अजेय बढ़त हासिल करना चाहेगा भारत

  • तीसरे टी20 में श्रीलंका की महिला टीम से मैच आज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
विशाखापत्तनम। आत्मविश्वास से लबरेज भारतीय महिला क्रिकेट टीम शुक्रवार को श्रीलंका के खिलाफ तीसरा टी20 मुकाबला खेलने उतरेगी, जहां उसका लक्ष्य न सिर्फ मैच जीतना बल्कि पांच मैचों की सीरीज में अजेय बढ़त हासिल करना होगा। अब तक खेले गए दोनों मैचों में भारत ने दमदार प्रदर्शन करते हुए आठ और सात विकेट से जीत दर्ज की है। भारतीय टीम की यह पिछले 11 टी20 मैचों में नौवीं जीत रही है, जो उसके शानदार फॉर्म को दर्शाती है। वहीं, श्रीलंका ने आखिरी बार भारत को जुलाई 2024 में दांबुला में हराया था।
मेजबान भारत के पास गहराई वाला और संतुलित बल्लेबाजी क्रम है। पहले टी20 में जेमिमा रोड्रिग्स ने अहम भूमिका निभाई थी, जबकि दूसरे मैच में शेफाली वर्मा ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए जीत की नींव रखी। गेंदबाजी में भी भारत का दबदबा साफ नजर आया है। हालांकि भारतीय टीम को क्षेत्ररक्षण में सुधार करने की जरूरत है। पहले मैच में पांच कैच छूटे थे, हालांकि दूसरे मैच में तीन शानदार रन आउट कर टीम ने वापसी की। दूसरी ओर, श्रीलंकाई टीम अब तक संघर्ष करती नजर आई है। पहले मैच में विष्मी गुणरत्ने को छोडक़र कोई भी बल्लेबाज प्रभाव नहीं छोड़ सका। दूसरे टी20 में कप्तान चामरी अटापट्टू के आउट होने के बाद टीम ने मात्र 26 रन के भीतर छह विकेट गंवा दिए, जिससे उसकी कमजोरी उजागर हो गई।

भारतीय क्रिकेट का सुनहरा रहा साल 2025, जीतीं तीन ट्रॉफी

नई दिल्ली। साल 2025 भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। यह साल सिर्फ जीत का नहीं, बल्कि दबाव में दम दिखाने, फाइनल में संयम रखने और ट्रॉफी उठाने का साल रहा। 12 साल के लंबे इंतजार के बाद भारत ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर फिर कब्जा जमाया। यह ट्रॉफी इसलिए भी खास रही क्योंकि भारत ने पूरा टूर्नामेंट अजेय रहते हुए खिताब जीता और एक बार फिर खुद को आईसीसी टूर्नामेंट का सबसे मजबूत दावेदार साबित किया। वहीं एशिया कप केफाइनल में पाकिस्तान ने भारत के सामनेचुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने धैर्य और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखाया। और अंतत: भारत ने पांच विकेट से मुकाबला जीतकर अपना नौवां एशिया कप खिताब अपने नाम किया। फिर हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ने विश्वकप केफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर पहला आईसीसी महिला विश्व कप जीत लिया। इस मैच में भारतीय गेंदबाजों ने अनुशासित प्रदर्शन किया और बल्लेबाजों ने लक्ष्य का पीछा आत्मविश्वास के साथ किया। यह जीत सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि महिला खेलों के आत्मविश्वास और सम्मान की जीत थी।

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