मुश्किल में महायुति, भाजपा-शिंदे में नहीं बन रही बात !
मुंबई। लोकसभा चुनावों को लेकर पूरे देश का सियासी पारा काफी हाई है। नेताओं द्वारा एक-दूसरे पर सियासी बयानवाजी और आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। इस बीच आज देश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत मतदान किया जा रहा है। दूसरे चरण में देश के 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों पर मतदान किया जा रहा है। यहां मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करके उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। जिन 88 सीटों पर इस चरण में मतदान हो रहा है, उनमें आधी से अधिक सीटें यानी 52 भाजपा के पास हैं, वहीं कांग्रेस के पास 22 सीटें हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा अबकी बार 400 पार की अपनी उम्मीदों को लेकर आगे बढ़ रही है।
तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष है जो इस बार काफी हद तक एकजुट होकर बीजेपी के सामने मजबूती से खड़ा है। क्योंकि विपक्ष का मकसद भाजपा को लगातार तीसरी बार सत्ता में आने से रोकना और उसे सत्ता से बाहर करना है। यही वजह है कि इस बार का लोकसभा चुनाव काफी रोमांचक और कड़ा होने की उम्मीद है। वहीं जिस तरह से पहले चरण में कम वोटिंग हुई है, उसको लेकर सत्ताधारी दल भाजपा काफी परेशान है और उसे अपनी हालत पतली दिखाई पड़ रही है। तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष पहले चरण के मतदान के बाद से काफी उत्साहित दिखाई पड़ रहा है और अपनी जीत के दावे कर रहा है। हालांकि, अभी तो ये बस कयास हैं। असल में क्या होगा ये तो 4 जून को जब वोटों की गिनती होगी तभी मालूम पड़ेगा। फिलहाल तो आज पूरे देश के 13 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की 88 लोकसभा सीटों पर मतदान किया जा रहा है।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के बाद देश में सबसे अधिक 48 लोकसभा सीटों वाले राज्य महाराष्ट्र में भी दूसरे चरण में मतदान हो रहा है। दूसरे चरण में महाराष्ट्र की 8 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। दूसरे चरण में जिन 8 सीटों पर मतदान किया जा रहा है, उनमें बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, यवतमाल-वाशिम, हिंगोली, नांदेड और परभणी सीट शामिल हैं। इन आठ सीटों के लिए 16,589 बूथ बनाए गए हैं। इस दौरान तीन सीटों यवतमाल-वाशिम, हिंगोली और बुलढाणा में शिंदे सेना और उद्धव सेना के बीच मुकाबला है।
जबकि अन्य सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस तो वहीं कहीं-कहीं त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना है। यवतमाल-वाशिम सीट पर शिंदे सेना की राजश्री पाटील का मुकाबला उद्धव सेना के संजय देशमुख से है। हिंगोली सीट पर शिंदे सेना के बाबूराव पाटील कदम और उद्धव सेना के नागेश पाटिल आष्टीकर, परभणी सीट पर रासप प्रमुख महादेव जानकर का मुकाबला महा विकास आघाडी प्रत्याशी संजय जाधव और नांदेड में सांसद प्रतावराव चिखलीकर और कांगेस प्रत्याशी वसंत चव्हाण के बीच मुकाबला होगा।
बुलढाणा सीट पर शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रत्याशी प्रतापराव जाधव और शिवसेना (यूबीटी) के नरेंद्र खेडकर व किसान नेता रविकांत तूपकर में त्रिकोणीय मुकाबला है। अमरावती में बीजेपी की नवनीत राणा, कांग्रेस के बलवंत वानखेडे और प्रहार जन शक्ति के उम्मीदवार दिनेश बूब के बीच टक्कर है। वर्धा सीट पर वर्तमान बीजेपी सांसद रामदास तडस और शरद पवार की एनसीपी के अमर काले आमने-सामने हैं। अकोला में बीजेपी के सांसद पुत्र अनूप धोत्रे, कांग्रेस के डॉ. अभय पाटील और वंचित बहुजन आघाडी के प्रकाश आंबेडकर के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
फिलहाल आज के मतदान में तो मुकाबला काफी रोचक है और वोटिंग हो ही रही है। लेकिन आने वाले चरणों में अन्य सीटों पर मतदान को लेकर भी महाराष्ट्र का सियासी तापमान काफी गर्माया हुआ है। सत्ता पक्ष महायुति गठबंधन और विपक्षी गठबंधन एमवीए के बीच जद्दोजेहद लगातार जारी है। हालांकि, इस बीच महायुति में दो चरणों की वोटिंग होने के बाद सीट बंटवारे को लेकर रैंच मची हुई है और आपस में सामंजस्य नहीं बैठ पा रहा है। दरअसल, एक ओर आज दूसरे चरण की वोटिंग हो रही है। तो वहीं दूसरी ओर पांचवें चरण के लिए नामांकन भी शुरू हो गए हैं। नामांकन शुरू हो गए हैं लेकिन महायुति में इन सीटों पर अब तक स्थिति ही साफ नहीं हो पाई है। महायुति में आधी से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार तय नहीं हो पाए हैं।
