पश्चिमी यूपी में सियासी चक्रव्यूह तैयार : अखिलेश-जयंत की जोड़ी करेगी खेला!
- जाट और मुस्लिम वोटर रहेंगे निर्णायक, किसान आंदोलन से आरएलडी को मिली है संजीवनी
- सपा-आरएलडी के गठबंधन का औपचारिक ऐलान बाकी, सीटों पर भी बन चुकी है सहमति
- भाजपा को चारों ओर से घेरने का है प्लान, पूर्वांचल में राजभर से किया जा चुका हैं गठबंधन
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। यूपी विधान सभा चुनाव से पहले प्रदेश का सियासी तापमान तेजी से चढ़ रहा है। भाजपा को सत्ता से हटाने का संकल्प लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। वे भाजपा को उसी के दांव से चित करने और सियासी समीकरणों को दुरुस्त करने में जुटे हैं। अखिलेश ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ सियासी चक्रव्यूह तैयार कर दिया है। आरएलडी और सपा के बीच गठबंधन और सीटों का बंटवारा लगभग तय हो चुका है। हालांकि अभी इसका औपचारिक ऐलान बाकी है। जाहिर है अखिलेश और जयंत की जोड़ी यूपी में खेला करने की तैयारी कर चुकी है।
सत्ता में वापसी के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव बेहद सधी चालें चल रहे हैं। इस बार वे बड़े दलों की बजाय छोटे दलों से गठबंधन कर रहे हैं। पूर्वांचल में भाजपा को घेरने के लिए अखिलेश ने ओम प्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा से हाथ मिलाया है तो अब पश्चिमी यूपी में अपने समीकरण को दुरुस्त करने के लिए जयंत चौधरी को साथ लिया है। आरएलडी से गठबंधन फाइनल हो चुका हैं। अखिलेश-जयंत के बीच हुई मुलाकात के बाद सपा-आरएलडी में गठबंधन की पुष्टि भी हो चुकी है।
अखिलेश से मुलाकात के बाद आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने बढ़ते कदम कैप्शन के साथ अपनी और अखिलेश की तस्वीर ट्वीट की। वहीं, अखिलेश ने भी जयंत के साथ एक तस्वीर साझा की और कैप्शन लगाया, जयंत चौधरी के साथ बदलाव की ओर। जयंत ने कहा कि दोनों दलों के बीच चुनाव लड़ने पर सहमति बन गई है। हालांकि, सीट बंटवारे का फॉर्मूला सामने नहीं आया। सूत्रों के मुताबिक आरएलडी को 36 सीटें मिल सकती हैं।
136 सीटों पर जाट-मुस्लिम प्रभाव
उत्तर प्रदेश में जाट समुदाय की आबादी करीब 4 फीसदी है जबकि पश्चिमी यूपी में यह 20 फीसदी के आसपास है। वहीं, मुस्लिम आबादी यूपी में भले ही 20 फीसदी है, लेकिन पश्चिमी यूपी में 35 से 50 फीसदी तक है। जाट और मुस्लिम समुदाय सहारनपुर, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुजफ्फरनगर, बागपत और अलीगढ़-मुरादाबाद मंडल सहित पश्चिमी यूपी की 136 विधान सभा सीटों पर असर रखते हैं। सूबे की 136 विधान सभा सीटों में 55 सीटें ऐसी हैं, जहां जाट-मुस्लिम मिलकर 40 फीसदी से अधिक हो जाते हैं।
बदलेगा समीकरण
अखिलेश-जयंत चौधरी के मिलकर चुनावी मैदान में उतरने से पश्चिमी यूपी के सियासी समीकरण बदल सकते हैं। पश्चिम यूपी की सियासत में जाट और मुस्लिम काफी अहम भूमिका अदा करते हैं। आरएलडी का कोर वोटबैंक जहां जाट माना जाता है तो सपा का मुस्लिम। ऐसे में अखिलेश ने अपने साथ जयंत को जोड़कर मुस्लिम-जाट वोटों का मजबूत समीकरण बनाने की कोशिश की है।
सपा प्रमुख से मिले आप सांसद संजय सिंह, मुलाकात से सियासत गर्म
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। विधान सभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासी दांव-पेंच तेज हो गए हैं। सियासी दलों के नेताओं की मुलाकातों का दौर जारी है। इसी कड़ी में आज आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर सियासी अटकलें लगनी शुरू हो गई।
हालांकि सपा ने दोनों नेताओं के बीच इस मुलाकात को शिष्टाचारिक भेंट बताया है। दरअसल, उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए आप के प्रभारी संजय सिंह लखनऊ स्थित ‘जनेश्वर ट्रस्टÓ के दफ्तर पहुंचे और वहां अखिलेश यादव से मुलाकात की। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई।