’श्री अन्न योजना‘ की शुरुआत, मिलेगा मोटे अनाज को बढ़ावा

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज वित्त वर्ष 2023-24 का बजट पेश कर रही हैं। कृषि क्षेत्र के लिए इस बार सरकार ने कई बड़े एलान किए हैं। सरकार ने इस साल किसानों को 20 लाख करोड़ तक ऋ ण बांटने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए श्री अन्न योजना की शुरुआत की है। उन्होंने आगे मोटे अनाज को लेकर भी एलान किए। मोटे अनाज जिसे श्रीअन्न भी कहते हैं, इसे भी बढ़ावा दिया जा रहा है। हम दुनिया में श्रीअन्न के सबसे बड़े उत्पादक और दूसरे सबसे बड़े निर्यातक हैं। छोटे किसानों ने नागरिकों की सेहत को मजबूत करने के लिए श्रीअन्न उगाया है और बड़ी भूमिका निभाई है। सरकार कपास की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप को बढ़ावा देगी। इससे किसानों, सरकार और उद्योगों को साथ लाने में मदद मिलेगी।

कृषि क्षेत्र को यह मिला

1. 20 लाख क्रेडिट कार्ड : केंद्र सरकार ने किसानों की सहूलियत के लिए ऋ ण का दायरा बढ़ा दिया है। इस साल 20 लाख करोड़ तक किसानों को क्रेडिट कार्ड के जरिए ऋ ण बांटने का लक्ष्य रखा गया है। इससे लाखों किसानों को फायदा होगा।

2. किसान डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्टक्चर : किसानों के लिए अब किसान डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्टक्चर प्लेटफॉर्म तैयार किया जाएगा। यहां किसानों के लिए उनकी जरूरत से जुड़ी सारी जानकारी उपलब्ध होगी।

3. एग्री स्टार्टअप को बढ़ावा : केंद्र सरकार ने कृषि के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा स्टार्टअप शुरू करवाने पर फोकस किया है। कृषि स्टार्टअप के लिए डिजिटल एक्सीलेटर फंड बनेगा जिसे कृषि निधि का नाम दिया गया है। इसके जरिए कृषि के क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू करने वालों को सरकार की तरफ से मदद दी जाएगी।

4. मोटे अनाज को बढ़ावा : सरकार ने इस बार मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए अलग से योजना की शुरुआत की है। इसे श्री अन्न योजना नाम दिया गया है। इसके जरिए देशभर में मोटे अनाज के उत्पादन और उसकी खपत को बढ़ावा दिया जाएगा।

5. बागवानी के लिए  खोला खजाना : सरकार ने इस बार बजट में बागवानी की उपज के लिए 2,200 करोड़ की राशि आवंटित की है। इसके जरिए बागवानी को बढ़ावा देने का फैसला लिया गया है।

6. मछली पालन को भी मिलेगा बढ़ावा: केंद्र सरकार ने मत्स्य संपदा की नई उपयोजना में 6000 करोड़ के निवेश का फैसला लिया है। इसके जरिए मछुआरों को बीमा कवर, वित्तीय सहायता और किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी प्रदान की जाती है। इसका उद्देश्य ग्रामीण संसाधनों का उपयोग करके ग्रामीण विकास और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ावा देना है।

7. न्यूनतम समर्थन मूल्य का पैसा सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जाएगा
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा एलान किया था कि न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी का पैसा सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जाएगा। इससे पहले एमएसपी का पैसा किसानों तक मंडियों और आढ़तियों के जरिए पहुंचता था। सरकार का दावा था कि इस फैसले से भ्रष्टाचार रोकने में मदद मिलेगी। इसका सीधा फायदा किसानों को मिलेगा। पिछले साल मध्य नवंबर तक के आंकड़ों के अनुसार खरीफ विपणन सत्र 2022-23 (खरीफ फसल) के लिए 231 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई। इसकी तुलना में पिछले वर्ष की इसी अवधि में लगभग 228 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी गई थी। सरकार की मानें तो खरीद से लगभग 47,644 करोड़ रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य के भुगतान के साथ 13.50 लाख से अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं।

