‘हाथ’ छोड़ अब ‘साइकिल’ के सहारे कपिल सिब्बल
राज्य सभा के लिए किया नामांकन, बोले, अब मैं कांग्रेस नेता नहीं
- यूपी की 11 सीटों पर दस जून को होंगे राज्य सभा के लिए चुनाव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल अब सपा के समर्थन से राज्य सभा जाएंगे। उन्होंने सपा के समर्थन से निर्दलीय तौर पर आज राज्य सभा के लिए नामांकन किया। इस मौके पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मौजूद रहे।
विधान भवन के सेंट्रल हाल में कपिल सिब्बल ने उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के लिए नामांकन किया। नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस का नेता था, लेकिन अब नहीं हूं। उन्होंने कहा कि मैंने सपा के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है। मैं कांग्रेस की सदस्यता से 16 मई को इस्तीफा दे चुका हूं। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव का आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि 2024 के लोक सभा चुनाव को लेकर हम सब एक साथ आ रहे हैं। हम एक साथ केंद्र सरकार की कमियों को उजागर करेंगे। सब एक साथ मिलकर जनता के बीच बात रखेंगे। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि सपा को कपिल सिब्बल जैसे नेताओं की जरूरत है। कपिल सिब्बल अपनी बात अच्छे से रखते हैं। कपिल सिब्बल एक सफल वकील हैं। गौरतलब है कि राज्य सभा में यूपी की 11 सीटों के लिए चुनाव 10 जून को होगा। इन सदस्यों का कार्यकाल 4 जुलाई को समाप्त हो रहा है। इसके लिए नामांकन 31 मई तक दाखिल किए जाएंगे। एक जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी। तीन जून तक नाम वापस ले सकेंगे। 10 जून को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। शाम 5 बजे से मतगणना शुरू होगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने इसका कार्यक्रम जारी किया है। 11 सीटों में से भाजपा को सात व सपा को तीन सीटें मिलना लगभग तय हैं। 11वीं सीट के लिए भाजपा व सपा के बीच मुकाबला होगा।
डिंपल डिम्पल यादव का नाम भी चर्चा में
सूत्रों के मुताबिक सपा डिंपल यादव को भी राज्य सभा भेज सकती है। उनके नाम की भी चर्चा हो रही है। बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी में पांच नामों पर गंभीर चर्चा हुई थी जिसमें कपिल सिब्बल, जयंत चौधरी, डिंपल यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी व जावेद अली खान के नामों पर पार्टी ने विचार किया था।
सपा से जावेद अली ने भी किया नामांकन
जावेद अली खान ने आज सपा से राज्य सभा के लिए नामांकन कर दिया है। इस दौरान उनके साथ सपा के वरिष्ठï नेता रामगोपाल यादव और अंबिका चौधरी मौजूद रहे। जावेद अली खान यूपी के संभल के मिर्जापुर नसरुल्लापुर के रहने वाले हैं। उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया से एमए इन पॉलिटिकल साइंस और ओस्मानिया यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है। जावेद दूसरी बार राज्यसभा जाने की तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले वे 26 नवंबर 2014 से 25 नवंबर 2020 तक राज्य सभा के सांसद रह चुके हैं। उन्हें प्रो. रामगोपाल यादव का करीबी माना जाता है।
केशव और अखिलेश में तीखी बहस सीएम योगी को संभालना पड़ा मोर्चा
- डिप्टी सीएम केशव के बयान पर हंगामा, सीएम ने सदन की मर्यादा बनाने की दी नसीहत
आंकड़ों के आधार पर नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को विधान सभा में घेरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। आज यूपी विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच तीखी बहस हुई। बात इतनी बढ़ गई कि नेता सदन सीएम योगी को खड़े होकर माहौल को शांत करना पड़ा।
केशव प्रसाद मौर्य की ओर से यह कहे जाने पर कि क्या आपने सैफई की जमीन बेचकर सडक़ बनाई थी, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव बिफर पड़े। वह अपनी सीट से खड़े हुए और कहा कि क्या तुम पिता जी का पैसा लाते हो। राशन बांटा तो पिताजी का पैसा था? अखिलेश के यह कहते ही दोनों तरफ से शोर-शराबा होने लगा तो खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाला और सबको मर्यादा में रहने की नसीहत दी। इसके पहले नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि आज तक के इतिहास में यह सरकार सबसे अधिक विफल रही है। नीति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा में यूपी देश में नीचे से चौथे स्थान पर, स्वास्थ्य में सबसे नीचे व गरीबी में सबसे आगे है। साइबर क्राइम, महिला अपराध, दलित उत्पीडऩ और आर्थिक अपराध में यूपी सबसे आगे है।