‘अंतर्राज्यीय सीमाओं में बनाए जाएं 50 व 100 बेडों के अस्पताल’

  • डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिये निर्देश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। प्रदेश में ऐसे सीमावर्ती जिले जहां उपचार के लिए अस्पताल व संसाधन कम हैं। अब वहां रहने वाले रोगियों को इलाज के लिए दूसरे जिलों तक दौड़ नहीं लगानी होगी। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने निर्देश दिए कि अंतर्राज्यीय सीमाओं पर 50 व 100 बेड के अस्पताल बनाए जाएं।
पाठक ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अस्पतालों की संख्या व मानकों के अनुसार संसाधन उपलब्ध कराने के लिए जल्द खाका तैयार करें। मुफ्त जांच व इलाज की सुविधा इन अस्पतालों में दी जाएगी। पाठक ने बताया कि जरूरत के हिसाब से विशेषज्ञ डाक्टर, दवाएं व उपकरण आदि की व्यवस्था इन अस्पतालों में होगी। उदाहरण के तौर पर ऐसे जिले जो तराई क्षेत्र में हैं, वहां मच्छर जनित बीमारियां अधिक फैलती हैं। ऐसे में यहां डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया से निपटने के लिए बेहतर इलाज की सुविधा देने पर जोर दिया जाएगा। वहां संक्रामक रोग, पित्ताशय में पथरी व दूसरी गंभीर बीमारियों का भी लाज होगा। इसी तरह प्रदेश जिलों को वहां फैलने वाली बीमारियों के अनुसार विभाजित कर अंतर्राज्जीय सीमाओं पर 50 व 100 बेड के अस्पताल बनाए जाएंगे। हाई-वे पर बहुउद्देश्यीय हब भी बनेंगे और इसमें अस्पताल भी खोले जाएंगे।

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