारंटी पर मैं बार-बार कह रही हूं, पीएम मोदी की गारंटी पर हर व्यक्ति को विश्वास हैं. दीया कुमारी ने आगे कहा कि पीएम मोदी के काम पर जनता को विश्वास है, उनके कहने पर विश्वास है, उन्होंने 10 सालों में देश की इतनी सेवा की है कि देश की जनता इससे पहले ऐसा कोई प्रधानमंत्री देखा ही नहीं था. इस बार भी वो बहुत अच्छे वोटों से जीत रहे हैं।
आपको बता दें कि जिस तरह से राजस्थान का सियासी पारा बढ़ा हुआ है इससे एक बात तो तय है कि इस बार का माहौल पिछली बार के चुनाव से काफी अलग है। इस चुनावी उठा पटक के बीच राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी जमकर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। भले ही वो मुख्यमंत्री की गद्दी पर न हों वो लेकिन चुनाव में पूरी तरह से वापसी का मन बना लिया है। इन दिनों वो अपने बेटे वैभव गहलोत के लिए प्रचार कर रहे हैं। ऐसे में अभी हाल ही में उन्होंने अपने बेटे और कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत के समर्थन में जालौर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र का दौरा किया. यहां उन्होंने आहोर विधानसभा क्षेत्र के सियाणा और भाद्राजून में जनसभाओं को संबोधित किया. जालौर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत के समर्थन में आयोजित इन सभाओं में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भारी जनसैलाब उमड़ा. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनसभा को संबोधित करते हुए भावुक अपील कर कहा कि ‘वैभव गहलोत ने अपना मैनिफेस्टो जारी किया है. इसमें जालौर, सांचौर और सिरोही जिलों की तरक्की का रोडमैप बनाया गया है. इस वचन पत्र के माध्यम से इन जिलों की पेयजल, सिंचाई जल, रोजगार, ट्रेन, एयरपोर्ट आदि से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी और विकास के नए रास्ते भी खुलेंगे. उन्होंने आमजन को यकीन दिलाया कि वैभव ने जालौर क्षेत्र के विकास के लिए जो वादे किए हैं, उन्हें वह जरूर पूरा करेगा. साथ ही आपके सुख-दुख में खड़ा रहेगा और आपके लिए हमेशा उपलब्ध रहेगा.’
इसके साथ ही अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने जनता की जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी काम किए हैं. वहीं बीजेपी सरकार को अभी तीन महीने ही हुए हैं, लेकिन कांग्रेस की योजनाओं को बंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बुनियादी विकास, खेती, पशुपालन सहित सभी क्षेत्रों में काम किए हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को 2000 यूनिट और घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट फ्री बिजली दी गई. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा दी गई. गौशालाओं को अनुदान दिया गया.उन्होंने आगे कि महिलाओं, बुजुर्गों को पेंशन दी गई. किसानों का कर्जा भी माफ किया और अलग से कृषि बजट पेश किया. जालौर को मेडिकल कॉलेज दिया, नर्मदा के पानी को लाने का प्रयास किया. कांग्रेस ने कभी भी आमजन को परेशान नहीं होने दिया, लेकिन बीजेपी सरकार ने साढ़े तीन महीनों में ही कांग्रेस की चिरंजीवी, अन्नपूर्णा फूड पैकेट, ओल्ड पेंशन स्कीम सहित विभिन्न योजनाओं को बंद कर दिया. राजीव गांधी युवा मित्रों को नौकरी से निकाल दिया. अब जनता बीजेपी के इस झूठ को समझ चुकी है और लोकसभा चुनाव में इसका करारा जवाब देगी।
इस दौरान पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने आमजन से पूछा कि पिछले 15 साल से बीजेपी सांसद रहे देवजी पटेल कभी गांवों में नजर आए, कभी किसी को दिखे. इस पर उपस्थित जनता ने कहा कि नहीं वह गांव में कभी नहीं आए. इस पर चुटकी लेते हुए गहलोत ने कहा कि ‘आप लोगों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज क्यों नहीं कराई कि सांसद गांव में नहीं दिखे, कहीं गुम हो गए हैं.’ ऐसे में इन दिनों सियासी महौल गरमाया हुआ है इससे एक बात तो तय है कि इस बार का चुनाव भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बनेगा। भले ही केंद्र और राज्य में अभी सरकार भाजपा की हो लेकिन राजस्थान की जनता ने कांग्रेस की तरफ का रुख करना भी शुरू कर दिया है। देखना ये होगा कि इस बार के चुनाव में राजस्थान की 25 में से ज्यादा सीटें कौन जीतेगा। आपको बता दें कि राजस्थान की 25 सीटों पर बड़े-बड़े दिग्गज जोर आजमा रहे हैं चुनाव को देखते हुए सभी ने प्रचार भी तेज कर दिया है. जनता के रुख की अगर हम बात करें तो भाजपा की सरकार होते हुए भी कई सीटों पर कांग्रेस का बोलबाला बना हुआ है। लेकिन चुनावी नतीजे किसके पक्ष में होगा ये तो खैर आने वाला समय ही तय करेगा।