स्वास्थ्य : कोविड-19 से मुकाबले के लिए 220 करोड़ कोविड टीके

बजट 2023-24 में हेल्थ सेक्टर को लेकर वित्तमंत्री ने इन विषयों पर जोर दिया। कोविड-19 से मुकाबले के लिए 220 करोड़ कोविड टीके दिए गए। 2014 से स्थापित मौजूदा 157 मेडिकल कॉलेजों के साथ कोलोकेशन में 157 नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। साल 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को खत्म करने के लिए मिशन स्थापित किया जाएगा। प्रभावित आदिवासी क्षेत्रों में 40 साल तक के 7 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। सरकार इस बीमारी (एनीमिया) को खत्म करने को लेकर काफी अलर्ट मोड में है। फार्मास्यूटिकल्स में अनुसंधान के लिए नए कार्यक्रम तैयार किए जाएंगे। अनुसंधान में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। सार्वजनिक और निजी चिकित्सा संस्थानों द्वारा अनुसंधान के लिए आईसीएमआर की चुनिंदा प्रयोगशालाओं में सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी ।

शिक्षा: शिक्षा जगत, रोजगार, कौशल विकास के लिए धन बढ़ाया

केंद्रीय बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शिक्षा जगत, रोजगार, कौशल विकास और उद्यमिता प्रोत्साहन के लिए कई बड़ी एवं अहम घोषणाएं कीं। एकलव्य मॉडल स्कूलों के लिए बजट 2022-23 के दो हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 2023-24 के लिए 5943 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। वहीं, जिला स्तर पर शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए डिस्ट्रिक्ट इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। अगले तीन वर्षों में, सरकार आदिवासी छात्रों को समर्थन देने वाले 740 एकलव्य मॉडल स्कूलों के लिए 38,800 शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों को नियुक्त करेगी। वहीं, राज्य सरकारों के साथ मिलकर ग्राम पंचायत और वार्ड स्तर तक पुस्तकालय खोलने की दिशा में काम किया जाएगा।

बजट से शेयर बाजार में उछाल

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। शेयर बाजार की चाल में जोरदार तेजी आ गई है और बजट पेश होने के साथ ही शेयर बाजार गुलजार हो गया है। सेंसेक्स में 1100 अंकों से ज्यादा की मजबूती देखी जा रही है। बाजार खुलने के तुरंत बाद और बजट भाषण के दौरान ही सेंसेक्स में 500 अंकों से ज्यादा का उछाल देखा जा रहा था। हालांकि नए टैक्स स्लैब के एलान और 7 लाख रुपये तक की इनकम के टैक्स फ्री होने के साथ ही बाजार में जोरदार उछाल देखा गया। शेयर बाजार में दोपहर 1 बजे देखें तो 1143.33 अंक यानी 1.92 फीसदी की उछाल के साथ 60,693.23 पर देखा जा रहा है। एनएसई का निफ्टी 288.90 अंक यानी 1.64 फीसदी की उछाल के साथ 17,951.05 पर कारोबार कर रहा है। बीते सालों में बजट के दौरान शेयर बाजार में ज्यादा तेजी नहीं देखी गई है ।

बजट सत्र में पहुंचे राहुल गांधी, साथी सांसदों ने लगायेे भारत जोड़ो के नारे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत का बजट पेश कर रही हैं। इस बजट सेशन में भाग लेने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी भारत जोड़ो पूरी करने के बाद संसद भवन पहुंचे। जब वह संसद भवन में प्रवेश कर रहे थे तो उनकी पार्टी के साथी सांसदों ने उनके समर्थन में भारत जोड़ो के नारे लगाए। गौरतलब हो कि कल राष्टï्रपति के अभिभाषण के दौरान राहुल गंाधी संसद में मौजूद नही थे। कश्मीर में मौसम खराबी के चलते वह दिल्ली नही आ पाए थे।
उधर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण देना शुरू किया तो थोड़ी देर बाद राहुल गांधी सदन पहुंचे। तब कांग्रेस सांसदों ने भारत जोड़ो के नारे लगाए। हालांकि, थोड़ी देर बाद वो चुप हो गए। वित्त मंत्री ने कहा- अमृत काल का पहला बजट है। यह आजादी के 100 साल बाद भारत की परिकल्पना का बजट है। इस बजट में किसान, मध्य वर्ग, महिला से लेकर समाज के सभी वर्ग के विकास की रूपरेखा है।
इससे पहले भारत जोड़े यात्रा के समापन के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के माता खीर भवानी मंदिर में मत्था टेका। पार्टी सूत्रों के अनुसार उन्होंने देश में शांति बने रहने की दुआ मांगी। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी को समाप्त हो गई है। 145 दिनों तक चल रही ये यात्रा श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में खत्म हुई। यात्रा के आखिरी दिन राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भारत जोड़ो यात्रा का स्थायी स्टैच्यू का उद्घाटन किया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद रहे।

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