अशोक गहलोत का दावा, किरोड़ी लाल मीणा देंगे इस्तीफा?

राजस्थान में दौसा सीट की जीत को लेकर कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बड़ा दावा करते हुए अपने इस्ताफी देने की बात कही है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश में लोकसभा चुनाव अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है… एक जून को लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान होना है…इस बीच सभी पार्टियों ने चुनावी प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है… वहीं अगर बात करें राजस्थान की तो वहां पर दो चरणों में लेकसभा चुनाव संपन्न हो चुका है… अब सभी को रिजल्ट का इंतजार है… वहीं राजस्थान के वरिष्ठ नेता अब दूसरे राज्यों में चुनाव प्रचार करने में जुटे हैं… इस बीच राजस्थान के रिजल्ट को लेकर सभी पार्टियां अपने-अपने जीत का दावा कर रही हैं… वहीं राजस्थान की कई ऐसी सीटें हैं… जिसपर कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है… वही कई सीटों को लेकर बीजेपी के दिग्गजों ने जीत का दावा भी कर दिया है… और चुनौती भी दे डाली हैं कि अगर वहां से बीजेपी प्रत्याश की जीत नहीं होती है… तो हम अपने पद से इस्तीफा दे देंगे… वहीं रेगिस्तान का ऊंट किस करवट बैठता है… यह चार जून को फाइनल हो जाएगा… और सभी अटकलों और बयानवाजी पर विराम लग जाएगा…

वहीं राजस्थान के लोकसभा चुनावों में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत के बेटे बैभव गहलोत की जालोर सिरोही सीट को लेकर चुनाव संपन्न होने के बाद प्रचार करने को लेकर खींचतान शुरू हो गई है… अब जब सबको रिजल्ट का इंतजार है… इस बीच चुनाव करने को लेकर शुरू हुई बातों का कोई मतलब नहीं होता है… बता दें कि बैभव गहलोत की सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट प्रचार करने के लिए नहीं गए थे… जिसको लेकर अब मुद्दा बनाया जा रहा है… जिसको लेकर अशोक गहलोत ने कहा कि यह अनावश्यक मुद्दा बनता है या बनाया जाता है…. चुनाव के समय़ किसी को ऐसे कमेंट नहीं करने चाहिए…. ऐसी बेवकूफी भी नहीं करनी चाहिए कि मुझे बुलाया नहीं गया…. मैं गया नहीं…. इसका ऐसा कोई मतलब नहीं होता है…. वो बयान भी नहीं देना चाहिए था…. उस बयान की जरूरत नहीं थी… गहलोत ने कहा कि चुनाव में कभी इस तरह नहीं बोलना चाहिए… चुनाव में कोई बुलाता है…. कोई नहीं बुलाता है…. सब अपने समीकरण देखते हैं….. हर उम्मीदवार अपने हिसाब से प्रचार के लिए नेताओं को बुलाता है…. गहलोत ने कहा मान लीजिए मैं किसी को सूट नहीं करता तो नहीं बुलाएगा…. मैं जाऊंगा तो जातीय़ समीकरण बिगड़ जाएंगे…. वो उम्मीदवार नहीं बुलाएगा… इसमें बुरा मानने की क्या बात है…. हमारे यहां जातिगत राजनीति भी चलती है….

आपको बता दें कि राजस्थान में चुनाव खत्म होने के बाद उठ रहें ऐसे मुद्दे कई मायने नहीं रखते हैं… लेकिन जनता को भ्रमित करने के लिए विपक्ष के द्वारा समय समय पर इस तरह के मुद्दे जनता को सामने लाए जाते है… जिससे देश की जनता का ध्यान बंटता है… वहीं विपक्ष यह साबित करने की कोशिश करता हैं कि कांग्रेस नेताओं में आपस में नहीं बन रहा है… जिसका कोई इस लोकसभा चुनाव से कोई वास्तविक लेना देना नहीं है… फिर भी राजस्थान के बीजेपी नेताओं के द्वारा इस तरह के मुद्दे उठाए जाते रहें है… और उठा रहें हैं… जिससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है… वहीं पहले से ही जब सब फाइनल है… और बीजेपी के बड़े नेताओं ने भी मान लिया है… कि राज्सथान में हमें कम सीटें मिल रही है… और अब चुनाव भी संपन्न हो चुका है… फिर इस तरह के बातों का कोई लाभ नहीं है… फिर भी अपनी नाक बचाने के लिए बीजेपी समय-समय पर अनर्गल बातें करने लगती है… इसका मुख्य रीजन है कि इस बार बीजेपी बड़े अंतर हारने जा रही है… जिलके चलते बीजेपी के सभी नेता परेशान है…और अपने हार को स्वीकार करने में भी संकोच कर रहें है… आपको बता दें कि बीजेपी के द्वारा दिया गया चार सौ पार का नारा पहले चरण के मतदान के बाद से विलुप्त हो गया है… अब कोई भी नेता चार सौ पार की बात नहीं कर रहा है… सभी नारे फेल हो गए है… वहीं बीजेपी के नेता अपनी कमियों को छुपाने के लिए दूसरे पार्टियों को निशाना बनाने में जुटे हुए हैं… वहीं चार जून के बाद सभी नेताओं की जुबान पर ताला लग जाएगा… और देश में सुशासन कामय हो जाएगा… जनता के साथ छलावा और धोखा नही होगा… जनता को उसका हक मिलेगा…

इस बीच राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने एलान किया है कि…. यदि दौसा लोकसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी कन्हैयालाल मीणा चुनाव हार जाते हैं…. तो वो मंत्री पद छोड़ देंगे…. आपको बता दें कि राजस्थान की राजनीति में बाबा के नाम से मशहूर किरोड़ीलाल मीणा भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं…. तथा उनके विरोध के चलते दौसा से मौजूदा सांसद जसकौर मीणा का टिकट काटकर पूर्व मंत्री कन्हैयालाल मीणा को प्रत्याशी बनाया गया था…. वहीं दौसा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में भी किरोड़ीलाल मीणा उनके साथ रथ पर सवार हुए थे…. दौसा सीट पर भाजपा प्रत्याशी को कांग्रेस के मुरारीलाल मीणा कड़ी टक्कर दे रहे हैं…… ऐसे में किरोड़ीलाल मीणा की घोषणा से प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है…. चर्चा है कि यदि दौसा सीट हारने पर किरोड़ीलाल मीणा मंत्री पद से इस्तीफा देते हैं…. तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित उन मंत्रियों और विधायकों की भी क्लास लगेगी…. जिनके क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी हार कर निकलते हैं…. पिछले दो चुनाव से सभी पच्चीस सीट जीत रही भाजपा यदि बीस से कम सीटों पर रह जाती है…. तो सरकार में भी फेरबदल हो सकता है….

आपको बता दें कि कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के ऐलान से साफ जाहिर है कि मंत्री का ऐसा बयान राजस्थान बीजेपी में बड़े बदलाव की ओर इशारा करता है… बता दें कि इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी राजस्थान में बड़ी हार की ओर अग्रसर है… जिसको देखते हुए मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपने नेताओं का हौंसला बढ़ाने के लिए ऐसा ऐलान कर रहे हैं… वहीं अब जब दो चरणों में राजस्थान के सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है… फिर ऐसे ऐलान कोई माइने नहीं रखते हैं… पिछले चुनावों की अपेक्षा इस बार का चुनाव कांटे के टक्कर का रहा है… वहीं पहले चरण के मतदान के बाद से ही इंडिया गठबंधन अपने जीत का दावा कर रहा है… वहीं अब छः चरण के मतदान के बाद से इंडिया गठबंधन पूरी तरह से अपने जीत के प्रति आस्वस्थ है… जिसके चलते बीजेपी खेमें में खलबली मची हुई है… और सभी नेताओं में जोश भरने के लिए और बीजेपी के वरिष्ठ नेता जुटे हुए हैं….

वहीं चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी भी राजस्थान में बड़े बदलाव की ओर है… और ऐसे कयास लगाए जा रहें है कि राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का तीन साल का कार्यकाल पूरा हो गया है…. जिसको लेकर राजस्थान के कांग्रेसी हलकों में चर्चा है कि…. डोटासरा को एक और कार्यकाल का एक्सटेंशन मिलेगा या उनके स्थान पर नया अध्यक्ष बनाया जाएगा…. यह सब कुछ लोकसभा चुनाव परिणाम पर निर्भर करेगा…. यदि लोकसभा चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहता है… तो डोटासरा को कार्यकाल का विस्तार मिल सकता है…. अन्यथा उनके स्थान पर किसी नए व्यक्ति को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाएगा…. यदि डोटासरा को अध्यक्ष पद से हटाया जाता है… तो उनके स्थान पर अध्यक्ष बनने वालों की कांग्रेस में लंबी कतार लगी हुई है…. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत…. पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित पूर्व मंत्री हरीश चौधरी….. कई बार के सांसद और विधायक नरेंद्र बुडानिया…. राजेंद्र पारीक, अशोक चांदना, मुरारी लाल मीणा, बृजेंद्र ओल, सीपी जोशी, जुबेर खान, दिव्या मदेरणा, हरिश्चंद्र मीणा, रघु शर्मा, प्रसादी लाल मीणा सहित करीब एक दर्जन नेता प्रदेश अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल हैं… यदि डोटासरा को हटाया जाता है तो नया प्रदेश अध्यक्ष बनाने में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रमुख भूमिका रहेगी….

आपको बता दें कि इन सभी अटकलों पर चार जून के बाद विराम लग जाएगा… और जितने भी कयास लगाए जा रहे हैं… सब फाइनल हो जाएगा… बता दें कि कांग्रेस राजस्थान में ही नहीं वल्कि पूरे देश में अपना जलवा बिखेरेगी… जिसका मुख्य कारण राहुल गांधी है… इससे पहले के चुनावों में राहुल गांधी इतने एक्टिव नहीं रहते थे… लेकिन इस बार के चुनाव में राहुल गांधी की तत्परता ही नए आयाम स्थापित कर रही है… और कांग्रेस को भारत जोड़ो न्याय यात्रा और घोषणा पत्र का जनता से भरपूर सहयोग मिल रहा है… जिसको देखते हुए बीजेपी खाफी परेशान दिख रही है… और पीएम मोदी अपने पद की गरिमा भूलकर अनर्गल बयानवाजी कर रहें हैं… जिससे साफ जाहिर है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव को बुरी तरह से हार रही है… जिससे बीजेपी आलाकमान में हलचल मची हुए है… वहीं इन सभी अटकलों से चार जून को पर्दा हट जाएगा… और किसकी बयानवाजी का कितना असर होगा… जनता ने किसको दिल्ली का सुल्तान बनाने का फैसला किया है… और चार जून के बाद राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाला मीणा अपना इस्तीफा देतें है… यह आने वाला वक्त तय करेगा…

 

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