करहल से अखिलेश ने किया नामांकन, कहा

अगली सदी का इतिहास लिखेगा ये चुनाव

  • सपा प्रमुख के नामांकन के साथ प्रदेश का सियासी पारा और चढ़ा
  • सकारात्मक राजनीति करती है सपा, नकारात्मक राजनीति को हराने की अपील

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज मैनपुरी के करहल से अपना नामांकन दाखिल किया। वे पहली बार विधान सभा चुनाव लडऩे जा रहे हैं। फिलहाल वे आजमगढ़ से सांसद हैं। नामांकन के लिए निकलने से पहले उन्होंने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा ये ‘नॉमिनेशन’ एक ‘मिशन’ है क्योंकि यूपी का ये चुनाव प्रदेश और देश की अगली सदी का इतिहास लिखेगा। आइए, प्रोग्रेसिव सोच के साथ सकारात्मक राजनीति के इस आंदोलन में हिस्सा लें। नकारात्मक राजनीति को हराएं भी, हटाएं भी।

अखिलेश यादव इटावा के सैफई से विजय रथ पर सवार होकर दिन में करीब एक बजे मैनपुरी कलेक्ट्रेट पहुंचे। उनके साथ करहल में उनके चुनाव प्रबंधन की कमान संभाल रहे पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव उर्फ तेजू और करहल के विधायक सोबरन सिंह यादव भी थे। सोबरन सिंह यादव उनके नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान कमरे में थे। इसके साथ ही पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव राज्यसभा सदस्य प्रोफेसर रामगोपाल यादव भी मैनपुरी में थे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पहली बार करहल से विधान सभा का चुनाव लडऩे के निर्णय के बाद से ही मैनपुरी में सियासी माहौल बेहद गरम हो गया। मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप उनके चुनाव का संचालन कर रहे हैं, जबकि मैनपुरी से सांसद समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की निगाह भी यहां लगी है। मैनपुरी सदर सीट से सपा प्रत्याशी राजकुमार यादव शुक्रवार को ही नामांकन दाखिल कर चुके हैं। मैनपुरी के करहल में तीसरे चरण में 20 फरवरी को मतदान होगा। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है।

पिछले चुनाव में भी कर चुके हैं पार्टी का नेतृत्व

अखिलेश यादव तीन बार सांसद रहने के साथ विधान परिषद के सदस्य भी रहे हैं। अखिलेश ने 2012 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में अपनी पार्टी का नेतृत्व किया था। उनकी पार्टी को राज्य में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद 15 मार्च 2012 को उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

लोगों ने किया सपा प्रमुख का जोरदार स्वागत

जब अपने विजय रथ पर सवार होकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव करहल की ओर बढ़ रहे थे लोगों के अपार जनसमूह ने उनका स्वागत किया और उनकी एक झलक पाने के लिए कतार में खड़े दिखे।

सिर्फ एक बार भाजपा जीती

करहल विधान सभा सीट का इतिहास बताता है कि 1957 से अब तक यहां सिर्फ एक बार 2002 में भाजपा जीती है। 1980 में यह सीट एक बार कांग्रेस के खाते में भी गई है। 1957 के पहले चुनाव में यहां प्रजा सोशलिस्ट पार्टी जीती थी। उस समय दो सीटें हुआ करती थीं। 1985 से 2002 तक यहां बाबू राम यादव विधायक रहे। खास बात ये है कि वे 1985 से 1989 तक लोक दल से, 1989 से 1991 तक जनता दल से, 1991 से 1992 तक जनता दल (सेक्युलर) से और फिर 1993 से 2002 तक समाजवादी पार्टी से विधायक रहे।

 

वाराणसी और जौनपुर में सर्राफा कारोबारियों पर आयकर के छापे, हडक़ंप

  • जारी है कार्रवाई, अवैध तरीके से पैसे के लेन-देन का बताया जा रहा मामला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। आयकर विभाग ने आज वाराणसी और जौनपुर के सर्राफा कारोबारियों के घर और प्रतिष्ठïानों पर छापेमारी की। इससे कारोबारियों में हडक़ंप मचा हुआ है। जौनपुर और वाराणसी में लगभग आठ जगहों पर छापेमारी की जा रही है। माना जा रहा है कि आचार संहिता का उल्लंघन करके संदिग्ध तौर पर रुपये का लेन-देन किया जा रहा है। इसी संदर्भ में आयकर विभाग की टीम आज सुबह वाराणसी और जौनपुर में कारोबारियों के प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई कर रही है।

जौनपुर में 16 गाडिय़ों से लगभग तीन दर्जन के करीब अधिकारियों ने जांच की कार्रवाई शुरू की है। इस दौरान पुलिस की टीम भी जांच टीम के साथ सहयोग में मौजूद रही। जौनपुर में सुबह करीब सात बजे पुलिस फोर्स के साथ छापेमारी करने आई टीम नखास में सद्भावना पुल पहुंच मार्ग पर नन्हें लाल वर्मा के कीर्तिकुंज शोरूम पर पहुंची। आधे घंटे बाद वह गहना कोठी पहुंची। इसके बाद टीम ने नन्हें लाल वर्मा के चहारसू चौराहा स्थित प्रतिष्ठान व आवास, कोतवाली चौराहा स्थित गहना कोठी शोरूम व ख्वाजादोस्त मोहल्ला स्थित प्रतिष्ठान मालिक विवेक सेठ के आवास पर भी छापेमारी की। इस दौरान बाहर डटे पुलिस कर्मी और मीडिया कर्मियों को भी पास नहीं जाने दिया। इस कार्रवाई से शहर के प्रमुख कारोबारियों में खलबली मच गई है। क्षेत्र में चर्चाएं गर्म हैं।

Related Articles

Back to top button