आरएसएस के बयान पर विपक्ष में उबाल
होसबोले के बयान से नाराज हुई कांग्रेस, बोले नेता- संघ ने कभी संविधान को स्वीकार नहीं किया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की आलोचना की, जिसने भारतीय संविधान की प्रस्तावना में समाजवाद और धर्मनिरपेक्ष शब्दों को शामिल करने पर पुनर्विचार करने का आह्वान किया था।
पार्टी ने आरोप लगाया कि आरएसएस ने बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान को कभी स्वीकार नहीं किया और उनकी मांग इसे नष्ट करने की साजिश का हिस्सा है। विपक्षी पार्टी ने यह भी कहा कि आरएसएस का सुझाव हमारे संविधान की आत्मा पर जानबूझकर किया गया हमला है।
समाजवाद और धर्मनिरपेक्ष शब्द अंबेडकर के मूल मसौदे का हिस्सा नहीं थे : होसबोले
आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि समाजवाद और धर्मनिरपेक्ष शब्द अंबेडकर के मूल मसौदे का हिस्सा नहीं थे। उन्होंने कहा कि इन्हें आपातकाल के दौरान 1976 के बयालीसवें संशोधन के ज़रिए जोड़ा गया था, यह वह दौर था जब संसद, न्यायपालिका और मौलिक अधिकारों पर बहुत ज़्यादा पाबंदी लगाई गई थी। होसबोले ने कहा, बाबा साहेब अंबेडकर ने जो प्रस्तावना बनाई थी, उसमें ये शब्द कभी नहीं थे। आपातकाल के दौरान न्यायपालिका कमज़ोर हो गई थी, तब ये शब्द जोड़े गए, और इस पर सार्वजनिक बहस की मांग की कि क्या इन्हें रहना चाहिए।
मनुस्मृति थोपना चाहती हैं संघ : जयराम रमेश
इसके जवाब में कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि आरएसएस ने अपनी स्थापना के समय से ही संविधान पर हमला किया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने कभी भी संविधान को स्वीकार नहीं किया, उन्होंने इसकी आलोचना की कि यह मनुस्मृति से प्रेरित नहीं है। भाजपा द्वारा 2024 के चुनाव अभियान का नारा 400 पार था ताकि वे संविधान को बदल सकें। तत्कालीन भारत के मुख्य न्यायाधीश ने खुद 25 नवंबर, 2024 को एक प्रमुख आरएसएस पदाधिकारी द्वारा उठाए जा रहे मुद्दे पर एक फैसला सुनाया। क्या उनसे इसे पढऩे का कष्ट करने का अनुरोध करना बहुत ज्यादा होगा?
अहमदाबाद में रथ यात्रा में हादसा होने से बचा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पुरी। ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की शुरुआत हो रही है। यह भव्य यात्रा पुरी के जगन्नाथ मंदिर से शुरू होकर गुंडिचा मंदिर तक जाती है। जगन्नाथ रथ यात्रा में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। वहीं अहमदाबाद में रथ यात्रा के दौरान जुलूस में शामिल एक हाथी बेकाबू हो गया और उसने अजीब व्यवहार करना शुरू कर दिया। इसे तुरंत काबू में कर लिया गया और वहां से ले जाया गया।
अहमदाबाद पुलिस ने बताया कि अग्निशमन विभाग, डॉक्टर और पुलिस की टीमें मौके पर मौजूद हैं। 12 दिन चलने वाली रथ यात्रा को लेकर भक्त उत्साहित हैं। वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को जगन्नाथ रथ यात्रा की शुभकामनाएं दीं। पुरी के जगन्नाथ मंदिर में पहांडी अनुष्ठान शुरू हुआ। इसमें भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ को रथ यात्रा के लिए 12वीं सदी के मंदिर से उनके संबंधित रथों तक जुलूस के रूप में ले जाया गया। अनुष्ठान एक घंटे देरी से शुरू हुआ और तीन घंटे तक चलेगा। पहांडी में त्रिदेवों भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ को जुलूस के रूप में सिंह द्वार के सामने खड़े उनके रथों तक ले जाया जाता है। जहां से उन्हें श्री गुंडिचा मंदिर ले जाया जाता है।
घंटियां, शंख और झांझ बजाते हुए चक्रराज सुदर्शन को सबसे पहले मुख्य मंदिर से बाहर लाया गया और देवी सुभद्रा के दर्पदलन रथ पर बैठाया गया। पंडित सूर्यनारायण रथशर्मा ने बताया कि सुदर्शन भगवान विष्णु का चक्र अस्त्र है, जिनकी पूजा पुरी में भगवान जगन्नाथ के रूप में की जाती है। सुदर्शन के पीछे भगवान जगन्नाथ के बड़े भाई भगवान बलभद्र थे। भगवान बलभद्र अपने तालध्वज रथ पर विराजमान हैं।
पहाड़ों पर बारिश बाढ़ से हाहाकार
हिमाचल-जम्मू कश्मीर में कई की मौत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसून पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में कहर बरपा रहा है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में जोरदार बारिश हो रही है। वहीं, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में अभी भी मानसून का इंतजार जारी है। इस बीच, हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला के खनियारा और कुल्लू के सैंज में पांच जगह बादल फटने के एक दिन बाद राहत एवं बचाव अभियान जारी रहा।
इस दौरान खनियारा में मनूणी खड्ड से दो और शव बरामद किए गए, जबकि लापता चार लोगों का सुराग नहीं मिल पाया है। उधर, जम्मू-कश्मीर अलग-अलग घटनाओं में तीन लोग मारे गए और बारिश के साथ मलबा आने से हिमकोटी के रास्ते वैष्णो देवी यात्रा बाधित हो गई है। इस बीच, मौसम विभाग ने गुजरात, केरल महाराष्ट्र समेत कई राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश में धर्मशाला के खनियारा और कुल्लू के सैंज में पांच जगह बादल फटने के एक दिन बाद राहत एवं बचाव अभियान जारी रहा। इस दौरान खनियारा में मनूणी खड्ड से दो और शव बरामद किए गए, जबकि लापता चार लोगों का सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं, सैंज में फंसे 500 सैलानियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है जबकि कुल्लू के ही बकरथाच और हामटा-छतडू ट्रैक से 81 ट्रैकर को बचाया गया है।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने के एक दिन बाद दो और शव मिलने से मरने वालों की संख्या बढक़र चार हो गई है। मरने वालों में एक चंबा, एक जम्मू-कश्मीर और दो उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। अभी तक लापता कामगारों में तीन नूरपुर और एक चंबा के सलूणी के बताए जा रहे हैं। उधर, कुल्लू जिले में सैंज के जीवानाला में बादल फटने लापता नंद लाल (72) उनकी बेटी मूर्ति देवी (15) और नंद लाल की बहन (67) यान दासी का दूसरे दिन भी कोई पता नहीं चल पाया। खनियारा के मनूणी खड्ड स्थित एक निजी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में काम कर रहे नौ लोग लापता हुए थे। इनमें दो लोगों के शव बुधवार को ही बरामद कर लिए गए थे, जबकि दो बृहस्पतिवार को बरामद किए गए। मृतकों की पहचान चैन सिंह (20) तहसील भाल्ला जिला डोडा, जम्मू-कश्मीर, आदित्य ठाकुर (35), जिला चंबा हिमाचल और प्रदीप वर्मा (35) निवासी सोहनपुर देवरिया उत्तर प्रदेश और चंदन निवासी सोहनपुर उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है।
चुनाव के बाद तेजस्वी ही होंगे सीएम: कन्हैया कुमार
तेजस्वी यादव पर जताया सभी ने विश्वास
कांग्रेस नेता बोले- महागठबंधन में कोई विवाद नहीं
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि अगर आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में ‘महागठबंधन’ को बहुमत मिलता है, तो मुख्यमंत्री राजद से होगा, और कहा कि तेजस्वी यादव सीएम पद के लिए मुख्य चेहरा होंगे, इस पर कोई भ्रम या विवाद नहीं है।
कुमार ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में ‘महागठबंधन’ की तरफ से मुख्यमंत्री पद के लिए तेजस्वी यादव के प्रमुख चेहरा होने को लेकर कोई असमंजस और विवाद नहीं है क्योंकि विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के जीतने पर सबसे बड़े घटक दल के रूप में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का नेता ही स्वाभाविक रूप से मुख्यमंत्री होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव में मुद्दे महत्वपूर्ण हैं, लेकिन एक साजिश के तहत इनसे ध्यान भटकाने के लिए बार-बार चेहरे की बात की जा रही है। बिहार विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है। बिहार में ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन के घटक दलों के गठजोड़ को ‘महागठबंधन’ के नाम से जाना जाता है। इस गठबंधन में वाम दलों के साथ ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के सबसे बड़े घटक राजद ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 52 प्रतिशत की सफलता दर से 75 सीटें हासिल की थी।कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ी, लेकिन उसे 27 प्रतिशत सीटों पर ही सफलता मिली थी और उसने सिर्फ 19 सीटें जीती थीं। भाकपा (माले) लिबरेशन ने 19 सीट पर चुनाव लड़ा और 12 पर जीत हासिल की थी यानी उसे 63 प्रतिशत सीटों पर कामयाबी मिली थी।
इस बार बदलाव की बयार पहले से ज्यादा मजबूत
बिहार में वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति के बारे में पूछे जाने पर कन्हैया कुमार ने कहा, ‘‘मेरे खयाल से पिछली बार भी बदलाव का माहौल था। थोड़े अंतर से महागठबंधन की सरकार नहीं बन पाई। पिछले पांच वर्षों से बिहार की जो स्थिति है, उससे लगता है कि (इस बार) बदलाव की बयार पहले से ज्यादा मजबूत है। कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के प्रभारी ने महागठबंधन के घटक दलों का उल्लेख करते हुए कहा, हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे। जिसकी बड़ी जिम्मेदारी है वह निभाएगा और जिसकी छोटी जिम्मेदारी है, उसका भी निर्वहन जरूरी है। एक चुटकी नमक कम तो खाना बेस्वाद और एक चुटकी ज्यादा हो तो भी खाना बेस्वाद… इसलिए सब अपनी अपनी भूमिका निभाएंगे।
सभी दलों की अपनी भूमिका है और वे एकजुट होकर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे
बिहार में कांग्रेस के प्रमुख चेहरों में शुमार इस नेता ने महागठबंधन में सीनियर और जूनियर घटक के विचार को खारिज करते हुए कहा कि सभी दलों की अपनी भूमिका है और वे एकजुट होकर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा, यदि आप गाड़ी को देखें तो उसमें क्लच उतना ही महत्वपूर्ण होता है जितना ब्रेक और रियर व्यू मिरर महत्वपूर्ण होते हैं। महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री के चेहरे और तेजस्वी यादव से जुड़े सवाल पर कुमार ने कहा, मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह जनता तय करती है। जिसके पास संख्याबल है वह मुख्यमंत्री बनेगा। स्वाभाविक रूप से राजद ज्यादा सीटों पर लड़ेगी और ज्यादा सीटों पर जीतेगी।
भाजपा क्षेत्रीय दलों को धीरे-धीरे उसे निगल जाती है
उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि वे नीतीश जी के अस्वस्थ होने पर यह कोशिश कर रहे हैं। वह पहले भी प्रयास कर चुके हैं। भाजपा पिछले कई दशकों से बिहार में वही करना चाहती है जो दूसरी जगह करने में सफल रही है। मतलब पहले क्षेत्रीय दल का साथ पकड़ो और फिर धीरे-धीरे उसे निगल जाओ। बिहार में ऐसा न कर पाने की वजह से भाजपा नीतीश का साथ लेने को मजबूर हुई। कुमार ने कटाक्ष करते हुए कहा, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने कहा था कि नीतीश जी के लिए सारे दरवाजे बंद हैं। तो क्या नीतीश जी ब्लूटूथ से (राजग में) डाउनलोड हो गए ? उन्होंने कहा कि बिहार में पलायन, बेरोजगारी, पेपर लीक, परीक्षाओं का समय पर नहीं होना, अपराध में वृद्धि और नौकरशाही की मनमानी आदि प्रमुख मुद्दे होंगे। उनका कहना था कि भाजपा बिहार में ऑपरेशन सिंदूर के मुद्दे को ज्यादा नहीं उछाल रही है क्योंकि उसे पता है कि बिहार के लोग सेना को लेकर राजनीति पसंद नहीं करेंगे।
