गंगा में तैरती लाशों का सच दिखाते हुए 4पीएम के संपादक ने एनजीटी को भेजा था नोटिस पर सरकार ने कर लिया मैनेज

  • एनजीटी को नोटिस भी मिला पर केंद्र सरकार को नहीं मालूम गंगा में लाशें कहां से आईं
    मोदी सरकार का जवाब सुनकर सपा, आप, आरएलडी व कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। भारत में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जब कोरोना अपने चरम पर था तो श्मशानों में जगह न मिलने के कारण लोगों ने कोरोना से मारे गए लोगों के शवों को गंगा में बहा दिया था। नदी में बहते शवों को देखकर देश स्तब्ध रह गया था। इससे न सिर्फ देश में कोविड से मृत्यु के वास्तविक आंकड़ों पर संदेह पैदा हुआ, बल्कि पानी से वायरस फैलने का डर भी बढ़ गया था। ऐसे में एक जागरूक नागरिक व 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने 24 मई 2021 को एनजीटी को सारे सबूतों के साथ नोटिस दिया था कि गंगा में लाशें बहायी जा रही है, तुरंत इस मामले में कार्रवाई की जाए।

नोटिस की कॉपी बाकायदा यूपी के तत्कालिक मुख्य सचिव को भी दी गयी थी कि कोविड के चलते नदियों के किनारे कोविड शवों का अंतिम संस्कार करने से नदियों का पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। इस पर तत्काल रोक लगे। साथ ही लाशें बहाए जाने का मामला सरकार संज्ञान में ले। मगर नौ महीने बाद केंद्र सरकार ने संसद को बताया कि उसे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि कितने शवों को गंगा में फेंका गया था। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए जल शक्ति मंत्रालय ने संसद में कहा था कि कोविड से मारे गए लोगों के शव जो गंगा में फेंके गए, उनकी संख्या के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि केंद्र ने कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ शवों का उचित तरीके से अंतिम संस्कार करने के लिए राज्यों को कहा था।

नदियों के किनारे अंतिम संस्कार रोकें

4पीएम अखबार के संपादक संजय शर्मा ने कोविड की दूसरी लहर के दौरान एनजीटी को प्रत्यावेदन देकर यूपी व बिहार में कोविड से मरे लोगों के अंतिम संस्कार में 15 मार्च 2020 को केंद्र सरकार द्वारा जारी प्रोटोकॉल का पालन कराने की मांग की। साथ ही पर्यावरण दूषित होने पर भी पर्यावरण को सहेजने व बचाने के सवाल उठाए। इसके अलावा नदियों के किनारे बसे लोगों का मेडिकल चेकअप कराने की बात भी कही।

झूठ बोलना भाजपा की पुरानी आदत है। सफेद झूठ बोलना कोई बीजेपी के नेताओं से सीखे। दूसरी लहर में गंगा में तैरती लाशें दुनियाभर ने देखा है। भाजपा ने संसद में झूठा जवाब देकर जनता के साथ भद्ïदा मजाक किया है।
रोहित अग्रवाल, राष्टï्रीय प्रवक्ता, आरएलडी

ऑक्सीजन के अभाव में किसी की मौत नहीं हुई, यह झूठा बयान भी संसद में भाजपा ने बोला था और अब गंगा में बहाए गए शवों की संख्या के बारे में इनके पास जानकारी नहीं। अरे भाजपा वालों कम से कम खुदा या भगवान से तो डरो, ऊपर भी जवाब देना है।
रफत फातिमा, कांग्रेस नेता

दूसरी लहर में नदी में बहते शवों को देखकर पूरा देश स्तब्ध रह गया था। मगर भाजपा की आंखें अब तक नहीं खुली। जो सरकार संसद में झूठ बोलने की आदी हो, प्रदेश की जनता यूपी चुनाव में उसका सफाया कर देगी।
रितेश कुमार, प्रवक्ता, आम आदमी पार्टी

गंगा में तैरती लाशों की खबरें, वीडियो क्या सब झूठे थे। योगी सरकार ने किनारों पर बहकर आए शवों को क्यों गंगा किनारे दफन करवाया। भाजपा के झूठ का जवाब यूपी की जनता 10 मार्च को दे देंगी, जब बीजेपी सत्ता से बाहर होगी।
डॉ. आशुतोष, प्रवक्ता, सपा