बीजेपी और शिंदे शिवसेना अब भी सीट बंटवारे पर माथापच्ची कर रही हैं। सबसे बुरी हालत तो मुंबई की 6 सीटों पर है, जहां मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने तीन सीटों पर लड़ने की घोषणा की है। बीजेपी ने दो और शिंदे शिवसेना ने एक सीट पर उम्मीदवारों नामों की घोषणा भी कर दी है। बाकी की तीन सीटों पर अनिश्चितता कायम है। यही कारण है कि महायुति में सीट बंटवारे का मामला बहुत पेंचीदा हो गया है। शिंदे शिवसेना और बीजेपी में जबरदस्त खींचतान मची है। हालांकि, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ शब्दों में कई बार कहा है कि मुंबई की 6 सीटों में से तीन पर बीजेपी और तीन पर हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी।
इसके अलावा, सीएम शिंदे ने यह भी स्पष्ट कहा था कि ठाणे और कल्याण सीट पर भी उनकी ही पार्टी का उम्मीदवार होगा, क्योंकि इन सभी सीटों पर हमारी ही पार्टी का उम्मीदवार जीता था। दूसरी ओर, बीजेपी अब भी कोशिश कर रही है कि दक्षिण मुंबई या फिर उत्तर-पश्चिम मुंबई उसे मिल जाए। इतना ही नहीं भाजपा तो ठाणे सीट हासिल करने के लिए भी मुख्यमंत्री शिंदे पर लगातार दबाव बना रही है। दोनों दलों के बीच सीट बंटवारा न होने पर दक्षिण मुंबई सीट, उत्तर-मध्य मुंबई, उत्तर-पश्चिम मुंबई, ठाणे, कल्याण, पालघर और नासिक सीट से उम्मीदवारों की घोषणा लटकी हुई है। वैसे, बीजेपी ने उत्तर मुंबई से पीयूष गोयल और उत्तर पूर्व लोकसभा सीट से मिहिर कोटेचा को उम्मीदवार घोषित किया है, जबकि शिंदे सेना ने दक्षिण मध्य मुंबई से राहुल शेवाले के नाम की घोषणा की है।
बता दें कि महाराष्ट्र में पांचवें चरण के लिए 13 सीटों पर मतदान होंगे। इनमें मुंबई की सभी 6 सीटों, ठाणे-पालघर जिले की चार और उत्तर महाराष्ट्र की तीन सीटों पर चुनाव होंगे। इन सीटों के लिए आदज से उम्मीदवार नामांकन भरना शुरू करेंगे। नामांकन भरने की आखिरी तारीख 3 मई है। नामांकन पत्रों की जांच 4 मई को होगी। 6 मई तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 18 मई की शाम 5 बजे तक चुनाव प्रचार होगा और 20 मई को मतदान होगा।
जिन सीटों के लिए नामांकन होने हैं उनमें उत्तर मुंबई, उत्तर-पश्चिम मुंबई, उत्तर-पूर्व मुंबई, उत्तर-मध्य मुंबई, दक्षिण मध्य मुंबई, दक्षिण मुंबई, ठाणे, कल्याण, भिवंडी, पालघर, नासिक, दिंडोरी और धुले लोकसभा सीट के नाम शामिल हैं।
इस बीच राज ठाकरे की मनसे का साफ कहना है कि महायुति के किसी भी उम्मीदवार से उनका कोई विरोध नहीं हैं। पार्टी की स्पष्ट भूमिका है कि राज ने बिना शर्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है और वह अपनी इस भूमिका पर कायम हैं। मनसे के महासचिव व प्रवक्ता वागीश सारस्वत ने साफ किया कि शालिनी ठाकरे और मनीष धुरी की भूमिका पार्टी की भूमिका नहीं है, उनका यह निजी बयान है। सारस्वत ने कहा कि राज ने इस लोकसभा चुनाव में बिना किसी शर्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है और उस पर कायम हैं। अब महायुति का उम्मीदवार कौन होगा, यह निर्णय लेना उनका काम है। इस पर हमारी पार्टी की कोई भूमिका नहीं है। सारस्वत ने आगे कहा कि पार्टी की अधिकृत भूमिका पार्टी के नेता व पार्टी के प्रवक्ता रखेंगे।
दरअसल, उत्तर-पश्चिम मुंबई लोकसभा सीट से संजय निरुपम और रविंद्र वायकर की उम्मीदवारी का मनसे की ओर से विरोध किया गया था। मनसे महिला सेना की महासचिव शालिनी ठाकरे, अंधेरी (पश्चिम) विधानसभा के विभाग अध्यक्ष मनीष धुरी के अलावा मनसे के दूसरे नेताओं के दोनों उम्मीदवारों के विरोध की खबर आई थी। हालांकि, अब मनसे की ओर से साफ किया गया है कि पार्टी की ओर से महायुति के किसी उम्मीदवार का विरोध नहीं किया जाएगा।
कुल मिलाकर महाराष्ट्र में सियासी हलचल काफी तेज है। एक ओर जहां आज 8 सीटों पर वोटिंग की जा रही है। जहां शिवसेना (यूबीटी) और सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच 3 सीटों पर मुकाबला है। तो वहीं अन्य सीटों पर भाजपा व कांग्रेस के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिल रहा है। तो वहीं दूसरी ओर महायुति में सीट बंटवारे को लेकर अभी भी रैंच मची हुई है और आपसी सामंजस्य बिठाने में तीनों दलों को मुश्किल हो रही है। यही कारण है कि महाराष्ट्र में भाजपा व पूरे महायुति गठबंधन की गाड़ी फंसी हुई है। और विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी यहां जबरदस्त बढ़त बनाए नजर आ रहा है। अब आगे क्या होता है ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा।