बाप शब्द पर बिहार विधानसभा में कोहराम

सत्र का तीसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ा, राजद नेता भाई वीरेंद्र बोले- माफी नहीं मांगूंगा, डिप्टी सीएम का पलटवार  

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। आज सत्र का तीसरा दिन था और कार्यवाही भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। स्पेशल इलेक्टोरल रिवीजन मुद्दे पर विपक्षी नेता तेजस्वी यादव के भाषण के दौरान सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। इस दौरान राजद विधायक भाई वीरेंद्र के एक बयान पर हंगामा और बढ़ गया।
दरअसल, तेजस्वी यादव सदन में बोल रहे थे। वही सरकार को निशाना साध रहे थे। हालांकि, इस दौरान सत्ता पक्ष के कुछ सदस्य बीच में शोर करने लगे। इसी बात पर राजद के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि सदन किसी के बाप का नहीं है। विपक्ष को भी यहां पर अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है। भाई वीरेंद्र के इतना कहते ही सदन का माहौल पूरी तरह से गरम हो गया। इसके बाद पक्ष और विपक्ष, दोनों के सदस्य आपस में ही भिड़ गए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर ही। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इस सत्र के केवल तीन दिन ही बचे हैं। जो कुछ भी कहना है, वो चुनाव के समय कहिएगा।’’ यादव राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर बयान दे रहे थे, जिस पर सदन के नेता ने आपत्ति जताई। इसे लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तीखी बहस हुई, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।वहीं, मीडिया से बात करते हुए आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि मैंने जो भी कहा है, मैं उस पर कायम हूँ।
मैंने कहा है कि सदन किसी की जागीर नहीं है। मैंने जो कहा, उसमें ग़लत क्या था? ये संसदीय भाषा है। इसके बाद मंत्री गाली-गलौज करने लगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मैं किस बात की माफ़ी मांगूँ? मैंने क्या ग़लत किया है?… क्या विजय सिन्हा हमारे नेता हैं? क्या वो हमारे मालिक हैं? वो मेरे सामने पैदा हुए हैं।

तेजस्वी तुम अभी बच्चे हो अभी नहीं समझोगे : नीतीश

सीएम नीतीश कुमार ने तेजस्वी से पूछा कि राजद ने मुसलमानों के लिए आज तक क्या किया। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के लिए मैंने काम किया। साथ ही उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण की बात करें तो हम पहले भी महिला आरक्षण दिया था और आज भी हमने महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण दे रहे हैं। नीतीश ने तेजस्वी से कहा कि तुम अभी बच्चे हो अभी नहीं समझोगे।

कैमरे में बने रहने के लिए बकवास करते हैं डेप्युटी सीएम: तेजस्वी

बिहार विधानसभा में बुधवार को हुए हंगामे के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सत्तापक्ष और खासकर डेप्युटी सीएम विजय कुमार सिन्हा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने डेप्युटी सीएम को ये तक कह दिया कि उनको कुछ नहीं आता है केवल कैमरे पर बने रहने के लिए कुछ भी बोलते हैं। नेता प्रतिपक्ष भाई वीरेंद्र के सदन किसी के बाप का नहीं वाले बयान का भी बचाव किया और कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा। तेजस्वी यादव ने कहा कि स्पीकर से बात करके उनसे वोटर लिस्ट पुनरीक्षण (स्एसआईआर) पर चर्चा कराने का अनुरोध किया गया था। सदन में जब हमें मौका मिला तो हम सर की टाइमिंग, डॉक्यूमेंट, बिहार से बाहर कमाने खाने गए लोगों पर बात रखी गई। इलेक्शन कमीशन ने बताया कि करीब 55 लाख लोगों को अनुपस्थित पाया। आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में जो हलफनामा दिया है उसको लेकर हम चर्चा कर रहे थे।

