बसपा को बड़ा झटका, विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली का इस्तीफा

4पीएमन्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ: साल 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं लेकिन उससे पहले ही मायावती को बड़ा झटका लगा है। बता दें कि, पार्टी विधायक तथा विधानमंडल दल के नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने बसपा सुप्रीमो मायावती को गुरुवार के दिन अपना इस्तीफा सौंप दिया है।

शाह आलम ने एक पत्र जारी करते हुए लिखा है कि, “बहन जी मैं आपका बहुत ही आभारी रहुंगा क्योंकि आपने मुझ पर हमेशा से ही विश्वास जताया है। लेकिन बड़े ही भारी मन से आज पार्टी के सभी पद तथा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर पदत्याग कर रहा हूँ। साथ ही इसी पत्र में गुड्डू जमाली ने पार्टी की 21 नवंबर की बैठक का हवाला देते हुए लिखा है कि 2012 से पार्टी के प्रति निष्ठावान रहा और पार्टी की तरफ से मिली हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया भी, लेकिन लगता है मेरी उपेक्षा की जा रही है। ऐसे में अब आगे साथ रहने की कोई वजह नहीं है।”

आजमगढ़ रहा है बसपा का गढ़

आपको बता दें कि, उत्तर प्रदेश का आजमगढ़ बसपा का गढ़ माना जाता है, लेकिन वंदना सिंह के बाद सुखदेव राजभर और शाह आलम के पार्टी को छोड़ देने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आजमगढ़ के दस विधानसभा क्षेत्र में से बसपा के पांच तथा समाजवादी पार्टी के चार विधायक थे। वहीँ बीती जून में जब मायावती ने लालजी वर्मा व रामअचल राजभर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया तभी शाह आलम को ही विधानमंडल दल का नेता बनाया गया था। शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली, जिला आजमगढ़ के मुबारकपुर से विधायक हैं।

शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली का राजनीतिक करियर

शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली आजमगढ़ के मुबारकपुर से 2012 तथा 2017 में विधानसभा का चुनाव जीते हैं। इसके साथ ही पार्टी ने उनको 2014 में आजमगढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़ा और उनको दो लाख 70 हजार से अधिक वोट मिले। गौरतलब है कि, वर्ष 2012 व 2017 में लगातार मुबारकपुर से विधायक चुने गए शाह आलम पार्टी सुप्रीमो के विश्वास पात्र लोगों में थे। वहीं, बीते वर्ष फरवरी में एक महिला ने जमाली पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया था।

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