लखनऊ में शीतलहर के बीच निकली धूप ने दी राहत

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। राजधानी में हल्के कोहरे और सर्द हवाओं के बीच आज सुबह निकली धूप ने लोगों को राहत का एहसास कराया। वहीं मौसम विभाग ने मौसम शुष्क रहने के साथ ही कोहरे और पूर्वी यूपी में शीतलहर की चेतावनी जारी की है। विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अफगानिस्तान से होकर पाकिस्तान से होते हुए जम्मू-कश्मीर से आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुधवार को प्रदेशभर में हल्की बारिश होने के आसार हैं। वहीं, 10 फरवरी को मुख्यत: मौसम साफ रहेगा, लेकिन पूर्वी यूपी के कुछ जिलों में हल्की बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि मंगलवार को मौसम साफ रहेगा। दिन में तापमान में वृद्धि दर्ज की जा सकती है। इसके बाद नौ और 10 फरवरी को बारिश हो सकती है।

कल राजधानी का अधिकतम तापमान 24.0 और न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आने वाले दो दिनों में प्रदेश भर में अधिकतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस के मध्य रह सकता है। कल प्रदेश में सबसे अधिक तापमान झांसी में 28.2 डिग्री, आगरा में 25.8 डिग्री और प्रयागराज में 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। प्रदेश का न्यूनतम तापमान कानपुर में 4.4 और फुर्सतगंज में 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

गोरखपुर में सीएम योगी के सामने सपा की सभावती

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने 24 उम्मीदवारों की सांतवी सूची जारी कर दी है। इसमें गोरखपुर सीट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने भाजपा के कद्दावर नेता स्व. उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी सुभावती शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है। इस सूची में पार्टी के कई कद्दावर नेताओं को उम्मीदवार बनाया गया है। पार्टी की ओर से जारी 24 लोगों की सूची में छह ब्राह्मण, चार कुर्मी, तीन यादव, तीन दलित, दो ठाकुर, दो मुस्लिम उम्मीदवार हैं। गोरखपुर सीट से भाजपा के वरिष्ठ नेता उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी सुभावती शुक्ला खओ उम्मीदवार बनाया गया है। वर्ष 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने पर गोरखपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में उपेंद्र दत्त शुक्ला चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पडा। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां से रवि किशन शुक्ल को टिकट दे दिया। वर्ष साल 2020 में उपेंद्र शुक्ला की मृत्यु हो गई। उनके परिजनों ने भाजपा पर अनदेखी का आरोप लगाया और चुनाव अधिसूचना जारी होने के बाद सपा का दामन थाम लिया।

लखनऊ में ममता दीदी, अखिलेश ने किया स्वागत

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लखनऊ में हैं। कल देर रात एयरपोर्ट पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनका स्वागत किया। इस दौरान अखिलेश ने चुनावी हालात पर चर्चा की। प्रदेश में दो दिवसीय दौरे पर बंगाल की मुख्यमंत्री सपा के साथ खुले तौर पर होने का संदेश देगी। वह यूपी चुनाव के जरिए 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का भी संदेश देंगी। सियासी रणनीतिकारों का मानना है कि बंगाल चुनाव के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि वह देशभर में भाजपा को उखाड़ने के लिए कार्य करेगी।

चुनाव ड्यूटी में लगे लोगों को मिलेगा च्वनप्राश

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोविड संक्रमण के चलते विधानसभा चुनाव-2022 में पीठासीन अधिकारी का झोला और भी भारी होने जा रहा है। झोले में चुनाव सामग्री के साथ ही इलाज का भी इंतजाम होगा। पहली बार कर्मचारियों को मास्क, ग्लव्स और सेनेटाइजर की शीशी दी जाएगी। पीठासीन अधिकारी के पास मेडिकल किट अलग से होगी। इसमें च्यवनप्राश, आंखों की दवा सहित अन्य शामिल है। 62 जोनल और 390 सेक्टर मजिस्ट्रेटों के पास पर्याप्त दवाएं होंगी, जिससे अगर किसी कर्मचारी की तबीयत खराब होती है तो उसे प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सके। वहीं ईवीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी पीठासीन अधिकारी की होगी। इसके अलावा अगर किसी वोटर में कोरोना के लक्षण हैं। उसे आखिरी घंटे में मतदान का मौका मिलेगा।

जरूरत पड़ने पर पीपीई किट दी जाएगी। पीठासीन अधिकारियों के झोले में इलाज का भी इंतजाम होगा। चुनावी ड्यूटी में लगे अफसरों और कर्मचारियों को यात्रा भत्ता और नाश्ता के पैसे दिए जाएंगे। पीठासीन अधिकारी को 1550 रुपये मिलेंगे। मतदान कर्मचारी प्रथम को 1150 रुपये, मतदान कर्मचारी द्वितीय को 900, मतदान कर्मचारी तृतीय को 850 रुपये मिलेंगे। रिजर्व पीठासीन अधिकारियों को 850 रुपये मिलेंगे। रिजर्व मतदान कर्मचारी प्रथम और द्वितीय को 650-650 रुपये, मतदान कर्मचारी तृतीय को 450 रुपये मिलेंगे।

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