कर्नाटक में बुरे फंसे मोदी, रेवन्ना मामले ने करा दी फजीहत, BJP की हार तय!
प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल मामले में सबको हिलाकर रख दिया है। राज्य सरकार ने रेप की धाराओं में केस दर्ज कर प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। देखिए खास रिपोर्ट...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी पारा हाई है। दूसरे चरण के मतदान के बाद अब सभी की निगाहें तीसरे फेज की वोटिंग पर टिकी हुईं हैं। ऐसे में तमाम राजनीतिक दलों में प्रचार-प्रसार के दौरान आरोप -प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच देश में जहां चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। वहीं इन दिनों कर्नाटक की सियासत में हलचल मची हुई है। दरअसल, प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल मामले में सबको हिलाकर रख दिया है। राज्य सरकार ने रेप की धाराओं में केस दर्ज कर प्रज्वल रेवन्ना की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। वहीं प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम कर रही है।
बताया जा रहा है कि प्रज्वल रेवन्ना भारत में नहीं हैं।आपत्तिजनक वीडियो सामने आने के बाद वह जर्मनी भाग गए हैं। प्रज्वल रेवन्ना 2019 में लोकसभा में जनता दल (सेक्युलर) से चुने गए इकलौते सांसद थे। इस बार उन्हें जेडीएस ने फिर हासन सीट से प्रत्याशी बनाया था। नाटकीय ढंग से एक ‘पेन ड्राइव’ महिला आयोग तक पहुंची। उसके बाद प्रज्वल का यह सेक्स कांड ने सबको झंकझोर कर रख दिया। इस कांड ने कर्नाटक में चुनावी दिशा बदल दी है। न सिर्फ रेवन्ना के दादा एचडी देवगौड़ा की छवि खराब हुई है, बल्कि उनके गठबंधन की पार्टी भारतीय जनता पार्टी मुसीबत में फंस गई। आपको बता दें कि जेडीएस प्रत्याशी प्रज्वल का मुकाबला कांग्रेस के श्रेयस पटेल से है, जो पूर्व विधायक पुट्टास्वामी गौड़ा के पोते हैं। पुट्टास्वामी ने कई चुनावी लड़ाइयों में देवेगौड़ा को हराया था।
आपको बता दें कि हासन इलाके के आसपास प्रज्वल रेवन्ना के कई वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काफी तेजी से वायरल हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि राज्य महिला आयोग को मिली इस पेन ड्राइव में 2,976 फाइलें सामने आईं हैं, जिनमें से अधिकांश चैट के स्क्रीनशॉट, कई महिलाओं के साथ वीडियो कॉल और लगभग 100 वीडियो सामने आ चुके हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक पेन ड्राइव में दो ऐसे वीडियो शामिल हैं, उनमें से एक उनकी घरेलू नौकरानी का है, जिसका प्रज्वल के पिता के कहने पर कथित रूप से अपहरण कर लिया गया। एक अन्य वीडियो में सांसद एक खेती मजदूरी करने वाली महिला के साथ कथित रूप से रेप का है। इस मामले में पुलिस का अनुमान है कि पीड़ित महिलाओं की संख्या 90 से अधिक है। यह मामला चुनाव से चार दिन पहले 26 अप्रैल को जो पेन ड्राइव सामने आई है। पेन ड्राइव में स्पष्ट वीडियो थे और पीड़ितों की पहचान को छिपाए बिना, सार्वजनिक स्थानों पर रहस्यमय तरीके से दिखाई दे रहें हैं।
वहीं कर्नाटक पुलिस की SIT ने शनिवार को पूर्व पीएम एच.डी. देवेगौड़ा के पोते और मौजूदा JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े सेक्स विडियो स्कैंडल की पीड़ितों में से एक को बरामद कर लिया है। सूत्रों ने बताया कि महिला को मैसूरु के कालेनहल्ली गांव स्थि त एच.डी. रेवन्ना के निजी सहायक राजशेखर के फार्महाउस से छुड़ाया गया।
आपकी बता दें कि कर्नाटक पुलिस की SIT ने शनिवार को एक महिला को बचाया। ये वही महिला है, जिसका 29 अप्रैल को किडनैप हो गया था। महिला को जेडी (एस) विधायक एच डी रेवन्ना के इशारे पर कथित रूप से अगवा किया गया। बता दें कि होलेनरसीपुरा शहर की 47 वर्षीय महिला ने एची रेवन्ना और उनके सांसद बेटे प्रज्वल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। ऐसे में महिला ने आरोप लगाया था कि 2019 और 2022 के बीच वह रेवन्ना के घर में काम करती थी। उस दौरान एचडी रेवन्ना और उनके बेटे प्रज्वल रेवन्ना ने उनका रेप किया। इतना ही नहीं महिला ने उसकी बेटी के साथ भी यौन उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाया था। उसे रेवन्ना के फॉर्म हाउस से रेस्क्यू किया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, महिला को मैसूर के हुनसूर तालुक के पास कलेनहल्ली के एक फार्महाउस में पाई गई। उसे पूछताछ के लिए बेंगलुरु ले जाया गया। पीड़िता उन महिलाओं में से एक है, जिसके यौन उत्पीड़न का वीडियो सामने आया है। वीडियो में महिला उसे छोड़ने की गुहार लगाती नजर आ रही है। बता दें कि पीड़िता महिला ने सामने आकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, उसके बाद महिला 29 अप्रैल की रात को गायब हो गई। महिला के बेटे ने आरोप लगाया कि उनके घर से सतीश बाबू उर्फ बबन्ना नामक व्यक्ति ने कथित तौर पर रेवन्ना के इशारे