बातचीत को तैयार किसान, गतिरोध तोडऩे में जुटी सरकार

  • कई दिनों से दिल्ली सीमा पर डेरा डाले हुए हैं किसान
  • किसान संगठनों की बैठक में लिया गया फैसला
  • कृषि सुधार बिलों को वापस लेने की कर रहे हैं मांग

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कृषि सुधार बिलों के खिलाफ पिछले छह दिनों से दिल्ली सीमा पर डेरा डाले किसानों ने सरकार से वार्ता की बात मान ली है। किसान संगठनों की बैठक में फैसला लिया गया है कि 32 किसान संगठन सरकार के साथ बातचीत में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा के चार नेता भी इस बैठक में शामिल होंगे। केंद्र सरकार ने गतिरोध तोडऩे के लिए विज्ञान भवन में आज किसान संगठनों को बिना किसी शर्त बातचीत के लिए आमंत्रित किया था।
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर शुरू हुआ किसान आंदोलन आज भी जारी रहा। टीकरी और सिंधु बॉर्डर के साथ दिल्ली-यूपी गेट पर भी किसानों की संख्या बढऩे लगी हंै। दिल्ली ऑटो रिक्शा यूनियन ने भी किसानों का समर्थन किया है। वहीं दिल्ली में जबरन प्रवेश करने के दौरान किसानों की तरफ से की गई हिंसा के खिलाफ अलीपुर थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज व अन्य स्रोतों से मिले सबूतों के आधार पर मामले की जांच कर रही है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। इस बीच किसान संगठन वार्ता को तैयार हो गए हैं। पंजाब किसान यूनियन के स्टेट प्रेसीडेंट आरएम मंशा ने बताया कि वे इस मीटिंग में हिस्सा लेकर अपनी बात रखेंगे। देश में किसानों के 500 से अधिक समूह हैं, लेकिन केंद्र सरकार ने केवल 32 समूहों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। किसानों के साथ सरकार की बैठक से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर केंद्रीय मंत्रियों की एक बैठक हुई। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल भी मौजूद रहे।

आप विधायक हिरासत में
आम आदमी पार्टी के तिलक नगर से विधायक जनरैल सिंह किसानों के समर्थन में कनॉट प्लेस पहुंचे। मानव शृंखला बनाने से पहले ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। विधायक ने कहा कि देश के किसानों के साथ केंद्र सरकार गलत कर रही है। कई दिनों से बॉर्डर इलाके में ठंड में किसान बैठे हैं। सरकार को किसानों के बारे में सोचना चाहिए।

गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का हंगामा
एक तरफ किसान संगठनों की बैठक जारी थी तो दूसरी तरफ गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने जमकर हंगामा किया। दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर मौजूद भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने ट्रैक्टर के जरिए बैरिकेड्स को हटाने की कोशिश की। हालांकि पुलिस के समझाने पर थोड़ी देर बाद किसान शांत हो गए।

आय दोगुनी करने का जुमला देकर कृषि कानून की आड़ में किसानों की जमीन हड़पने का जो षडयंत्र है वो हम खेती-किसानी करनेवाले अच्छे से समझते हैं। हम अपने किसान भाइयों के साथ हमेशा की तरह संघर्षरत हैं, जिससे एमएसपी, मंडी व कृषि की सुरक्षा करनेवाली संरचना बची-बनी रहे। भाजपा अब खत्म।
अखिलेश यादव, सपा प्रमुख

किसान संगठन आज सरकार से बातचीत करने के लिए विज्ञान भवन जाएंगे। वहां बातचीत में किसानों के हक में जो भी फैसला होगा, उसे हम सब मानेंगे।
राकेश टिकैत, प्रवक्ता, भाकियू

यूपी विधान परिषद चुनाव में दिखा जोश, दिग्गजों ने भी डाले वोट

  • 11 सीटों के लिए हो रही है वोटिंग, मतगणना तीन को

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 11 सीटों के लिए आज कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान सुबह आठ से शुरू हो गए हैं। शुरुआती दौर में मतदान की गति काफी धीमी रही। हालांकि दोपहर आते-आते मतदान ने तेजी पकड़ ली। दिग्गजों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
खंड स्नातक की पांच व खंड शिक्षक की छह सीटों के लिए कुल 199 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। कानपुर नगर, कानपुर देहात और उन्नाव छोडक़र यूपी के 72 जिलों में मतदान हो रहा है। मतगणना तीन दिसंबर को होगी और उसी दिन परिणाम भी आने की संभावना है। भाजपा और सपा के बीच कड़ा मुकाबला है। आगरा खंड स्नातक, इलाहाबाद-झांसी खंड, लखनऊ खंड, मेरठ खंड और वाराणसी खंड स्नातक में वोटिंग जारी है। इसी प्रकार आगरा खंड शिक्षक, बरेली-मुरादाबाद खंड, गोरखपुर-फैजाबाद खंड, लखनऊ खंड, मेरठ खंड और वाराणसी खंड शिक्षक में मतदान हुआ। कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक ने राजधानी के अवध गल्र्स कॉलेज, और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सैफई के मतदान केंद्र पर आगरा खंड स्नातक क्षेत्र के लिए वोट डाला। वहीं उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने भी मतदान में भाग लिया।

धीमी होने लगी कोरोना की रफ्तार चौबीस घंटे में 31 हजार नए केस

  • दैनिक मामलों में धीरे-धीरे आ रही गिरावट

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने दुनियाभर की नाक में दम किया हुआ है और सारे विश्व के वैज्ञानिक इसकी सटीक वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं। भारत भी इस गंभीर वायरस से बुरी तरह जूझ रहा है लेकिन संक्रमण के घटते दैनिक मामले बड़ी राहत दे रहे हैं। बीते 24 घंटों में महज 31,118 नए मामलों के साथ भारत में संक्रमण के कुल मामले बढक़र 94,62,810 हो गए हैं। वहीं 482 नई मौतों के साथ मरने वालों का आंकड़ा 1,37,621 हो गया है। इसके अलावा भारत में फिलहाल कोरोना के 4,35,603 सक्रिय मामले हैं। पिछले 24 घंटे में 41,985 नई रिकवरी के साथ 88,89,585 लोग अब तक घर जा चुके हैं।
देश में सक्रिय मामलों की दर 4.90 प्रतिशत जबकि मृत्यु दर महज 1.46 फीसदी पर बनी हुई है। कोरोना संक्रमण के मामले में भारत दुनियाभर में अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। भारत ने देश में संक्रमण फैलने के बाद लगभग छह महीने तक दैनिक नए कोरोना के मामलों को बढ़ते देखा है। दैनिक नए मामलों की संख्या 10 सितंबर को 100,000 के निशान से कम थी। इसके बाद अक्टूबर के अंत तक दैनिक नए मामलों में कमी का रुझान कम हो गया और दैनिक नए मामले स्थिर हो गए। इस सप्ताह के शुरू में दैनिक नए मामलों में काफी कमी आई है।

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