मानव ही नहीं जीव-जंतु की भी दुश्मन है भाजपा: अखिलेश
- बोले-अगले लोस चुनाव में सपा की यूपी में होगी अहम भूमिका
- किसी को भी जेल भेज सकती है सरकार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा सुप्रिमो व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भाजपा की सरकारों पर झूठ फलाने के का आरोप लगाते हुए तीखा वार किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसी को भी जेल भेज सकती है। भाजपा के लोग मानव ही नहीं जीव जंतु और पेड़ के भी दुश्मन हैं। जी 20 के दौरान तमाम पेड़ काट दिए गए। भाजपा के लोगों ने जी 20 के गमले चुरा लिए। एक हजार एकड़ में एक लाख 36 हजार पेड़ लगते हैं। भाजपा सरकार बताएं इन्होंने 150 करोड़ पेड़ कहां लगाएं?
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश कार्यालय में ये बाते कहीं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी हर स्तर पर भाजपा का मुकाबला करेगी। बाकी दल तय करें कि वह सपा की मदद करना चाहते हैं या नहीं। भाजपा लोकतंत्र को खत्म कर रही है। संविधान विरोधी कार्य कर रही है। भाजपा सरकार का हर कदम संविधान विरोधी है। लोकतंत्र के जरिए सत्ता में आने वाले भाजपा के लोग अलोकतांत्रिक हैं। उन्होंने कहा कि सरकार मां गंगा और गोमती की सफाई के नाम पर झूठ बोल रही है। किसानों की समस्याओं पर जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बजट में आलू खरीद के लिए एक हजार करोड़ देने की बात कही गई है, लेकिन किसानों का आलू नहीं खरीदा गया। सरकार ने निजी कंपनियों से गेहूं खरीदवा दिया और बाद में आम जनता को महंगा आटा खरीदना पड़ा।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अमेठी निवासी आरिफ के घर से वन विभाग द्वारा सारस पक्षी उठाए जाने पर सरकार पर हमला बोला। कहा कि अभी सारस को कैद किया है। कल हमें और आपको भी जेल भेज सकते हैं। अब पोस्टर लगाने और सवाल पूछने पर जेल भेजा जा रहा है। क्या यही लोकतंत्र है? मैं विधायक से मिलने कानपुर जेल गया तो विधायक की जेल बदल दी गई। सपा अध्यक्ष ने कहा कि सारस को कैद करने की कार्रवाई तब की गई, जब मैं आरिफ के घर सारस पक्षी को देखने गया। सरकार बताए कि सारस को कहां कैद करके रखा है।
जो सदन में झूठ बोले, उससे क्या उम्मीद करें
सरकार के एक साल के कार्यकाल पूरा होने के सवाल पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि एक नहीं छह साल पूरे हुए हैं। जो विधानसभा में झूठ बोल सकता है, उससे क्या उम्मीद की जाए। उन्होंने 56 में 46 अधिकारियों की नियुक्ति का दावा किया था, हमने सूची मांगी। अभी तक नहीं दिए। किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। अभी तक नहीं किए। किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आलू खरीद क्यों नहीं हुई? गेहूं खरीदा गया और अब आटा किस कीमत बिक रहा है, यह समझने वाली बात है। सरकार बताए कि उनसे कितने लोगों को नौकरी दी। उन्होंने कहा कि जिस सरकार के पास डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी स्थाई नहीं है, उससे क्या उम्मीद की जा सकती है।
सारस सेंटर की परियोजना कहां गई: सपा अध्यक्ष
उन्होंने प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर निशाना साधा। कहा कि जब सरकार सारस को छीन रही है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो, जो मोर को दाना खिला रहे हैं। उस मोर को भी छीना जाए। उन्होंने सवाल सवाल किया कि क्या अधिकारियों में यह हिम्मत है कि मोर को छीन सकते हैं। सपा अध्यक्ष ने कहा कि पिछले दिनों इटावा में सारस सेंटर बनने की परियोजना तैयार की गई थी। सरकार ने उसे खत्म कर दिया।