एअर इंडिया की फ्लाइट में बम की खबर से मच गया हडक़ंप
विमान के नंबर के साथ टिशू पेपर पर लिखी थी लाइन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। मुंबई से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की उड़ान में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब क्रू मेंबर ने विमान में एक टिशू पेपर देखा, जिस पर बम लिखा था। तुरंत केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और दिल्ली पुलिस को इसकी जानकारी दी गई।
बताया जा रहा है कि एअर इंडिया के विमान में बम होने की बात टिशू पेपर पर लिखी थी। विमान में क्रू मेंबर को टिशू पेपर मिला। इसकी जानकारी पुलिस अधिकारियों दी गई। इसके बाद सुरक्षा अधिकारी पूरे विमान की जांच करने के लिए पहुंचे हैं। जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट नंबर 2954 जो मुंबई से दिल्ली आई। उसमें क्रू मेंबर को एक टिशू पेपर मिला। जिसपर लिखा था कि एअर इंडिया की फ्लाइट नंबर 2948 में बम है। इससे पहले बीते शनिवार को एअर इंडिया की बर्मिंघम (ब्रिटेन) दिल्ली आ रही एक उड़ान को बम की धमकी मिलने के बाद सऊदी अरब के रियाद शहर में डायवर्ट करना पड़ गया था। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन ने रविवार को इस घटना की पुष्टि की। एअर इंडिया ने अपने बयान में बताया कि विमान को सुरक्षित रियाद एयरपोर्ट पर उतारा गया और पूरी सुरक्षा जांच की गई।
जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया।
पश्चिम बंगाल चुनाव में भाजपा को मिलेंगी 50 से भी कम सीटें: अभिषेक बनर्जी
टीएमसी सांसद बोले- बंगाल में हुए सभी 11 उपचुनावों में भाजपा हार गई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। तृणमूल के राष्टï्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि 2026 में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को 50 से कम सीटें मिलेंगी। बनर्जी ने आज सतगाछी में बोलते हुए कहा कि मैं वादा करता हूं कि 2026 में भाजपा द्वारा जीती गई सीटों की कुल संख्या 50 से कम होगी।
2021 में, भाजपा की गिनती 77 पर रुक गई। मैंने कहा था कि 2024 में तृणमूल की सीटें बढ़ेंगी, और यह सच साबित हुआ। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि भाजपा के बातूनी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार 9000 वोटों से जीते। उन्होंने मेरे खिलाफ लोगों को संगठित करने की भी हिम्मत की। अगर वह 50 साल तक राजनीति करते हैं और 10 चुनाव लड़ते हैं, तब भी उनका अंतर 7.1 लाख के करीब नहीं आएगा, जो मुझे डायमंड हार्बर में मिला था। बनर्जी ने भाजपा नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी पर हमला करते हुए कहा कि शुवेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि अगर वह नहीं होते तो ममता बनर्जी दीदी से दादी बन जातीं। उन्होंने 2020 में पार्टी छोड़ दी। उसके बाद, ममता बनर्जी 2021, 2023 के पंचायत चुनावों में कैसे जीत गईं? उन्होंने कहा कि उनके भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने एक भी चुनाव नहीं जीता। बंगाल में हुए सभी 11 उपचुनावों में भाजपा हार गई। उन्होंने यहां तक कहा कि वे यहां ऑपरेशन बंगाल चलाएंगे, जिसका मतलब है कि वे विधायकों को खरीद क ने कहा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोगों के आशीर्वाद से 34 साल पुरानी सीपीआई(एम) सरकार को सत्ता से बेदखल करने के बाद अपने बलबूते पर सीएम बनी हैं। वे दादा बन सकते हैं, लेकिन अगले 50 सालों में भी वे लोगों के दिलों से तृणमूल को नहीं हटा पाएंगे।