मस्जिद में सपा की बैठक पर सियासी मचा बवाल

भाजपा ने सपा मुखिया पर बोला हल्ला, अखिलेश बोले- भाजपा चाहती है लोग बंटे रहें

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नोएडा । समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव के दिल्ली में संसद भवन के पास स्थित मस्जिद में कथित तौर पर बैठक करने पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही कहा कि अखिलेश ने मस्जिद को सपा का दफ्तर बना दिया, जिसपर अब समाजवादी पार्टी के मुखिया ने जवाब दिया है।
अखिलेश यादव के जवाब पर यूपी की डिप्टी सीएम ने पलटवार किया है। दिल्ली में संसद मार्ग स्थित एक मस्जिद के अंदर कथित तौर पर हुई बैठक पर अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि आस्था जोड़ती है और जो आस्था जोडऩे का काम करती है हम उसके साथ हैं। भाजपा को यही तकलीफ है कि कोई जुड़े नहीं। भाजपा लोगों में दूरियां देखना चाहती है। भाजपा चाहती है कि लोग एकजुट न होकर बंटे रहें। हमारी सभी धर्मों में आस्था है। भाजपा को तकलीफ है तो हम क्या करें। भाजपा को आप सब जानते हैं, भाजपा का हथियार ही धर्म है। वहीं, अखिलेश यादव द्वारा कथित तौर पर मस्जिद के अंदर बैठक करने पर समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने कहा कि क्या अब हमें मंदिर और मस्जिद जाने के लिए भाजपा से लाइसेंस लेना होगा?।

वो हमेशा नमाजवादी बने रहते हैं : पाठक

सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा कथित तौर पर एक बैठक के लिए मस्जिद का इस्तेमाल करने पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी प्रमुख और समाजवादी पार्टी हमेशा संविधान का उल्लंघन करते हैं। भारतीय संविधान कहता है कि हम राजनीतिक उद्देश्यों के लिए धार्मिक स्थलों का उपयोग नहीं कर सकते। उन्हें संविधान में विश्वास नहीं है। पाठक ने अखिलेश यादव को समाजवादी न कहकर नमाजवादी कहा।

मस्जिद परिसर के अपमान किया गया : जमाल सिद्दीकी

अब दूसरी ओर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्र्र्र्र्र्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने संसद भवन के पास मस्जिद में 25 जुलाई को जुम्मे की नमाज़ के बाद दोपहर 1 बजे बैठक की योजना बनाई थी। हालांकि उन्होंने इसे जुम्मे के दिन तक के लिए स्थगित कर दिया है। सिद्दीकी ने कहा कि वे जल्द ही मस्जिद प्रबंधन को पत्र लिखकर राजनीतिक बैठक की अनुमति मांगेंगे, जैसा कि अखिलेश यादव ने हाल में किया था। अनुमति मिलने पर वे अपनी टीम के साथ मस्जिद में बैठक करेंगे। पत्र को जल्द साझा करने की बात भी कही गई है। यही नहीं जमाल सिद्दीकी ने अखिलेश की बैठक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मस्जिद की पहली मंजिल पर महिलाएं भी थीं, जिनके सिर नहीं ढके थे और उनके कपड़े मस्जिद की मर्यादा के अनुरूप नहीं थे।

लालू के परिवार पर आरोप तय करने का आदेश टला

आईआरसीटीसी घोटाला मामला : दिल्ली कोर्ट केस 4 अगस्त को सुनेगा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने बुधवार को आईआरसीटीसी होटल घोटाला मामले में आरोप तय करने का आदेश टाल दिया। इस मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, उनके परिवार के सदस्य और अन्य आरोपी हैं। यह मामला आईआरसीटीसी होटलों के टेंडर में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ा है।
विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) से स्पष्टीकरण माँगा और मामले को 5 अगस्त के लिए सूचीबद्ध किया। अदालत ने जाँच एजेंसी और आरोपियों के वकीलों की दैनिक आधार पर दलीलें सुनने के बाद 29 मई को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) ने 1 मार्च को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, पूर्व मंत्री प्रेमचंद गुप्ता और अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोपों पर अपनी बहस पूरी कर ली। इस मामले में 14 आरोपी हैं। विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) डीपी सिंह ने अधिवक्ता मनु मिश्रा के साथ सीबीआई की ओर से दलील दी कि आईआरसीटीसी के दो होटल रखरखाव ठेकों के आवंटन में आरोपियों की ओर से भ्रष्टाचार और साजिश रची गई थी।
सीबीआई ने कहा कि सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद हैं। यह मामला उस दौर से जुड़ा है जब लालू प्रसाद यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे। आरोप है कि आईआरसीटीसी के दो होटलों, बीएनआर रांची और बीएनआर पुरी, के रखरखाव का ठेका विजय और विनय कोचर के स्वामित्व वाली एक निजी फर्म सुजाता होटल को दिया गया था। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि इस सौदे के बदले में लालू प्रसाद यादव को एक बेनामी कंपनी के ज़रिए तीन एकड़ बेशकीमती ज़मीन मिली।

जस्टिस यशवंत वर्मा की याचिका पर सुनवाई से सीजेआई गवई अलग

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कैशकांड मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई से मुख्य न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई ने खुद को अलग कर लिया है। जस्टिस यशवंत वर्मा ने इन-हाउस कमेटी की रिपोर्ट को चुनौती देते हुए यह याचिका दाखिल की है।
रिपोर्ट में दिल्ली स्थित जस्टिस वर्मा के आवास से भारी मात्रा में कैश मिलने की बात पुष्टि की गई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा की याचिका सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में रखी। कपिल सिब्बल ने कहा कि जस्टिस यशवंत वर्मा ने अपने खिलाफ आई रिपोर्ट और उन्हें पद से हटाने की चीफ जस्टिस की सिफारिश को चुनौती दी है। मामले में कुछ संवैधानिक सवाल हैं। चीफ जस्टिस बी आर गवई ने कहा कि इसके लिए विशेष बेंच बनानी पड़ेगी। मैं उसमें शामिल नहीं हो सकता क्योंकि तत्कालीन चीफ जस्टिस ने मुझसे भी सलाह ली थी।

गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का पर्दाफाश, एसटीएफ ने की कार्रवाई

पीएम-राष्ट्रपति के साथ फेक फोटो लगाकर बन बैठा नकली एंबेसडर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नोएडा। उत्तर प्रदेश की नोएडा एसटीएफ (एसटीएफ) ने गाजियाबाद में एक फर्जी दूतावास का पर्दाफाश किया। पुलिस ने हर्ष वर्धन जैन नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। हर्ष वर्धन पर आरोप है कि वह खुद को कई देशों का एम्बेसडर बताकर लोगों को ठग रहा था। वह हवाला के जरिए पैसे का लेन-देन भी करता था।
पुलिस के अनुसार, हर्ष वर्धन कविनगर में किराए के मकान में वेस्ट आर्कटिक दूतावास चला रहा था। वह खुद को वेस्ट आर्कटिक,सैर्बोगा, पुओलिवा व लोडोनिया जैसे देशों का कॉन्सुल या एम्बेसडर बताता था। लोगों को झांसा देने के लिए वह प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य महत्वपूर्ण लोगों के साथ अपनी फोटोशॉप की हुई तस्वीरें दिखाता था। पुलिस का कहना है कि हर्ष वर्धन का मुख्य काम कंपनियों और लोगों को विदेश में काम दिलाने के नाम पर दलाली करना था। वह शेल कंपनियों के माध्यम से हवाला रैकेट भी चला रहा था। जांच में पता चला है कि हर्ष वर्धन पहले चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी (अंतर्राष्टï्रीय हथियार डीलर) के संपर्क में भी था। 2011 में उसके पास से एक अवैध सैटेलाइट फोन भी बरामद हुआ था, जिसके लिए कविनगर थाने में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने हर्ष वर्धन के पास से कई चीजें बरामद की हैं। इनमें डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी चार गाडियां, माइक्रोनेशन देशों के 12 डिप्लोमैटिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मोहर लगे फर्जी दस्तावेज, दो फर्जी पैनकार्ड, विभिन्न देशों और कंपनियों की 34 मोहरें, 2 फर्जी प्रेस कार्ड, 44,70000 रुपए नकद और कई देशों की विदेशी मुद्रा शामिल हैं। इसके अलावा, कई कंपनियों के दस्तावेज और 18 डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट भी बरामद हुई हैं।

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