पर उसकी मां को अगवा किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक युवक ने बताया कि उसकी मां का किडनैप 29 मई को हुआ था, लेकिन वह डर की वजह से शिकायत नहीं दर्ज करा पाया। जब उसे ये लगा कि पुलिस और प्रशासन उसकी मदद करेगा, तब उसने 2 मई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत आने के कुछ ही घंटों के बाद ही पुलिस टीमें एक्टिव हो गईं। महिला को रेस्क्यू कराया गया। उस दौरान विशेष अदालत ने रेवन्ना को जमानत देने से इनकार कर दिया है। मामले में पुलिस ने बताया कि जिस फार्महाउस में महिला मिली है। वह कथित तौर पर राजगोपाल का है, जिसे रेवन्ना का निजी सहायक बताया जाता है। पुलिस ने 2 मई को बबन्ना को गिरफ्तार किया। बेटे की शिकायत के अनुसार, बबन्ना 23 अप्रैल को अपनी मां को उनके घर से ले गया और दावा किया कि रेवन्ना की पत्नी भवानी उससे मिलना चाहती थी।
आपको बता दें कि यह पूरा मामला 26 अप्रैल को राज्य में होने वाले मतदान से ठीक 3 दिन पहले का है। ऐसे में बेटे ने दावा किया कि मतदान के दिन बबन्ना उसे घर ले आया। 29 अप्रैल को बबन्ना ने एक बार फिर अपनी मां को मोटरसाइकिल पर बिठाया और रेवन्ना का नाम लेते हुए उसे ले गया। यह वह दिन था जब उनकी मां ने रेवन्ना और उनके बेटे के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि महिला ने 6 साल तक रेवन्ना के घर में काम किया था और तीन साल पहले नौकरी छोड़कर दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करना शुरू कर दिया था। वह कथित यौन शोषण की शिकार महिलाओं में से एक है। पुलिस ने आगे कहा कि ये हमारी जांच के लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं।
इसके साथ ही आपको बता दें कि 2019 के संसदीय चुनावों में आरोपी प्रज्वल रेवन्ना का एंट्री हुई। राजनीती में पैर रखते ही प्रज्वल ने घिनौने काम करना शुरू कर दिया। प्रज्वल गौड़ा परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं। उनके पिता एचडी रेवन्ना विधायक हैं। देवगौड़ा के दूसरे बेटे एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी पुराने मैसूर क्षेत्र में वोक्कालिगा राजनीति के गढ़ मांड्या से चुनाव हार गए।
हालांकि शुरू से ही सार्वजनिक रूप से प्रज्वल को सामंती मानसिकता वाला एक घमंडी युवक माना जाता है। वहीं प्रज्वल की हमेशा से ही राजनीति में रुचि रही है। वो अक्सर अपनी करतूतों की वजह से विवादों में आ जाते थे। चाचा कुमारस्वामी प्रज्वल रेवन्ना के चलते कई बार मुसीबतों में फंसे। 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हुन्सूर से चुनाव लड़ने के लिए प्रज्वल ने टिकट मांगा लेकिन चाचा ने नहीं दिया। तब प्रज्वल ने कुमारस्वामी को निशाना बनाते हुए कहा कि मेहनती लोगों को पीछे बैठने का मौका मिलता है, लेकिन जिनके पास सूटकेस होते हैं, उन्हें सामने की सीटें मिलती हैं। उनके बयान ने पार्टी नेतृत्व को हिलाकर रख दिया।
प्रज्वल रेवन्ना के इस बयान पर देवगौड़ा ने नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि अगर लड़का (प्रज्वल) इस तरह की बातें करता रहेगा तो उसका भविष्य उज्ज्वल नहीं होगा। हालांकि, भवानी के दबाव में आकर देवगौड़ा ने अपने पोते को टिकट दिलवाया और अपनी हासन सीट उसके लिए छोड़ दी, इतना ही नहीं प्रज्वल को पार्टी का महासचिव बना दिया गया।
वहीं 2024 के चुनावों से पहले उनका परिवार प्रज्वल को टिकट देने के लिए राजी नहीं था क्योंकि प्रज्वल पर लगने वाले यौन दुराचार के आरोप खुले तौर पर सामने आने लगे थे। इस दौरान कर्नाटक सरकार के पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना को SIT ने हिरासत में ले लिया गया है। यह एक्शन किडनैपिंग केस में लिया गया है। दरअसल, रेवन्ना ने गिरफ्तारी से अग्रित जमानत के लिए अपील की थी, जो सीधे खारिज कर दी गई है। इसके बाद SIT ने उन्हें एक दिन के लिए कस्टडी में ले लिया है। प्रज्वल रेवन्ना के साथ एचडी रेवन्ना भी कर्नाटक सेक्स स्कैंडल में मुख्य आरोपी हैं। बता दें कि दोनों को शनिवार को दूसरा लुकआउट नोटिस भेजा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को जब SIT जांच के लिए रेवन्ना के घर पहुंची तो, रेवन्ना समर्थकों ने टीम के साथ जमकर हाथापाई की।
इससे साफ पता चलता है कि प्रज्वल के साथ एचडी रेवन्ना भी मुख्य आरोपी के रूप में गुनहगार हैं क्योंकि जिस तरह से रेवन्ना के समर्थकों ने टीम के साथ मारपीट की और एचडी रेवन्ना का साथ देने की कोशिश की है इससे एचडी रेवन्ना और प्रज्वल की काली करतूतें का आप अंदाज़ा लगा सकते हैं। ऐसे में प्रज्वल की वजह से भारतीय जनता पार्टी को इस बार लोकसभा चुनाव में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। प्रज्वल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट मांगना पड़ सकता है भारी ! फिलहाल किसकी नइया होगी पार और किसकी डूबेगी ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा।