राजस्थान में भाजपा का बुरा हाल, गहलोत के दावों ने उड़ाई मोदी की नींद!
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में भाजपा की हार को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने बड़ा दावा किया है जिससे भाजपा के खेमे में खलबली मची हुई है। दरअसल गहलोत ने साफ तौर पर कहा है कि इस बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को पिछली बार के चुनाव के मुकाबले ज्यादा सीटें मिल रही हैं।
4PM न्यूज़ नेटवर्क: लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। इस चुनावी मौसम में भाजपा,कांग्रेस समेत अन्य सभी राजनीतिक दल वोटरों को साधने के लिए तरह-तरह का प्रयास कर रहे हैं। वोट पाने के लिए भाषणबाजी भी खूब हो रही है। वहीं सत्ताधारी दल भाजपा वोटरों को साधने के लिए किस तरह की राजनीति कर रही है ये बात किसी से छुपी तो है नहीं। प्रदेश में इन दिनों भले ही भाजपा की सरकार हो लेकिन कांग्रेस के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए भाजपा के खेमे में भी खलबली मची हुई है। बीजेपी की सरकार से जनता परेशान हो चुकी है। यही वजह है कि प्रदेश में जब पहले चरण का चुनाव हुआ तो वोटिंग प्रतिशत काफी कम था जिसने भाजपा की टेंशन को बढ़ा दिया। और उसके बाद दूसरे चरण में ये डैमेज कंट्रोल करने के लिए भाजपाई नेताओं ने प्रचार और भी तेज कर दिया। लेकिन इसका कुछ खास फायदा होता दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसा हम इस लिए कह रहे हैं क्योंकि दूसरे चरण के मतदान शुरू होने से ठीक पहले राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का एक वीडियो वायरल हुआ।
वीडियो में वह नागौर सीट और कम मतदान का जिक्र करते नजर आ रहे हैं। खींवसर कम मतदान होने से बीजेपी को बहुत नुकसान होने की बात कह रहे हैं. राजस्थान सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का वायरल हो रहा वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो लोहावट विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान की है, जब वह कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे. इसी दौरान किसी ने यह वीडियो बना ली. यह वीडियो अब वायरल हो रही है. वहीं इस वीडियो को लेकर खुद स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि हम तीन लोग जनसंपर्क के दौरान आपस में बात कर रहे थे की वोटिंग प्रतिशत कम हुआ है. हम बात कर रहे थे कि हो सकता है बीजेपी को नुकसान हो यह हमारे आपस की बात थी. वहां पर किसी ने रिकॉर्ड कर लिया. अब इसको वायरल किया जा रहा है. यह हमारे संगठन के लोगों के साथ आपसी चर्चा थी. अब भले ही नेता जी सफाई दे रहे हों लेकिन असल बात तो यही है कि राजस्थान की जनता अब भाजपा से ऊब चुकी है और यही वजह है कि वहां की जनता लगातार भाजपा का विरोध कर रही है।
खैर इस चुनाव को लेकर हम बात करें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता अशोक गहलोत की तो उन्होंने दूसरे चरण के मतदान में वोटिंग करने के बाद उन्होंने बड़ा बयान दिया। इस बार के चुनाव को लेकर उन्होंने ये बात साफ़ तौर पर कही कि इस बार कांग्रेस पार्टी बड़े पैमाने पर जीत दर्ज कर रही है। साथ ही उन्होंने बेटे वैभव गहलोत को लेकर कहा कि मैंने आशीर्वाद दिया है. वैभव गहलोत जालौर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला लुंबाराम चौधरी से है. अशोक गहलोत ने परिवार के साथ जोधपुर में वोट डाले. इसके बाद जीत के निशान दिखाए. अशोक गहलोत ने कहा, ”यह चुनाव उम्मीदवारों का नहीं रह गया है, ये चुनाव लोकतंत्र बचाने का चुनाव है. संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, इसे बचाने का चुनाव है.” पूर्व सीएम ने कहा, ”कांग्रेस के मैनिफेस्टो में गारंटी दी गई है. महिलाओं, किसानों और युवाओं। हर वर्ग के लिए मैनिफेस्टो में गारंटी है. आम जनता तक हमने इसे पहुंचाया है.’
वहीं आपको बता दें कि इस बार के चुनाव में एक सीट और भी ऐसी है जो की खूब चर्चा में बनी हुई है। दरअसल हम बात कर रहे हैं बाड़मेर लोकसभा सीट की, जहां से निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी हैं। जिन्होंने बीजेपी का नाम लिए बिना चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा कि बायतु विधानसभा के अंदर मेरे एजेंटों को बूथों से बाहर निकाला जा रहा है और वोटिंग मशीन पर मेरे नाम पर पट्टी लगाई जा रही है. यह कैसा लोकतंत्र है? आखिर प्रशासन किसके दबाव में काम कर रहा है. उन्होंने कहा, ”प्रशासन हमारे लोगों की गाड़ियों को रोक रहा है. वोटिंग कम कराने का प्रयास किया जा रहा है.” भाटी ने इसके साथ पुलिस से हो रही बहस भी देखने को मिली। साथ ही रविंद्र भाटी के आरोपों को पुलिस ने खारिज किया है. पुलिस ने कहा, ”इस तरह की कोई घटना सामने नहीं आई है. पुलिस मोबाइल पार्टी, सुपरवाइजरी अधिकारी लगातार बूथों का भ्रमण/निरीक्षण कर रहे है. मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है.”बाड़मेर सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है. यहां से केंद्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को बीजेपी ने टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस की तरफ से उम्मेदाराम बेनीवाल मैदान में हैं। बता दें कि दूसरे चरण के चुनाव के मौके पर 25 में से 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं।
अब देखना ये होगा कि इस बार राजस्थन की जनता किसपर अपना विश्वास जताती है और किसे अपना कीमती मत देती है। ये तो खैर आने वाले चुनावी परिणामों के बाद ही पता चलेगा। लेकिन मौजूदा माहौल की अगर हम बता करें तो भाजपा के लिए प्रदेश में अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं। जिस तरह से केंद्र और राज्य में सरकार होने के बावजूद भी लोग भाजपा का विरोध कर रहे हैं इससे एक बात तो साफ़ है कि इस बार कांग्रेस का ग्राफ गिरा हुआ है। ऐसा भी माना जा रहा है कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है तब से ही भाजपा ने कांग्रेस द्वारा निकाली गई कई कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया जिसे लेकर भी प्रदेश की जनता में भारी आक्रोश है और इसका जवाब अब जनता अपने वोट के रूप में दे रही है। जो की अब भाजपा के लिए खलबली का सबब बना हुआ है, भाजपा को ये डर सता रहा है कि अगर जनता ने उसके खिलाफ वोटिंग की तो उसका 400 पार का लक्ष धरा का धरा रह जाएगा। और इसका खामियाजा उसे कहीं न कहीं केंद्र में सरकार बनाते वक़्त भी भुगतना पड़ सकता है।